दिल्ली-NCR में हल्का कोहरा, राजस्थान, यूपी और बिहार में शीतलहर का अलर्ट; कश्मीर में चिल्लाई-कलां शुरू

दिल्ली और एनसीआर क्षेत्र में 25 दिसंबर से न्यूनतम तापमान में और गिरावट आने की उम्मीद है. आईएमडी के अनुसार, 26 दिसंबर को न्यूनतम तापमान 9 डिग्री सेल्सियस के आसपास और अधिकतम तापमान 19 डिग्री सेल्सियस तक रह सकता है. राजस्थान के ज्यादातर जिलों में सुबह के समय घना कोहरा छाया रहता है और न्यूनतम तापमान 8 डिग्री सेल्सियस के आसपास बना हुआ है.;

( Image Source:  ANI )
Edited By :  रूपाली राय
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देश भर में इन दिनों मौसम का मिजाज काफी बदलाव दिखा रहा है. उत्तर भारत के कई इलाकों में घना कोहरा छाया हुआ है और कड़ाके की ठंड पड़ रही है, जिससे लोगों को काफी परेशानी हो रही है. वहीं, कुछ राज्यों में मौसमी गतिविधियां जैसे बारिश या बर्फबारी भी देखी जा रही हैं.  भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के पूर्वानुमान के अनुसार, पहाड़ी क्षेत्रों में पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने की वजह से जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के कुछ हिस्सों में बादल छाए रहते हैं. यहां कभी-कभी हल्की बारिश होती है और ऊंचे इलाकों में बर्फबारी भी हो रही है.  इस वजह से ठंड और ज्यादा गलन भरी हो गई है, यानी हवा में नमी की वजह से ठंडक ज्यादा महसूस होती है. 

24 दिसंबर और 25 दिसंबर को दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड और मध्य प्रदेश जैसे राज्यों में बहुत घना कोहरा और शीतलहर का अलर्ट जारी किया गया है. घने कोहरे की वजह से सड़कों पर दिखाई कम देता है, इसलिए ज्यादातर ट्रेनें अपनी सामान्य गति से धीमी चल रही हैं. हवाई जहाजों की उड़ानें भी प्रभावित हो रही हैं, कई फ्लाइट्स देरी से चल रही हैं या रद्द हो रही हैं. स्काईमेट वेदर की रिपोर्ट के मुताबिक, बुधवार को कर्नाटक, तमिलनाडु, केरल और आंध्र प्रदेश के कुछ इलाकों में आंशिक रूप से बादल छा सकते हैं और हल्की बारिश की संभावना है. पूर्वोत्तर भारत के कुछ हिस्सों में भी मौसम ऐसा ही रह सकता है. 

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दिल्ली का मौसम

दिल्ली और एनसीआर क्षेत्र में 25 दिसंबर से न्यूनतम तापमान में और गिरावट आने की उम्मीद है. आईएमडी के अनुसार, 26 दिसंबर को न्यूनतम तापमान 9 डिग्री सेल्सियस के आसपास और अधिकतम तापमान 19 डिग्री सेल्सियस तक रह सकता है. सुबह और रात के समय हल्का से मध्यम कोहरा छाया रहेगा, कुछ जगहों पर घना कोहरा भी हो सकता है. हवा पश्चिम-दक्षिण-पश्चिम दिशा से हल्की रफ्तार (लगभग 5 किलोमीटर प्रति घंटा) से चलेगी. इस कोहरे की वजह से आम लोगों का रोजमर्रा का जीवन प्रभावित होगा, जैसे सड़क पर गाड़ी चलाना मुश्किल हो जाएगा. इसके अलावा, सीपीसीबी के अनुसार हवा की गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 400 के पार 'गंभीर' या 'अत्यंत गंभीर' श्रेणी में पहुंच सकता है, जिससे प्रदूषण की वजह से सांस लेने में दिक्कत और स्वास्थ्य समस्याएं बढ़ सकती हैं. 

राजस्थान में मौसम की स्थिति

राजस्थान के ज्यादातर जिलों में सुबह के समय घना कोहरा छाया रहता है और न्यूनतम तापमान 8 डिग्री सेल्सियस के आसपास बना हुआ है.  जयपुर मौसम केंद्र की जानकारी के अनुसार, हाल के दिनों में चित्तौड़गढ़ में 8.1 डिग्री, फतेहपुर में 8.4 डिग्री, झुंझुनू में 8 डिग्री, अलवर में 8.6 डिग्री, सिरोही में 9 डिग्री और टोंक में 9.5 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया है. जयपुर में यह 12.2 डिग्री के करीब रहा है,  आईएमडी का कहना है कि जैसलमेर, हनुमानगढ़, बीकानेर जैसे जिलों में घना कोहरा रहेगा, जिससे सुबह के समय दृश्यता बहुत कम हो जाएगी. इससे ट्रेनों की आवाजाही पर असर पड़ेगा और सड़क यातायात भी धीमा रहेगा. 

