'नया शिवाजी बनाने की कोशिश में लगी BJP', नागपुर हिंसा को लेकर 'सामना' ने किसे बताया जिम्मेदार?

महाराष्ट्र में औरंगजेब की कब्र को लेकर विवाद गहराता जा रहा है. शिवसेना (यूबीटी) ने बीजेपी और फडणवीस पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार सिर्फ बयानबाजी कर रही है. नागपुर समेत कई शहरों में हिंसा भड़की, जिससे कानून व्यवस्था पर सवाल उठे. बीजेपी पर शिवाजी महाराज की विरासत को कमजोर करने और सांप्रदायिक तनाव भड़काने के आरोप लगे हैं.;

Edited By :  नवनीत कुमार
Updated On : 20 March 2025 9:10 PM IST

महाराष्ट्र में औरंगजेब की कब्र को लेकर राजनीतिक विवाद बढ़ता जा रहा है. शिवसेना (यूबीटी) ने अपने मुखपत्र सामना में बीजेपी और देवेंद्र फडणवीस पर तीखा हमला बोला है. पार्टी का कहना है कि फडणवीस को छत्रपति शिवाजी महाराज से ज्यादा औरंगजेब महत्वपूर्ण लगते हैं. विपक्ष का आरोप है कि राज्य सरकार केवल बयानबाजी कर रही है और वास्तविक कार्रवाई करने में असफल रही है.

शिवसेना (यूबीटी) ने नागपुर में हुए हालिया दंगों को लेकर भी सवाल उठाए हैं. उनका कहना है कि जब शहर में औरंगजेब की कब्र को लेकर हिंसा भड़की, तब प्रशासन मूकदर्शक बना रहा. पुलिस पर हमले हुए, आगजनी हुई, लेकिन राज्य सरकार यह कहकर पल्ला झाड़ रही है कि यह दंगाई बाहरी थे. सवाल यह उठता है कि अगर बाहरी लोग नागपुर में हिंसा भड़का रहे थे, तो पुलिस और खुफिया एजेंसियां क्या कर रही थीं?

कई इलाकों में बढ़ा तनाव

इसके अलावा, महाराष्ट्र के अन्य हिस्सों में भी तनाव बढ़ा है. बीड और परभणी में हिंसा की घटनाएं सामने आई हैं, वहीं कोकण में नवहिंदुत्ववादी संगठनों पर माहौल खराब करने का आरोप लगाया गया है. शिवसेना (यूबीटी) का दावा है कि बीजेपी और उससे जुड़े संगठन राज्य में धार्मिक विभाजन को बढ़ावा दे रहे हैं और सरकार इसे रोकने में असफल रही है.

शिवाजी महाराज के योगदान को कम करने की कोशिश

सामना में यह भी लिखा गया है कि छत्रपति शिवाजी महाराज की विरासत को कमजोर करने की साजिश हो रही है. उनका कहना है कि बीजेपी पहले औरंगजेब की कब्र हटाने की बात कर रही है, लेकिन असली मकसद शिवाजी महाराज और संभाजी महाराज के योगदान को धीरे-धीरे खत्म करना है. यह भी आरोप लगाया गया कि बीजेपी के कुछ नेताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 'नया शिवाजी' कहकर असली शिवाजी की विरासत को कमजोर करने की कोशिश की है.

बाबरी मस्जिद की तरह हटाना चाहते हैं औरंगजेब की कब्र

विवादित बयानबाजी यहीं नहीं रुकी. सामना में लिखा गया कि बीजेपी और उससे जुड़े संगठन औरंगजेब की कब्र को बाबरी मस्जिद से जोड़ रहे हैं और उसे हटाने के लिए कारसेवा जैसी योजना बना रहे हैं. यह भी आरोप लगाया गया कि दंगों को भड़काने के लिए कुरान की आयतें जलाने और मस्जिदों में जानबूझकर अशांति फैलाने जैसी घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा है.

नए शिवाजी' को खड़ा करना है मकसद

इस पूरे विवाद पर शिवसेना (यूबीटी) ने बीजेपी पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि महाराष्ट्र में सांप्रदायिक तनाव पैदा किया जा रहा है, ताकि राजनीतिक फायदे उठाए जा सकें. पत्र के अनुसार, बीजेपी का असली मकसद 'नए शिवाजी' को खड़ा करना है, और इसके लिए इतिहास के नायकों को पीछे करने की कोशिश की जा रही है. अंततः, यह राजनीतिक विवाद महाराष्ट्र में एक बड़ा मुद्दा बन चुका है. शिवसेना (यूबीटी) और बीजेपी के बीच यह टकराव सिर्फ औरंगजेब की कब्र तक सीमित नहीं है, बल्कि यह सत्ता की राजनीति और ऐतिहासिक प्रतीकों को अपने पक्ष में करने की रणनीति का हिस्सा बनता जा रहा है.

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