शर्म नहीं आती? बुर्का पहन कर... बेंगलुरु में स्कूटर पर बैठा बात कर रहा था कपल, तभी पांच लड़कों ने...
बेंगलुरु में एक पार्क के बाहर एक कपल को कथित रूप से पांच लोगों ने परेशान किया और उनके साथ मारपीट की. यह घटना कैमरे में कैद हो गई और उस वक्त हुई जब दोनों एक स्कूटर पर आमने-सामने बैठकर बात कर रहे थे.;
देश के सबसे बड़े टेक हब माने जाने वाले बेंगलुरु में हाल ही में एक शर्मनाक घटना सामने आई है, जहां एक स्कूटी पर बैठे कपल को कुछ युवकों ने घेर लिया, महिला के पहनावे पर सवाल उठाए और युवक के धर्म को लेकर भड़काऊ टिप्पणियां कीं. घटना का वीडियो सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर नाराजगी फैल गई है और ‘मोरल पुलिसिंग’ को लेकर एक बार फिर बहस तेज़ हो गई है.
घटना क्या थी?
यह घटना बेंगलुरु के एक पार्क के बाहर हुई, जब एक युवक और युवती स्कूटी पर बैठकर बातचीत कर रहे थे. लड़की ने बुर्का पहन रखा था और युवक साधारण कपड़ों में था. इतने में पांच युवक वहां पहुंचे और कपल से उलझ गए.
वीडियो में देखा जा सकता है कि युवकों ने लड़की से पूछा, "क्या तुम्हारे घरवालों को पता है कि तुम यहां किसके साथ हो?" फिर युवक को निशाना बनाते हुए कहा गया, "तुम एक अलग धर्म की लड़की के साथ क्यों बैठे हो?" इसके बाद उन्होंने अशोभनीय भाषा का इस्तेमाल किया और लड़की से पूछा, "बुर्का पहनकर लड़कों के साथ घूमती हो, शर्म नहीं आती?"
हिंसा का आरोप भी
एक और वीडियो में दिखा कि उन्हीं में से कुछ युवकों ने स्कूटी पर बैठे युवक को घेरकर मारा-पीटा. कथित तौर पर उन्होंने लकड़ी जैसी किसी चीज से युवक पर हमला किया. पुलिस ने पहले हिंसा से इनकार किया था, लेकिन वीडियो सामने आने के बाद आरोपियों पर कार्रवाई तेज़ कर दी गई.
FIR दर्ज, 5 गिरफ्तार, एक नाबालिग
लड़की की शिकायत पर पुलिस ने तुरंत FIR दर्ज की और पांच आरोपियों को गिरफ़्तार किया, जिनमें एक नाबालिग भी शामिल है. पुलिस ने बताया कि सभी आरोपी लोकल स्तर पर 'नैतिकता' के नाम पर पहले भी ऐसी गतिविधियों में शामिल रहे हैं. फिलहाल, पुलिस इनकी पृष्ठभूमि की जांच कर रही है कि क्या ये किसी कट्टर संगठन से जुड़े हैं.
क्या यह ‘मोरल पुलिसिंग’ का नया रूप है?
यह घटना उस मानसिकता को उजागर करती है जहां कुछ लोग खुद को समाज का 'संरक्षक' समझ बैठते हैं और दूसरों की निजी ज़िंदगी में हस्तक्षेप करते हैं – वह भी धर्म और पहनावे के आधार पर. विशेषज्ञ इसे नैतिक हिंसा यानी Moral Vigilantism कहते हैं, जो न सिर्फ असंवैधानिक है बल्कि सामाजिक सौहार्द के लिए भी ख़तरनाक है.
सरकार का सख्त रुख
कर्नाटक के मंत्री प्रियांक खड़गे ने बयान दिया, “यह कर्नाटक है, न कि उत्तर प्रदेश या मध्य प्रदेश. यहां कानून का राज है, किसी को भी अपनी नैतिकता दूसरों पर थोपने की इजाजत नहीं दी जाएगी.” उन्होंने पुलिस को निर्देश दिए हैं कि ऐसी घटनाओं पर Zero Tolerance Policy अपनाई जाए.
सोशल मीडिया पर गुस्सा
इस घटना का वीडियो सामने आने के बाद X (पहले ट्विटर) और इंस्टाग्राम पर लोगों ने तीखी प्रतिक्रियाएं दी हैं. कई लोगों ने सवाल उठाया है – “क्या अब सार्वजनिक जगह पर बैठकर बात करना भी अपराध है?” वहीं कुछ यूज़र्स ने इसे 'Taliban Mentality' तक करार दिया है.