जम्मू-कश्मीर में फिर बरपा आसमानी कहर! किश्तवाड़ के बाद कठुआ में बादल फटने से अब तक 7 की मौत- कई घायल
जम्मू-कश्मीर एक बार फिर प्राकृतिक आपदा की चपेट में है. जहां एक ओर किश्तवाड़ ज़िले में हाल ही में बादल फटने की घटना ने लोगों को दहला दिया था, वहीं अब कठुआ ज़िले में भी कुदरत ने अपना कहर बरपाया है. शनिवार और रविवार की दरम्यानी रात भारी बारिश के बीच बादल फटने की ताज़ा घटना में अब तक 7 लोगों की दर्दनाक मौत हो चुकी है, जबकि कई अन्य घायल बताए जा रहे हैं.;
कुछ दिनों पहले किश्तवाड़ में बादल फटने से कई लोग घायल हो गए थे. अब शनिवार और रविवार की दरम्यानी रात जब पूरा इलाका बारिश की रिमझिम में डूबा हुआ था, तब किसी को अंदाजा नहीं था कि जम्मू-कश्मीर के कठुआ ज़िले के कुछ गांवों पर कुदरत का ऐसा कहर टूट पड़ेगा.
तेज़ बारिश के बीच राजबाग के जोध घाटी गांव और जंगलोट में अचानक बादल फटने की घटनाएं हुईं, जिससे पूरे इलाके में हड़कंप मच गया. इसके कारण अब तक सात लोगों की मौत हो चुकी है और कई लोग घायल हो गए हैं. अमित शाह ने मोदी सरकार की तरफ से मदद का आश्वासन दिया है. वहीं, बचाव अभियान जारी है.
जोध घाटी में बर्बादी, 5 लोगों की मौत
जोध घाटी में बादल फटने की वजह से पांच लोगों की जान चली गई. अंधेरे और बारिश के बीच लोगों को कुछ समझ नहीं आया. गांव के कई घरों में पानी और मलबा घुस गया, लोग चीखते-चिल्लाते बाहर भागे. पुलिस और एसडीआरएफ की टीमें तुरंत मौके पर पहुंचीं. अब तक चार शव बरामद किए गए हैं और छह लोगों को घायल अवस्था में बचाया गया है, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
जंगलोट में भूस्खलन, दो और मौतें
जंगलोट गांव की कहानी भी कुछ अलग नहीं रही. यहां तेज़ बारिश की वजह से ज़मीन खिसक गई और दो लोगों की मौत हो गई. इस भूस्खलन ने गांव की सड़कों और रास्तों को बंद कर दिया, जिससे राहत और बचाव कार्य में भी दिक्कतें आईं.
बचाव अभियान जारी
कठुआ में अचानक आई बाढ़ और भूस्खलन पर जम्मू के संभागीय आयुक्त रमेश कुमार ने कहा कि 'कठुआ में कल रात से भारी बारिश हो रही है. भूस्खलन के कारण सात लोगों की मौत हो गई है. बचाव अभियान जारी है. कुछ लोगों को हेलीकॉप्टरों द्वारा बचाया जा रहा है क्योंकि वहां संपर्क टूट गया है. भूस्खलन के कारण जो लोग मारे गए हैं, उनके शव बरामद कर लिए गए हैं.'
अमित शाह ने दिया मदद का आश्ववासन
इस दुखद घटना पर अमित शाह ने एक्स पर ट्विट कर बताया कि 'कठुआ में बादल फटने की घटना के संबंध में जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल और मुख्यमंत्री से बात की. स्थानीय प्रशासन द्वारा राहत और बचाव कार्य जारी है और एनडीआरएफ की टीमें भी घटनास्थल पर पहुंच गई हैं. मोदी सरकार की ओर से हर संभव सहायता का आश्वासन दिया. हम जम्मू-कश्मीर के अपने बहनों और भाइयों के साथ मजबूती से खड़े हैं.'
मंत्री और प्रशासन की तत्परता
घटना की जानकारी मिलते ही केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट किया कि उन्होंने कठुआ के एसएसपी शोभित सक्सेना से बात की है. उन्होंने बताया कि रेलवे ट्रैक और राष्ट्रीय राजमार्ग को भी नुकसान पहुंचा है, और यहां तक कि कठुआ पुलिस स्टेशन भी प्रभावित हुआ है.
शोक और संवेदनाएं
जैसे-जैसे सुबह की रोशनी फैली, गांवों में मातम की लहर दौड़ गई. मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने भी घटना पर गहरा शोक जताया. उन्होंने एक्स पर लिखा कि 'वे मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हैं और घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करते हैं. साथ ही उन्होंने प्रशासन को हर संभव सहायता सुनिश्चित करने का निर्देश दिया.'