5 सीटों पर उपचुनाव: AAP का डबल धमाका, बीजेपी-कांग्रेस को झटका; क्या केजरीवाल जाएंगे राज्यसभा?

पांच सीटों पर हुए उपचुनाव में आम आदमी पार्टी ने चौंकाने वाली सफलता हासिल की है. AAP ने पंजाब की लुधियाना वेस्ट और गुजरात की विसावदर सीट पर कब्जा जमाया, जिससे पार्टी का राज्यस्तरीय आधार और मजबूत हुआ. भाजपा और कांग्रेस को इस नतीजे से स्पष्ट संकेत मिला है कि लोकसभा चुनाव के बाद मतदाता मूड बदल सकता है. वहीं, केजरीवाल के राज्यसभा जाने की अटकलें भी फिलहाल खारिज हो गई हैं, जिससे वह दिल्ली-पंजाब पर फोकस बनाए रखेंगे.;

By :  अच्‍युत कुमार द्विवेदी
Updated On : 24 Jun 2025 11:49 AM IST

Bypoll Results 2025: पांच राज्यों की पांच विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनावों के नतीजे सामने आ गए हैं. इन नतीजों ने 2024 लोकसभा चुनाव के बाद बने सियासी समीकरणों को और दिलचस्प बना दिया है. गुजरात और पंजाब में आम आदमी पार्टी को एक-एक सीट पर जीत मिली है, जबकि केरल में कांग्रेस, बंगाल में तृणमूल कांग्रेस और गुजरात में बीजेपी ने एक-एक सीट पर जीत दर्ज की है.

जिन सीटों पर उपचुनाव हुए हैं, उनमें पंजाब की लुधियाना वेस्ट, गुजरात की कादी और विसावदर, बंगाल की कालीगंज और केरल की नीलांबुर सीट शामिल है. लुधियाना वेस्ट से AAP के संजीव अरोरा, कादी से राजेंद्रकुमार (राजूभाई) दानेश्वर चावड़ा, विसावदर से AAP के इटालिया गोपाल, नीलांबुर से आर्यदन शौकत और कालीगंज से अलिफा अहमद ने जीत दर्ज की है. आइए समझते हैं इन उपचुनावों से किसे क्या मिला और कौन हारा या जीता क्या सियासी संदेश...

AAP को संजीवनी: पंजाब और गुजरात में जीत

AAP को इस उपचुनाव में संजीवनी मिली है. पार्टी ने पंजाब में लुधियाना वेस्ट और गुजरात में विसावदर सीट पर जीत दर्ज की है. यह संकेत है कि अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के बावजूद पार्टी में जमीनी पकड़ अभी बरकरार है. पंजाब में भगवंत मान सरकार को भरोसा मिला कि लोग अभी भी उनके काम से संतुष्ट हैं. वहीं, गुजरात की सीट पर मिली जीत बीजेपी के लिए बड़ा झटका है, क्योंकि यह क्षेत्र उसका गढ़ माना जाता था.

BJP को झटका और चेतावनी

गुजरात में सीट गंवाना बीजेपी के लिए बड़ी चेतावनी है, खासकर तब जब लोकसभा में उसे गुजरात से बड़ी क्लीन स्वीप नहीं मिली. बीजेपी को समझना होगा कि क्षेत्रीय असंतोष को नज़रअंदाज़ करना अब भारी पड़ सकता है.

कांग्रेस के लिए मिला-जुला संदेश

कांग्रेस को कालीगंज सीट पर ही जीत मिली है, बाकी सीटों पर वह संघर्ष करती दिखी. यह संकेत है कि कांग्रेस को अपने संगठन और राज्य इकाइयों को और मजबूत करने की जरूरत है, खासकर पंजाब और गुजरात जैसे राज्यों में, जहां वह लगातार पीछे है.

केजरीवाल नहीं जाएंगे राज्यसभा

उपचुनाव नतीजों के बाद अरविंद केजरीवाल के राज्यसभा भेजे जाने की चर्चाओं पर विराम लग गया है. AAP सूत्रों ने साफ कर दिया कि केजरीवाल कहीं नहीं जा रहे. वे दिल्ली में ही रहेंगे.


इन नतीजों में क्या है बड़ा सबक?

BJP को आत्मविश्लेषण की जरूरत है. राज्यों में जन असंतोष को लोकसभा की जीत से ढंका नहीं जा सकता. AAP के लिए यह मनोबल बढ़ाने वाला क्षण है, लेकिन उसे यह ध्यान रखना होगा कि स्थायी समर्थन काम और स्थायित्व से ही बनेगा. कांग्रेस को यह समझने की जरूरत है कि वह राज्यों में बिना गठबंधन के कितनी कमजोर है.

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