कटरा में रोपवे परियोजना पर क्‍यों मचा है बवाल, स्‍थानीय लोगों को सता रहा किस बात का डर?

Katra Ropeway Project Protest: जम्मू-कश्मीर से बड़ी खबर सामने आ रही है. कटरा में रोपवे प्रोजेक्ट के विरोध में श्री माता वैष्णो देवी संघर्ष समिति ने बंद का एलान किया है. समित ने रोपवे के आर्थिक प्रभाव के बारे में चिंता जताते हुए कहा कि इससे कटरा के बाजारों में पैदल यातायात कम हो जाएगा और तीर्थयात्रा से जुड़े हजारों लोगों के रोजगार छिन जाएंगे.;

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Edited By :  अच्‍युत कुमार द्विवेदी
Updated On : 18 Dec 2024 1:13 PM IST

Ropeway Project Protest Katra: जम्मू- कश्मीर के कटरा में आज बंद का एलान किया गया है. यह बंद रियासी जिले में तारकोट मार्ग को सांझी छत से जोड़ने वाली प्रस्तावित 250 करोड़ रुपये की रोपवे परियोजना के विरोध में किया गया है. बंद का आह्वान श्री माता वैष्णो देवी संघर्ष समिति की बैठक के दौरान किया गया. यह समिति दुकानदारों, टट्टू संचालकों और पालकी ढोने वालों का प्रतिनिधित्व करता है. 

श्री माता वैष्णो देवी संघर्ष समिति ने रोपवे के आर्थिक प्रभाव के बारे में चिंता जताई है. समिति को डर है कि इससे कटरा के बाजारों में पैदल यातायात कम हो जाएगा और तीर्थयात्रा से जुड़ी हजारों आजीविका को नुकसान होगा.

कटरा की अर्थव्यवस्था को खतरा

प्रोजेक्ट का विरोध कर रहे लोगों का कहना है कि रोपवे कटरा को बायपास कर देगा, जिससे तीर्थयात्री स्थानीय व्यवसायों और सर्विस प्रोवाइडर्स से दूर हो जाएंगे. इस मुद्दे को लेकर सैकड़ों लोगों ने 15 दिसंबर को कटरा के मुख्य बाजार में विरोध मार्च निकाला, जो शालीमार पार्क से शुरू होकर बस स्टैंड पर खत्म हुआ. इस दौरान लोगों ने श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के खिलाफ नारे लगाए.

प्रदर्शन में शामिल हुए पूर्व मंत्री जुगल किशोर शर्मा ने भी पिछले महीने पुलिस और रोपवे विरोधी प्रदर्शनकारियों के बीच हुई झड़पों के बाद हिरासत में लिए गए लोगों की रिहाई की मांग की. उन्होंने कहा कि यह परियोजना न केवल आर्थिक रूप से हानिकारक है, बल्कि हमारी धार्मिक भावनाओं का भी अनादर करती है. उन्होंने कहा कि प्रदर्शनकारी मंदिर बोर्ड का नहीं, बल्कि रोपवे का ही विरोध कर रहे हैं.

समिति ने प्रशासन पर लगाया आरोप

जुगल किशोर शर्मा ने कहा कि प्रशासन प्रदर्शनकारियों की मांगों का समाधान करने के लिए पिछले महीने दिए गए आश्वासनों का सम्मान करने में विफल रहा है. उन्होंने कहा कि हमें बताया गया था कि 15 दिसंबर तक समस्या का हल निकाला जाएगा, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई. इसके बजाय, गिरफ्तारियां और प्रदर्शनकारियों के खिलाफ एफआईआर जारी रही. समिति अपने मुद्दे के लिए जम्मू चैंबर ऑफ कॉमर्स और जम्मू बार एसोसिएशन से समर्थन मांग रही है.

'हमें लेफ्टिनेंट गवर्नर या गृह मंत्री से लिखित आश्वासन चाहिए'

वैष्णो देवी ट्रेक मजदूर यूनियन के अध्यक्ष भूपिंदर सिंह जामवाल ने घोषणा की कि समिति के पांच सदस्य 18 दिसंबर को बंद के दौरान भूख हड़ताल शुरू करेंगे. जामवाल ने कहा कि हमें लेफ्टिनेंट गवर्नर या गृह मंत्री से लिखित आश्वासन चाहिए कि यह रोपवे परियोजना आगे नहीं बढ़ेगी.

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