डीवाई चंद्रचूड़ राजनीति में रखेंगे कदम! पूर्व CJI ने खुद दी जानकारी, अतुल सुभाष केस पर भी दिया रिएक्शन
चंद्रचूड़ टाइम्स नेटवर्क के एक प्रोग्राम में शामिल हुए, जहां उन्होंने अपने दिनचर्या और आगे की प्लानिंग पर बात की. पूर्व सीजेआई ने बताया कि रिटायरमेंट के बाद वह ज्यादातर समय किताबें पढ़ने, पियानो बजाना सीखने जैसे कामों में बिता रहे हैं. उन्होंने कहा कि अभी मैं अपने आप पर ध्यान दे रहा हूं.;
Dhananjaya Chandrachud: सुप्रीम कोर्ट के पूर्व चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ के राजनीति में आने की चर्चा पिछले कुछ समय से चल रही है. अब इस बारे में खुद उन्होंने जानकारी दी है. हाल ही में चंद्रचूड़ टाइम्स नेटवर्क के एक प्रोग्राम में शामिल हुए, जहां उन्होंने अपने दिनचर्या और आगे की प्लानिंग पर बात की.
जानकारी के अनुसार, पूर्व सीजेआई ने बताया कि रिटायरमेंट के बाद वह ज्यादातर समय किताबें पढ़ने, पियानो बजाना सीखने जैसे कामों में बिता रहे हैं. उन्होंने कहा कि अभी मैं अपने आप पर ध्यान दे रहा हूं. इस दौरान उन्होंने राजनीति पर भी बात की.
राजनीतिक में आने के बारे में बताया
कार्यक्रम में डीवाई चंद्रचूड़ से पूछा गया कि क्या आप राजनीति में कदम रखेंगे? इस पर उन्होंने कहा कि 'मैं नहीं जानता.' हालांकि, फिर बाद में कहा कि भविष्य में क्या छिपा है, उसके बारे में कोई नहीं जानता लेकिन उन्होंने यह जरूर कहा कि भविष्य में वह कोई ऐसा काम नहीं करेंगे. जिससे कि उनके पेशे या न्यायपालिका की इमेज खराब हो. क्योंकि भारतीय समाज में एक जज को हमेशा एक जज के रूप में ही देखा जा सकता है.
अभी किताबें पढ़ने पर फोकस- चंद्रचूड़
पूर्व सीजेआई ने बताया कि उनकी मां खुद क्लासिकल सिंगर रही हैं. संगीत उन्हें बचपन से ही पसंद है. उन्होंने कहा कि मैं इंडियन क्लासिकल, वेस्टर्न, पॉप, बीटल भी सुनता हूं. मुझे पढ़ना और युवाओं से बातचीत करना बहुत पसंद हैं. उन्होंने कहा, रिटायरमेंट के बाद परिवार के साथ ज्यादा समय बिताने का मौका मिल रहा है और यात्रा भी हो रही है.
एक सवाल में उनसे पूछा गया कि वह देश के लिबरल इको सिस्टम के पोस्टर ब्वॉय बन गए लेकिन अनुच्छेद 370 जैसे फैसले के बाद उनकी छवि बैड ब्वॉय की हो गई. इस पर सीजेआई ने कहा, जज फैक्ट्स पर फैसला सुनाते हैं, रिटायर होने से ठीक पहले मेरे फैसलों को देखिए यूपी मदरसा और अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी का फैसला यह दूसरी तस्वीर है. उन्होंने कहा, संविधान आपको नास्तिक होने के लिए नहीं कहता, आप आस्तिक भी हो सकते हैं.
अतुल सुभाष मामले पर कही ये बात
पूर्व सीजेआई ने बेंगलुरु में इंजीनियर अतुल सुभाष आत्महत्या मामले पर कहा, सच्चाई हमें पता नहीं. रिपोर्ट दोनों तरफ से हैं. उन्होंने कहा, पति-पत्नी के बीच सही गलत को लेकर नहीं बल्कि कौन ज्यादा सही और कौन ज्यादा गलत है, इस बात को लेकर भी लड़ाई हो जाती है. सीजेआई ने कहा, मैरिटल विवाद जितना लंबा खिंचता है यह उतना ही गंदा होता है, एक दूसरे पर कीचड़ उछाले जाते हैं. समाज बहुत तेजी से बदल रहा है. फैमिली लॉ को नए सिरे से देखने की जरूरत है.