452 वोटों की ताकत! NDA के सीपी राधाकृष्णन बने देश के 15वें उपराष्ट्रपति, बी. सुदर्शन रेड्डी को मिले कितने वोट?

राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के समर्थन से महाराष्ट्र के पूर्व राज्यपाल चंद्रपुरम पोन्नुसामी राधाकृष्णन मंगलवार को भारत के 15वें उपराष्ट्रपति के रूप में निर्वाचित हुए. उन्होंने इंडिया ब्लॉक के उम्मीदवार और पूर्व सुप्रीम कोर्ट न्यायाधीश बी. सुदर्शन रेड्डी को 152 वोटों के अंतर से हराया.;

By :  सागर द्विवेदी
Updated On : 9 Sept 2025 9:25 PM IST

देश के 15वें उपराष्ट्रपति का चुनाव समाप्त हो गया है और NDA के उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन ने शानदार जीत दर्ज की है. उन्हें कुल 452 फर्स्ट प्रेफरेंस वोट मिले, जबकि विपक्ष के उम्मीदवार बी. सुदर्शन रेड्डी को 300 वोट प्राप्त हुए. वोटिंग के आंकड़े स्पष्ट रूप से दिखाते हैं कि विपक्ष के सांसदों ने भी काफी क्रॉस-वोटिंग की, हालांकि चुनाव से पहले ही राधाकृष्णन के पक्ष में संख्यात्मक बढ़त थी.

राज्यसभा के महासचिव पी.सी. मोदी ने बताया कि महाराष्ट्र के राज्यपाल और NDA उम्मीदवार सी.पी. राधाकृष्णन को 452 प्रथम वरीयता वोट मिले. वह भारत के नए उपराष्ट्रपति चुने गए हैं. वहीं विपक्ष के उम्मीदवार जस्टिस सुधर्शन रेड्डी को 300 प्रथम वरीयता वोट मिले.

राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के समर्थन से महाराष्ट्र के पूर्व राज्यपाल चंद्रपुरम पोन्नुसामी राधाकृष्णन मंगलवार को भारत के 15वें उपराष्ट्रपति के रूप में निर्वाचित हुए. उन्होंने इंडिया ब्लॉक के उम्मीदवार और पूर्व सुप्रीम कोर्ट न्यायाधीश बी. सुदर्शन रेड्डी को 152 वोटों के अंतर से हराया. मतदान सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक हुआ, जिसमें 767 सांसदों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया. कुल वोटिंग में 98.20 प्रतिशत उपस्थिति दर्ज की गई.

राज्यसभा के महासचिव पीसी मोदी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया, “NDA उम्मीदवार और महाराष्ट्र के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन को 452 फर्स्ट प्रेफरेंस वोट मिले. वे भारत के उपराष्ट्रपति के रूप में निर्वाचित हुए. विपक्ष के उपराष्ट्रपति उम्मीदवार न्यायमूर्ति बी. सुदर्शन रेड्डी को 300 फर्स्ट प्रेफरेंस वोट मिले." इस चुनाव में कुल 15 वोट अवैध पाए गए.

मतदान का विवरण और उपस्थिति

कुल 13 सांसदों ने मतदान से परहेज किया. इसमें बीजू जनता दल के 7, भारत राष्ट्र समिति के 4, शिरोमणि अकाली दल का 1 और 1 स्वतंत्र सांसद शामिल थे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय मंत्री अमित शाह, राजनाथ सिंह, लोकसभा विपक्ष नेता राहुल गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और सोनिया गांधी सहित कई वरिष्ठ नेताओं ने सुबह अपने मताधिकार का प्रयोग किया.

राधाकृष्णन का राजनीतिक सफर

चंद्रपुरम पोन्नुसामी राधाकृष्णन ने 31 जुलाई 2024 से महाराष्ट्र के 24वें राज्यपाल के रूप में सेवा की. इसके पहले वे फरवरी 2023 से जुलाई 2024 तक झारखंड के राज्यपाल रहे और मार्च से जुलाई 2024 तक तेलंगाना के अतिरिक्त प्रभार एवं पुडुचेरी के उपराज्यपाल के रूप में भी कार्य किया.

राधाकृष्णन ने दो बार कोयंबटूर से सांसद के रूप में कार्य किया और 1974 में भारतीय जनता संघ (भाजपा से पूर्व) के राज्य समिति सदस्य बने. 1996 में उन्हें तमिलनाडु भाजपा का सचिव नियुक्त किया गया. उन्होंने 1998 और 1999 में लोकसभा चुनाव जीते और सांसद रहते हुए कई महत्वपूर्ण संसदीय समितियों की अध्यक्षता की.

प्रमुख उपलब्धियां और विदेश दौरे

2004 से 2007 तक राधाकृष्णन तमिलनाडु भाजपा के राज्य अध्यक्ष रहे और 93 दिनों में 19,000 किलोमीटर की ‘रथ यात्रा’ आयोजित की. इस यात्रा का उद्देश्य भारतीय नदियों का एकीकरण, आतंकवाद उन्मूलन, समान नागरिक संहिता लागू करना, अस्पृश्यता हटाना और नशीले पदार्थों के खिलाफ अभियान चलाना था.

2016 से 2020 तक वे केंद्रीय सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय के तहत कोइर बोर्ड के अध्यक्ष रहे. उनके कार्यकाल में भारत का कोइर निर्यात 2532 करोड़ रुपये तक पहुंचा. 2020 से 2022 तक वे केरल के लिए भाजपा के आल इंडिया प्रभारी भी रहे. राधाकृष्णन खेलों में भी सक्रिय रहे; वे कॉलेज स्तर पर टेबल टेनिस चैम्पियन रहे और क्रिकेट व वॉलीबॉल में भी रुचि रखते थे.

उनके अंतरराष्ट्रीय दौरे में अमेरिका, यूके, फ्रांस, जर्मनी, इटली, स्पेन, पोर्तुगाल, नॉर्वे, डेनमार्क, स्वीडन, फिनलैंड, बेल्जियम, नीदरलैंड, तुर्की, चीन, मलेशिया, सिंगापुर, ताइवान, थाईलैंड, मिस्र, यूएई, बांग्लादेश, इंडोनेशिया और जापान शामिल हैं.

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