बांग्लादेश में बच्चा पैदा हुआ तो... अवैध प्रवासी के शक में गर्भवती महिला का किया गया था डिपोर्ट, HC में परिवार लगा रहा गुहार
Kolkata High Court: दिल्ली पुलिस ने अवैध प्रवासी अभियान के तहत गर्भवती महिला को बांग्लादेश भेज दिया अब कोर्ट इस मामले में सुनवाई कर रहा है. सुनवाई के दौरान न्यायालय ने दिल्ली सरकार से विस्तृत विवरण मांगा थी.;
Kolkata High Court: जून 2025 में दिल्ली पुलिस ने कथित बांग्लादेशी प्रवासी पश्चिम बंगाल के बीरभूम में रहने वाली सुनाली बीबी को हिरासत में लिया और बांग्लादेश वापस भेज दिया था. अब कलकत्ता हाई कोर्ट इस मामले की सुनवाई कर रही है. उसके परिवार ने कोर्ट गुहार लगाई है कि वह सुनाली को वापस आने की अनुमति दें. यह सब भारत में अवैध रूप के खिलाफ चलाए गए अभियान के तहत हुआ.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, इस मामले को लेकर सवाल उठ रहा है कि अगर सुनाली बांग्लादेश में बच्चा जन्म देती हैं, तो क्या होगा? क्योंकि वह गर्भवती है. परिजन ने अपील की है कि अगले महीने सुनाली की डिलीवरी होनी है और वह बांग्लादेश में अकेले हैं वह कैसे होगी क्या होगा. इस संबंध में अहम कार्रवाई करें.
कोर्ट से मांगी मदद
सुनाली के परिवार ने पश्चिम बंगाल माइग्रेंट लेबर वेलफेयर बोर्ड की मदद से कोलकाता हाई कोर्ट में हैबियस कॉर्पस याचिका दाखिल की. जिसमें कहा, हमारी आखिरी उम्मीद कोर्ट है. मेरी बेटी आठ महीने की गर्भवती है और इस महीने के अंत या अगले महीने उसकी डिलीवरी हो सकती है. हमें नहीं पता वे बांग्लादेश में कैसे रह रही हैं, क्या उन्हें खाना-पानी और इलाज मिल रहा है? बच्चे की डिलीवरी वहां कैसे होगी? और क्या वह बच्चा बांग्लादेशी नागरिक होगा?
सुनाली की बहन करिश्मा ने कहा, हम केवल प्रार्थना कर सकते हैं कि मेरी बहन वापस आए और यहां बच्चा जन्म दे. हम उनसे संपर्क नहीं कर पा रहे हैं. उनकी चार साल की बेटी जो हमारे साथ है, रोज उसकी बात करती है. सुनाली के साथ-साथ स्वीटी बीबी (32) और उनके दो बच्चे भी उसी समय दिल्ली से हिरासत में लिए गए और बांग्लादेश भेजे गए. दोनों परिवारों को दिल्ली के KN कटजू मार्ग पुलिस स्टेशन में हिरासत में लिया गया था.
दिल्ली पुलिस से मांगी रिपोर्ट
कोर्ट इस मामले की सुनवाई कर रहा है. सुनवाई के दौरान न्यायालय ने दिल्ली सरकार से विस्तृत विवरण मांगा थी. बंगाल के मुख्य सचिव से दिल्ली के मुख्य सचिव के साथ समन्वय करने को कहा गया. सुनवाई के क्रम में यह चिंता जाहिर की गई कि एक हिरासत में रखे गए व्यक्ति आठ महीने की गर्भवती है. वहीं दिल्ली पुलिस के एक सीनियर ऑफिसर ने कहा, पुलिस ने उचित प्रक्रिया का पालन किया गया. सुनाली के डॉक्यूमेंट्स की भी जांच की गई, जिसके बाद उन्हें निर्वासित कर दिया गया.
दिल्ली आने की तैयारी
सुनाली का परिवार काम के लिए वापस दिल्ली आने की तैयारी में है. घर की महिलाएं यहां हाउस हेल्प का काम करती हैं. नहीं पुरुष कूड़ा बीनने का काम करते हैं. उनकी बहन करिश्मा ने कहा, हम रोहिणी में रहते हैं और मैं, मेरी मां और मेरे बच्चे शुक्रवार को ट्रेन में बैठेंगे. मैं दो घरों में काम करती हूं और हर घर से 9,000 रुपये महीना कमाती हूं. बता दें कि मुंबई और राजस्थान में हिरासत में लिए गए और बांग्लादेश में धकेल दिए गए ऐसे 9 लोगों को हाल ही में पश्चिम बंगाल सरकार के हस्तक्षेप के बाद वापस लाया गया.