उत्तर प्रदेश में कल का मौसम

उत्तर प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में कड़ाके की ठंड और घना कोहरा लोगों को परेशान कर रहा है. विजिबिलिटी यानी दिखाई देने की दूरी बहुत कम हो जाती है, खासकर वाहन चलाने वालों को भारी दिक्कत होती है. कई जगहों पर दिन में भी गाड़ी चलाने वाले हेडलाइट जलाकर धीमी रफ्तार से चलते हैं. मौसम विभाग के अनुसार, इस सप्ताह शीतलहर और बढ़ेगी, न्यूनतम तापमान में कमी आएगी और ठंड से हालात और खराब होंगे. वाराणसी, अयोध्या, कानपुर, लखनऊ, गोरखपुर, जौनपुर, देवरिया, बरेली, मुजफ्फरनगर, मेरठ, सहारनपुर, नोएडा, गाजियाबाद, आगरा, मथुरा, अलीगढ़, हाथरस, मैनपुरी, इटावा, कन्नौज, झांसी, बांदा, प्रयागराज जैसे शहरों और जिलों में घना कोहरा रहेगा. कई जगहों पर लोग अलाव जलाकर ठंड से बचाव कर रहे हैं. 

बिहार में कल का मौसम

बिहार में पहाड़ों से आने वाली सर्द पछुआ हवाओं की वजह से तापमान लगातार गिर रहा है. मौसम विभाग ने पटना, गया, मोतिहारी, पूर्णिया, किशनगंज, अररिया, मधुबनी, दरभंगा, नालंदा, औरंगाबाद, भोजपुर, जहानाबाद, शेखपुरा, नवादा, अरवल और बेगूसराय जैसे कई जिलों में कोहरे का येलो अलर्ट जारी किया है. ज्यादातर इलाकों में कोल्ड वेव यानी शीतलहर चलने की संभावना है, जिससे न्यूनतम तापमान और गिरेगा और गलन भरी ठंड बढ़ जाएगी. 

हरियाणा का मौसम

हरियाणा में ठंड का कहर बढ़ता जा रहा है. पहाड़ों से आने वाली सर्द हवाओं और कोहरे की वजह से न्यूनतम तापमान गिर रहा है. मौसम विभाग के अनुसार, गुरदासपुर में 5 डिग्री, नारनौल में 5.5 डिग्री, भिवानी में 5.8 डिग्री, अंबाला में 10.7 डिग्री, रोहतक में 9 डिग्री और सिरसा में 9.4 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान रह सकता है. चंडीगढ़ में 9.6 डिग्री, अमृतसर में 10.4 डिग्री, लुधियाना में 7.3 डिग्री, पटियाला में 10.5 डिग्री, बठिंडा में 10.2 डिग्री और फरीदकोट में 10 डिग्री के आसपास तापमान रहने की उम्मीद है. हिसार, अमृतसर, लुधियाना, पटियाला, फरीदकोट, गुरदासपुर, करनाल और अंबाला में घना कोहरा छाया रहेगा, जिससे गाड़ी चलाने वालों को समस्या होगी और ट्रेनें देरी से चलेंगी.  पंजाब के ज्यादातर हिस्सों में भी ऐसा ही मौसम रहेगा, पूरा पंजाब कोहरे की चपेट में है और लोगों को काफी दिक्कतें आ रही हैं. 

कश्मीर में बारिश और बर्फबारी

पहाड़ों पर सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ के असर से कश्मीर में बारिश और बर्फबारी का दौर जारी है. ज्यादातर जगहों पर न्यूनतम तापमान स्थिर बना हुआ है. मौसम विभाग के अनुसार, अगले कुछ दिनों तक गुलमर्ग, शोपियां के मुगल रोड और बांदीपोरा के गुरेज जैसे ऊंचे इलाकों में बर्फबारी जारी रह सकती है. मैदानी क्षेत्रों में बारिश थम-थम कर होती रहेगी. श्रीनगर में न्यूनतम तापमान 2.6 डिग्री, गुलमर्ग में माइनस 2.2 डिग्री, पहलगाम में माइनस 0.2 डिग्री, काजीगुंड में 3 डिग्री, कोकेरनाग में 2.6 डिग्री और कुपवाड़ा में 2.2 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहा है. घाटी के अन्य इलाकों में भी तापमान सामान्य से थोड़ा ज्यादा 3.5 से 5.4 डिग्री के बीच है. आईएमडी का पूर्वानुमान है कि अगले दो दिनों तक बादल छाए रहेंगे और कुछ जगहों पर हल्की बारिश हो सकती है. पूरे क्षेत्र में चिल्ला-ए-कलां का समय चल रहा है. 

चिल्ला-ए-कलां कब तक रहेगा?

मौसम विभाग के अनुसार, जम्मू-कश्मीर में 21 दिसंबर से 'चिल्ला-ए-कलां' शुरू हो गया है. इस दौरान घाटी के कुछ इलाकों में हल्की बारिश या बर्फबारी होती रहती है. 'चिल्ला-ए-कलां' सर्दियों का सबसे सख्त और ठंडा समय होता है. यह 21 दिसंबर से शुरू होकर 40 दिनों तक चलता है, यानी 29 या 30 जनवरी तक खत्म होता है (कुछ जगहों पर 31 जनवरी कहा जाता है)। इन 40 दिनों में बर्फबारी की संभावना सबसे ज्यादा होती है और तापमान बहुत गिर जाता है. इस समय नदियां, नाले, पानी की पाइपलाइनें और जल स्रोत जम जाते हैं क्योंकि न्यूनतम तापमान माइनस 6 से माइनस 8 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है. दिन का तापमान भी दो अंकों से नीचे रहता है, जिससे दिन और रात के तापमान में ज्यादा अंतर नहीं रहता. इस दौरान लोग पारंपरिक तरीके से ठंड से बचते हैं, जैसे कंगड़ी और फेरन का इस्तेमाल करते हैं. 

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