कौन हैं प्रोफेसर लियाकत अली, जिन्होंने भारतीय सेना पर लगाए गंभीर आरोप? जांच हुई शुरू

लियाकत अली इग्नू के प्रोफेसर है. वर्तमान में वह दिल्ली में तैनात है और यहीं रहते हैं. उन्होंने भारतीय सेना पर आरोप लगाया कि जब पर राजौरी में थे, तब सेना ने उन पर हमला किया. मेरे सिर पर गंभीर चोटें आई हैं. वहीं सेना का कहना है कि प्रोफेसर ने सैनिकों से हथियार छिनने की कोशिश की थी, तभी हाथापाई हुई. अब इस मामले पर सियासत भी शुरू हो गई है. फिलहाल सेना मामले की जांच कर रही है.;

( Image Source:  @mkandharii )

IGNOU Professor Liaqat Ali: दिल्ली में इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (IGNOU) के प्रोफेसर लियाकत अली ने भारतीय सेना पर गंभीर आरोप लगाए हैं. आरोप है कि गुरुवार (17 अप्रैल) को जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले में उनके साथ मारपीट की गई. इसके बाद शुक्रवार को सेना ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं. हमले में प्रोफेसर के सिर पर गंभीर चोटें आई थीं. सोशल मीडिया पर इसका वीडियो भी सामने आया है.

सेना के एक अधिकारी ने बताया कि इस घटना को लेकर अज्ञात सेना कर्मियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. प्रोफेसर लियाकत अली ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट कर आरोप लगाया कि उन्हें बिना किसी वजह के सेना के जवानों ने पीटा.

जानें प्रोफेसर लियाकत अली के बारे में

लियाकत अली इग्नू के प्रोफेसर है. वर्तमान में वह दिल्ली में तैनात है और यहीं रहते हैं. वह रौजारी अपने गांव किसी रिश्तेदार की शादी में गए थे. उन्होंने सोशल मीडिया पर अपने ऊपर हुए हमले की जानकारी दी है.

इस घटना के सामने आने के बाद सियासत शुरू हो गई है. सेना का कहना है कि प्रोफेसर ने सैनिकों से हथियार छिनने की कोशिश की थी, तभी हाथापाई हुई. वहीं पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने दोषियों पर एक्शन लेने की मांग की है.

क्या है मामला?

प्रोफेसर लियाकत अली ने पोस्ट में लिखा, मेरे पूरे परिवार ने भारतीय सेना में अपनी सेवा दी है. मुझे हमेशा वर्दी, सेवा पर और बलिदान पर गर्व रहा है, लेकिन आज जो मेरे साथ हुआ उसने मुझे अंदर तक झकझोर दिया है. मेरी गलती के बिना सेना ने मुझ पर हमला किया. मेरे सिर पर हथियार से मारा. प्रोफेसर ने कहा, इस घटना ने मुझे एहसास दिलाया कि अगर सिस्टम चाहे तो वह किसी भी इंसान का एनकाउंटर कर सकता है. वह बिना किसी सबूत, बिना किसी मुकदमे और बिना किसी न्याय के. उनका यह पोस्ट काफी वायरल हो गया.

आरोपों पर सेना का बयान

सेना के कहा कि उन्हें सीमा क्षेत्र में एक आतंकवादी गतिविधि के बारे में जानकारी मिली थी. फिर तलाशी अभियान शुरू किया गया. एक व्यक्ति जांच के दौरान जवानों से हथियार छीनने की कोशिश करने लगा, जिसके कारण हाथापाई हुई. अधिकारियों ने कहा कि इस मामले की जांच की जाएगी अगर कोई दोषी पाया गया तो उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी.

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