मिनी स्कर्ट में नहीं होंगे गणपति बप्पा के दर्शन! सिद्धिविनायक मंदिर में जारी नया ड्रेस कोड
Siddhivinayak Temple: सिद्धिविनायक मंदिर ट्रस्ट ने श्रद्धालुओं के लिए नया ड्रेस कोड जारी कर दिया है. अब मंदिर में कटी-फटी जींस, मिनी स्कर्ट सहित छोटे कपड़ों पर प्रतिबंध लगा दिया है. अगर कोई भक्त इस तरह के कपड़े पहनकर आया तो उसे मंदिर में प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी. यह फैसला अगले सप्ताह से लागू होगा.;
Siddhivinayak Mandir: देश भर के कई मंदिरों में नया ड्रेस कोड लागू किया गया है. अब मुंबई स्थित प्रसिद्ध सिद्धिविनायक मंदिर में मंगलवार (28 जनवरी) को भक्तों के लिए नया ड्रेस कोड जारी किया गया है. अब कटी-फटी जींन जैसे कपड़ों में मंदिर में एंट्री नहीं मिलेगी.
जानकारी के अनुसार, प्रसिद्ध सिद्धिविनायक मंदिर प्रशासन ने शॉर्ट स्कर्ट और छोटे कपड़े पहनकर मंदिर में प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया है. यह आदेश श्री सिद्धिविनायक गणपति मंदिर ट्रस्ट की ओर से जारी किया गया है. साथ ही कहा कि भक्तों को मंदिर में प्रवेश करने से पहले सही और शालीन वस्त्र पहनने होंगे.
कब से लागू होगा ड्रेस कोड
सिद्धिविनायक मंदिर में नया ड्रेस कोड अगले सप्ताह से लागू होगा. भक्तों से भारतीय शालीन कपड़े पहनकर मंदिर में आने को कहा गया है. ट्रस्ट ने कहा कि छोटे कपड़े, शॉर्ट स्कर्ट या ऐसे कपड़े जो शरीर के अंगों दिखाते हैं, पहनने वाले श्रद्धालुओं को मंदिर में प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी. ट्रस्ट ने कहा कि अगर कोई भक्त प्रतिबंधित वस्त्र पहनकर मंदिर आया तो इसे प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी जाएगी.
क्यों लिया फैसला?
मंदिर ट्र्स्ट ने कहा कि यह ड्रेस कोड कई भक्तों से मिली शिकायत पर लिया गया है. इसके बाद हमने यह फैसला लिया है. भक्तों के लिए असहज होने की बात सामने आई थी. ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष पवन त्रिपाठी ने बताया कि हमें कुछ भक्तों के कपड़ों को लेकर अन्य भक्तों से शिकायतें मिली हैं. लोग चाहते थे कि कपड़ों पर कुछ बैन लगाए जाएं. फिर हमने यह फैसला लिया.
मंदिर में प्लास्टिक बैन
मंदिर में प्लास्टिक बैग के इस्तेमाल पर भी बैन लगा दिया गया है. साथ ही कागज की थैलियों का उपयोग करने का फैसला लिया है. यह पहल फिलहाल परीक्षण आधार पर शुरू की गई है.
कितना पुराना है मंदिर?
सिद्धिविनायक मंदिर 223 वर्ष पुराना है. इसका निर्माण 1801 में हुआ था. यहां पर देश-विदेश के श्रद्धालु गणपति बप्पा के दर्शन के लिए आते हैं. सभी धर्म के लोग यहां पर आते हैं. यह मुंबई के प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है. बता दें कि हाल ही में वृंदावन के बांके बिहारी मंदिर में ड्रेस को लागू किया गया था.