अजय मुर्डिया की आ रही बायोपिक, अब Indira IVF ने वापस ली IPO फाइलिंग, लेकिन SEBI ने जताई ये चिंता
इस पर कंपनी ने कहा कि यह फैसला उन्होंने कई फैक्टर्स और कमर्शियल का इवैल्यूएशन का हवाला दिया. सिक्योरिटी एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया को ड्राफ्ट पेपर सबमिट करने के एक महीने बाद यह फैसला लिया.;
इंदिरा आईवीएफ के फाउंडर अजय मुर्डिया की बायोपिक आने वाली है, जिसका नाम 'तुमको मेरी कसम' है. इस फिल्म का प्रीमियर 21 मार्च को हुआ था, जिसमें अनुपम खेर और ईशा देओल जैसे स्टार्स हैं. अब ऐसे में फर्टिलिटी क्लिनिक चेन इंदिरा आईवीएफ हॉस्पिटल ने अपने ड्राफ्ट इनिशियल पब्लिक ऑफर (आईपीओ) पेपर्स को वापस ले लिया है.
इस पर कंपनी ने कहा कि यह फैसला उन्होंने कई फैक्टर्स और कमर्शियल का इवैल्यूएशन का हवाला दिया. सिक्योरिटी एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया को ड्राफ्ट पेपर सबमिट करने के एक महीने बाद यह फैसला लिया.
SEBI ने जताई चिंता
रिपोर्ट्स से पता चला है कि सेबी ने आईपीओ फाइलिंग के साथ बायोपिक की रिलीज के बारे में चिंता जताई थी. , इंदिरा आईवीएफ ने किसी भी नियामक हस्तक्षेप से इनकार किया है. अपने एक बयान में कंपनी के प्रवक्ता ने साफ किया कि आईपीओ वापस लेने का फैसला पूरी तरह से इंटरनल कमर्शियल इवैल्यूएशन पर आधारित था.
Indira IVF ने चुना प्री-फाइलिंग रूट
इंदिरा आईवीएफ ने आईपीओ के लिए गोपनीय प्री-फाइलिंग रूट का ऑप्शन चुना है. इसके जरिए फर्म्स ऑफरिंग डिटेल को प्राइवेट रख सकती है. साथ ही, अपडेटेड ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (यूडीआरएचपी) फेज़ तक इश्यू के साइज को 50 प्रतिशत तक अडस्ट करने का मौका देता है.
क्या है ये ऑप्शन?
यह कंपनियों को सेबी के आखिरी कमेंट पाने के बाद आईपीओ लॉन्च करने के लिए 18 महीने का समय देता है, जबकि ट्रेडिशनल प्रोसेस में 12 महीने की सीमा होती है. स्वीडन स्थित इंवेस्टमेंट फर्म ईक्यूटी द्वारा समर्थित इंदिरा आईवीएफ ने प्योर ऑफर-फॉर-सेल (ओएफएस) के जरिए 3,500 करोड़ रुपये जुटाने की प्लानिंग की थी. इसमें से 2,900 करोड़ रुपये ईक्यूटी से आने की उम्मीद थी, जबकि 600 करोड़ रुपये फाउंडर्स और प्रमोटर ग्रुप द्वारा बेचे जाने थे.