विदेश में जाकिर नाइक, पन्नू और सैयद सलाउद्दीन की भाषा बोल रहे राहुल गांधी, निशिकांत दुबे का हमला
भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर विदेशी मंचों से भारत सरकार और संविधान के खिलाफ बेबुनियाद बयान देने का आरोप लगाया. दुबे ने राहुल गांधी की भाषा की तुलना जाकिर नाइक, खालिस्तानी गुरपतवंत सिंह पन्नू और सैयद सलाउद्दीन से की. उन्होंने 1975 में राजमाता सिंधिया और महारानी गायत्री देवी के खिलाफ कार्रवाई का हवाला देते हुए कांग्रेस पर कटाक्ष किया. निशिकांत दुबे ने मांग की कि राहुल गांधी का राजनयिक पासपोर्ट जब्त किया जाए और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए.;
भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने विपक्ष के नेता राहुल गांधी पर कड़ी प्रतिक्रिया दी. दुबे ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी विदेशों में जाकर भारतीय संविधान पर भाषण देते हैं और सरकार के खिलाफ बेबुनियाद बयानबाजी करते हैं. उन्होंने कहा कि यह वही भाषा है जो मलेशिया से जाकिर नाइक, कनाडा और अमेरिका से खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू और पाकिस्तान से सैयद सलाउद्दीन बोलते हैं.
भाजपा सांसद ने यह भी कहा कि राहुल गांधी की भाषा और सोच का स्तर इन चरमपंथियों के समान है. उनका कहना था कि कांग्रेस नेता सोरोस फाउंडेशन के समर्थन से अपनी बात रखते हैं और भारत के खिलाफ विदेशी मंचों पर बयानबाजी करते हैं. दुबे ने यह सवाल उठाया कि क्या विपक्ष संविधान के नाम पर देश को विभाजित करने का प्रयास कर रहा है.
राजनयिक पासपोर्ट पर कार्रवाई की मांग
भाजपा सांसद ने स्पष्ट किया कि राहुल गांधी वर्तमान में राजनयिक पासपोर्ट का उपयोग कर विदेशी मंचों पर बयानबाजी कर रहे हैं. दुबे ने मांग की कि उनका राजनयिक पासपोर्ट जब्त किया जाए और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू की जाए. उनका कहना था कि यह कदम राष्ट्रीय सुरक्षा और संविधान की गरिमा बनाए रखने के लिए जरूरी है.
राहुल गांधी का विदेशी भाषण
कोलंबिया के मेडेलिन में ईआईए विश्वविद्यालय में राहुल गांधी ने भारत की मौजूदा लोकतांत्रिक व्यवस्था पर हमला किया. उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार के तहत लोकतंत्र पर गंभीर खतरा मंडरा रहा है. गांधी ने आरोप लगाया कि देश में केंद्रीकृत भ्रष्टाचार और सत्तावाद बढ़ रहा है, और उन्होंने चीन जैसी सत्तावादी व्यवस्था की चेतावनी भी दी.
राजमाता सिंधिया को जेल में डाला गया
निशिकांत दुबे ने 1975 के आपातकाल का हवाला देते हुए कहा कि उस समय राजमाता सिंधिया, भाजपा की संस्थापक सदस्य और ग्वालियर की महारानी, को सिर्फ इसलिए जेल में डाल दिया गया क्योंकि वे भारतीय जनसंघ की नेता थीं. उन्होंने याद दिलाया कि राजमाता सिंधिया ने चुनावों में कभी हार नहीं मानी और जनता में उनका अपार सम्मान था.
महिला नेताओं के खिलाफ कार्रवाई
दुबे ने कहा कि तिहाड़ जेल में राजमाता सिंधिया और जयपुर की महारानी गायत्री देवी को प्रताड़ित किया गया. उन्होंने कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा कि ये वही लोग अब महिलाओं और महिला अधिकारों की बात करते हैं. दुबे ने वर्तमान मुद्दों में वांगचुक मामले का उदाहरण देते हुए कहा कि कांग्रेस की नैतिकता पर सवाल खड़ा होता है.
वांगचुक और भीमसेन सच्चर का हवाला
निशिकांत दुबे ने आरोप लगाया कि लद्दाख में वांगचुक के बयान पर कांग्रेस ने चुप्पी साध रखी है. उन्होंने भीमसेन सच्चर के उदाहरण का जिक्र किया, जिन्हें रातों-रात उनके घर से गिरफ्तार किया गया था. दुबे ने कहा कि कांग्रेस को इसके लिए पूरे देश से माफी मांगनी चाहिए.
राजनीतिक माहौल पर असर
भाजपा सांसद का यह बयान विपक्ष और सरकार के बीच तनाव को और बढ़ा सकता है. विदेशी मंचों पर भारतीय नेताओं के बयान और उनकी आलोचना राष्ट्रीय राजनीति में अक्सर विवाद पैदा करती रही है. निशिकांत दुबे के आरोप कांग्रेस की विदेश नीति और नेतृत्व पर भी सवाल उठाते हैं, जिससे आगामी राजनीतिक बहस और चुनावी माहौल पर प्रभाव पड़ेगा.