Operation Sindoor : भारतीय रक्षा विशेषज्ञ बोले, हर पंद्रहवें दिन ‘आपरेशन सिंदूर’ ही “पाकिस्तानी-कैंसर” का इलाज
ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच बेहद तल्ख हो चुके हालातों के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा, “भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi), रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Defence Minister Rajnath Singh), एनएसए अजित डोभाल (NSA Ajit Doval), भारत की थलसेना (Indian Army), वायुसेना (Indian Air Force) और जल सेना (Indian Navy) का सामंजस्य है “ऑपरेशन सिंदूर”.;
“पहलगाम में 26 निहत्थे-निर्दोषों की मौत पर जश्न मनाने वाला पाकिस्तान और उसके आतंकवादियों का इलाज सिर्फ “ऑपरेशन सिंदूर” था और आइंदा भी होगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार के ऑपरेशन सिंदूर ने पाकिस्तान और वहां के आतंकवादियों की कमर तोड़ डाली है. ‘पाकिस्तानी-कैंसर’ जड़ से मिटाने के लिए हिंदुस्तान को अब, इजराइल की तर्ज पर हर पंद्रहवें दिन “Operation Sindoor” से ही उसे (पाकिस्तान) ‘कीमोथेरेपी’ देनी पड़ेगी. तभी भारत के लिए पाकिस्तान जैसा ‘नासूर’ खतम हो सकेगा.”
पहले समझो ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में क्या है?
यह तमाम बेबाक दो टूक खरी-खरी पाकिस्तान को भारत के रक्षा विशेषज्ञों ने सुनाई है. जोकि खुद भी भारतीय फौज में लंबे समय तक लेफ्टिनेंट जनरल, मेजर जनरल और मेजर के पद पर सेवा प्रदान कर चुके हैं. स्टेट मिरर हिंदी के एडिटर (क्राइम इनवेस्टीगेशन) ने सबसे पहले बात की दिल्ली में मौजूद, भारतीय थलसेना के PVSM,AVSM, SCJ लेफ्टिनेंट जनरल(रिटा.) वीके चतुर्वेदी यानी, विष्णु कांत चतुर्वेदी (Lieutenant General V K Chaturvedi, Retired) से.
ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच बेहद तल्ख हो चुके हालातों के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा, “भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi), रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Defence Minister Rajnath Singh), एनएसए अजित डोभाल (NSA Ajit Doval), भारत की थलसेना (Indian Army), वायुसेना (Indian Air Force) और जल सेना (Indian Navy) का सामंजस्य है “ऑपरेशन सिंदूर”. अगर इतने हिंदुस्तान दिमाग एक साथ सकारात्मक सोच के साथ आगे न बढ़ते तो ‘ऑपरेशन-सिंदूर’ का जन्म ही नहीं होता. सफलता और असफलता की बात ही छोड़ दीजिए.”
‘ऑपरेशन सिंदूर’ की मार तो पाकिस्तान बताएगा
रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल वीके चतुर्वेदी बात जारी रखते हुए कहते हैं कि, “ऑपरेशन सिंदूर किस कदर का कामयाब रहा है? यह सवाल का जवाब अब पाकिस्तान देगा और दे रहा है धीरे-धीरे. हमें तो अपने ऑपेरशन सिंदूर पर संदेह ही नहीं है. हमने (भारत) ने तो पहले से ही तय बेहद घातक रणनीति अमल में लाकर, यह ऑपरेशन पाकिस्तान की सर-ज़मीं पर अंजाम दे डाला है. ऑपरेशन को अंजाम देने से पहले भारत को पता था कि हमें, पाकिस्तान में किस हद का और कितना ताकतवर असर छोड़ना है!
अब यह तो पाकिस्तान बताए कि ऑपरेशन सिंदूर में भारत ने उसके (पाकिस्तान) आतंकवादी अड्डों में कितनी लाशें बिछाईं? भारत का काम दुश्मन की अकल ठिकाने लगाने का है. भारत को तो जो करना था वह उसने कर दिया है. अपने घर में पड़ी लाशों गिनती करने का काम तो पाकिस्तान कर ही सकता है.” यह वही पूर्व लेफ्टिनेंट जनरल वीके चतुर्वेदी हैं जो भारतीय फौज में सेवा दाखिल होने के (कमीशंड) चंद महीने बाद ही साल 1971 में, भारत-पाकिस्तान के साथ हुए युद्ध में, उसकी (पाकिस्तान) छाती पर जा चढ़े थे.
ढेर आतंकवादियों की लाशें पाकिस्तान गिने
अपनी बात जारी रखते हुए पूर्व लेफ्टिनेंट जनरल वीके चतुर्वेदी बोले, “अब तो लाशें वह (पाकिस्तान) गिने जिसके यहां भारत ने कई दशक से फल-फूल रहे, 9-9 आतंकवादी शिविरों को मिट्टी में मिला दिया है. जहां तक बात ऑपरेशन सिंदूर के अगले दिन यानी 8 मई 2025 को लाहौर (पाकिस्तान) के पुराने एअरपोर्ट पर बम-ड्रोन गिराने का शोर की है. तो इस पर मुझे पूरी उम्मीद है कि ऑपरेशन सिंदूर में जबरदस्त पिटाई होने से बौखलाया पाकिस्तान, अब कुछ भी बोलेगा. जिस पर मौजूदा हालातों में भारत कतई विश्वास नहीं करेगा.”
