Begin typing your search...

Bypoll 2025: प्रियंका गांधी और अरविंद केजरीवाल के लिए उपचुनाव सियासी प्रतिष्ठा का सवाल क्यों?

By Election News: पंजाब के लुधियाना वेस्ट में अरविंद केजरीवाल और केरल के केरल के नीलांबुर उपचुनाव में प्रियंका गांधी की सियासी अस्तित्व दांव पर है. ऐसा इसलिए कि वायनाड संसदीय क्षेत्र में नीलांबुर है. वहीं से प्रियंका सांसद हैं. दूसरी तरफ लुधियाना वेस्ट सीट जीतने पर अरविंद केजरीवाल के लिए राज्यसभा पहुचंने का रास्ता साफ हो जाएगा.

Bypoll 2025: प्रियंका गांधी और अरविंद केजरीवाल के लिए उपचुनाव सियासी प्रतिष्ठा का सवाल क्यों?
X
( Image Source:  ANI )

By Election 2025 News: पंजाब और केरल में उपचुनाव कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के लिए प्रतिष्ठा का सवाल बन गया है. यही वजह है कि केरल की नीलांबुर सीट से कांग्रेस प्रत्याशी की जीत को सुनिश्चित करने के लिए प्रियंका गांधी चुनाव अभियान को धार देने में जुटी हैं. वहीं, आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने लुधियाना वेस्ट सीट पर आप प्रत्याशी की जीत तय करने के लिए पूरी ताकत झोंक दी है. ताकि वो खुद भी राज्यसभा में पहुंच सकें. आइए, हम आपको बतातें हैं ​कि दोनों सीटें कांग्रेस और आप के लिए अहम क्यों हैं?

नीलांबुर में प्रियंका गांधी की अग्निपरीक्षा

केरल की नीलांबुर विधानसभा सीट पर हो रहे उपचुनाव कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के लिए प्रतिष्ठा की लड़ाई बन चुके हैं. यह सीट वायनाड संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत आती है, जहां से प्रियंका गांधी सांसद भी है. राहुल गांधी द्वारा वायनाड सीट छ़ोडने के बाद हुए उपचुनाव में प्रिंयका गांधी वहां से सांसद चुनी गई थीं. कांग्रेस नेता ने यहां आठ महीने पहले से उपचुनाव को लेकर अभियान शुरू कर दिया था. ताकि मतदाताओं का समर्थन हासिल करना संभव हो सके. अगर कांग्रेस यह सीट जीतती है तो यह प्रियंका के लिए संगठन के भीतर उनकी स्वीकार्यता को मजबूत करेगा.

टीएमसी ने एलडीएफ को दिया समर्थन

केरल में नीलाबुर उपचुनाव एलडीएफ समर्थित पूर्व विधायक पीवी अनवर के इस्तीफे के कारण कराया जा रहा है, जो अब टीएमसी के समर्थन से दोबारा चुनाव मैदान में हैं. जैसे-जैसे पिनाराई विजयन सरकार अपने दूसरे कार्यकाल के अंतिम चरण में पहुंच रही है, यह उपचुनाव कांग्रेस और एलडीएफ दोनों के लिए प्रतिष्ठा का प्रतीक बन गया है. अगर कांग्रेस हारती है तो इसका सीधा असर प्रियंका गांधी की राजनीतिक साख पर पड़ेगा.

लुधियाना वेस्ट सीट से केजरीवाल की 'राज्यसभा पारी' की तैयारी

पंजाब की लुधियाना वेस्ट सीट पर आम आदमी पार्टी ने राज्यसभा सांसद और उद्यमी संजीव अरोड़ा को मैदान में उतारा है. राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि यदि अरोड़ा जीतते हैं तो उन्हें राज्य सरकार में मंत्री बनाया जाएगा और उनके इस्तीफे के बाद उसी सीट से अरविंद केजरीवाल राज्यसभा जा सकते हैं. यह रणनीति केजरीवाल के लिए राजनीतिक पुनरारंभ का रास्ता खोल सकती है.

फरवरी से ही लुधियाना वेस्ट में एक्टिव हैं अरविंद केजरीवाल

अरविंद केजरीवाल पिछले कुछ महीनों से पंजाब में बेहद सक्रिय हैं. वह कई रैलियों, शिलान्यास और उद्घाटन कार्यक्रमों में हिस्सा ले चुके हैं. पार्टी के सीनियर नेता और खुद मुख्यमंत्री भगवंत मान भी इस उपचुनाव को लेकर बेहद सजग हैं. यह भी दर्शाता है कि लुधियाना वेस्ट सीट पर जीत से केजरीवाल की भविष्य की राजनीति का रास्ता तय हो सकता है.

व्यापारियों को साधने के लिए 'कड़ा एक्शन'

लुधियाना वेस्ट के उद्योगपतियों और व्यापारियों को लुभाने के लिए भगवंत मान सरकार ने हाल ही में किसानों के प्रदर्शन को जबरन खत्म करवाया, ताकि व्यापार में कोई बाधा न आए. यह कदम कारोबारी वर्ग के भीतर सकारात्मक संदेश देने की कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है. चूंकि यह क्षेत्र पंजाब के औद्योगिक केंद्रों में से एक है, इसलिए यह रणनीतिक दृष्टि से अहम है.

बीजेपी की भी साख दांव पर

लुधियाना वेस्ट सीट कांग्रेस के लिए भी खास है, क्योंकि पार्टी इस सीट पर छह बार जीत दर्ज कर चुकी है. अगर आम आदमी पार्टी यह सीट छीन लेती है तो यह कांग्रेस की पंजाब में कमजोर होती पकड़ को दर्शाएगा. वहीं, बीजेपी भी इस उपचुनाव में अपनी साख बचाने की कोशिश में जुटी है. हालांकि, मुकाबला मुख्य रूप से कांग्रेस और AAP के बीच ही माना जा रहा है.


India News
अगला लेख