पाकिस्तानी ‘कैंसर’ ऐसे खत्म होगा
“Operation Sindoor” को लेकर रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जरनल वीके चतुर्वेदी के मत से सुधाकर जी पूरी तरह सहमत हैं. सुधाकर जी भारतीय फौज के रिटायर्ड मेजर जनरल हैं. वीसीएम पूर्व मेजर जनरल सुधाकर जी (Maj Gen Sudhakar Jee, VSM Retd Sr Geopolitics, Strategy and Security Expert) वरिष्ठ भू-राजनीति, रणनीति और सुरक्षा विशेषज्ञ हैं. करीब 4 दशक भारतीय फौज के सेवाकाल में चीन-पाकिस्तान, जम्मू-कश्मीर और पूर्वोत्तर राज्यों की हदों पर, अनगिनत अनुसंधानात्मक ऑपरेशन अंजाम देने का रिकॉर्ड भी इन्हीं रिटायर्ड मेजर जनरल सुधाकर जी के नाम दर्ज है.
पाकिस्तान की औकात दुनिया को पता है
8 मई 2025 को ग्रीस (विदेश) में मौजूद सुधाकर जी नई दिल्ली में मौजूद स्टेट मिरर हिंदी के एडिटर से जूम-मीटिंग पर एक्सक्लूसिव बात कर रहे थे. उन्होंने कहा, “पाकिस्तान क्या है? यह हमें बताने की जरूरत नहीं है. दुनिया जानती है कि पाकिस्तान आतंकवादी जगह है. मैं तो उसे (पाकिस्तान) देश भी नहीं कहता. क्योंकि इस नासूर-कैंसर के शरीर में से जिस दिन भारत ने, बटालिस्तान-गिलगिट, बलूचिस्तान, सिंध छीनकर अलग कर दिए, उसी दिन यह बीमारी हमेशा के लिए दुनिया के नक्शे से मिट जाएगी.”
पाकिस्तान सोचे अब उसका क्या होगा?
भारतीय फौज के रणबांकुरे मेजर जनरल सुधाकर जी आगे बोले, “पाकिस्तान अगर यह कहता है कि भारत ने ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के 24 घंटों के अंदर ही, उसके (पाकिस्तान) लाहौर स्थित हवाई अड्डे पर बमों और ड्रोन से हमला किया है. तो फिर पाकिस्तान यह क्यों नहीं दुनिया को अपने मुंह से बताता है कि, उसने भारत के खिलाफ क्या-क्या किया है बीते 70 साल में? पाकिस्तान में ऐसा क्या है कि वह हर कुकर्म करने के लिए खुद को स्वतंत्र समझता है. और भारत अपनी आत्म-रक्षा में भी पाकिस्तान को रगड़ने का अधिकार नहीं रखता है? आपसे सिंदूर से हड़बड़ाया पाकिस्तान अब क्या कुछ उल्टा-पुल्टा बोलेगा? इसकी चिंता अब आज के भारत को नहीं है. चिंता पाकिस्तान करे कि उसका क्या होने जा रहा है?”
पाकिस्तान का हर झूठ भारत के हित में है
कारगिल वॉर में बोफोर्स तोप बैटरी कमांडर की हैसियत से पाकिस्तानी फौज के दांत खट्टे कर चुके, रिटायर्ड मेजर उदय प्रताप सिंह चौहान से स्टेट मिरर हिंदी ने 8 मई 2025 को बात की. उन्होंने कहा, “भारत द्वारा घर में घुसकर अंजाम दे डाले गए ऑपरेशन सिंदूर के वक्त तो पाकिस्तान की ओर से, तमंचा से विरोध में फायर नहीं खोला गया. अब जब भारत उसके यहां मौजूद 9 आतंकवादी कैंपों को ज़मींदोज करके आ गया है. तो पाकिस्तान कह रहा है कि लाहौर हवाई अड्डे पर भारत ने बम गिराए हैं. यह तो पाकिस्तान के लिए ही दुनिया में नाक कटाने की बात है. भारत तो इस पर गर्व करे कि ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के खौफ के साए में, तिल-तिल कर मर रहा पाकिस्तान अब बौखलाहट में खुद ही अपने हवाई अड्डे पर बम गिराकर, वह बम भारत के नाम झूठ में ही लिख रहा है. पाकिस्तान मक्कार और झूठा है. इसीलिए देख लीजिए इस्लामिक देश की दुहाई का राग अलापने वाले पाकिस्तान के पक्ष में, ऑपरेशन सिंदूर के बाद दुनिया के किसी भी देश का कोई बयान तक नहीं आया.”