भारतीय नागरिक बनने से पहले सोनिया गांधी का नाम वोटर लिस्ट में हो गया था दर्ज... अनुराग ठाकुर का बड़ा आरोप, राहुल पर भी जमकर बरसे
बीजेपी ने दावा किया है कि कांग्रेस सांसद सोनिया गांधी का नाम 1980 में मतदाता सूची में शामिल किया गया, जबकि वह 1983 में ही भारतीय नागरिक बनी थीं. पूर्व केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर और बीजेपी आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय के अनुसार, नई दिल्ली के पोलिंग स्टेशन 145 की सूची में सोनिया गांधी सहित गांधी परिवार के कई नाम दर्ज थे. मालवीय ने इसे चुनाव कानून का उल्लंघन बताया और कहा कि गैर-भारतीय नागरिक का नाम मतदाता सूची में नहीं होना चाहिए.;
Anurag Thakur Accuses Sonia Gandhi: बीजेपी ने कांग्रेस सांसद सोनिया गांधी पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा है कि उनका नाम भारतीय नागरिक बनने से तीन साल पहले ही मतदाता सूची में शामिल कर दिया गया था. यह बयान विपक्ष के 2024 लोकसभा चुनाव में वोटर फ्रॉड के आरोपों के जवाब में आया है.
पूर्व केंद्रीय मंत्री और बीजेपी सांसद अनुराग ठाकुर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में दावा किया कि इटली में जन्मी सोनिया गांधी का नाम 1980 में वोटर लिस्ट में जोड़ा गया, जबकि वह 1983 में भारतीय नागरिक बनीं. उन्होंने कहा कि यह खुलासा बीजेपी आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने किया है, जिन्होंने एक्स (X) पर 1980 की नई दिल्ली संसदीय क्षेत्र के एक पोलिंग स्टेशन की मतदाता सूची की फोटो कॉपी साझा की.
मालवीय के अनुसार, सफदरजंग रोड स्थित पोलिंग स्टेशन 145 की मतदाता सूची में इंदिरा गांधी, राजीव गांधी, संजय गांधी, सोनिया गांधी और मेनका गांधी, सभी के नाम दर्ज थे. उनका दावा है कि उस समय सोनिया के पास इटली की नागरिकता थी, जो जनप्रतिनिधित्व अधिनियम 1950 के तहत स्पष्ट उल्लंघन है, क्योंकि गैर-भारतीय नागरिक का नाम मतदाता सूची में नहीं जोड़ा जा सकता.
मालवीय ने लिखा, "1980 में नई दिल्ली लोकसभा क्षेत्र की वोटर लिस्ट 1 जनवरी 1980 की क्वालिफाइंग डेट के साथ संशोधित की गई थी. इसी दौरान सोनिया गांधी का नाम जोड़ा गया, जो पोलिंग स्टेशन 145 में क्रम संख्या 388 पर दर्ज था."
90 बार चुनाव हारने का रिकॉर्ड राहुल गांधी के नाम है
अनुराग ठाकुर ने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि उनके नाम 90 बार चुनाव हारने का रिकॉर्ड है. कांग्रेस पार्टी के अंदर भी राहुल गांधी के नेतृत्व पर सवाल खड़े होते हैं. जब वे चुनाव हार जाते हैं, तो कभी ईवीएम पर प्रश्नचिन्ह खड़ा करते हैं, या वोटर्स पर ठीकरा फोड़ते हैं.
'विपक्षी दलों के साथ मिलकर झूठे आरोप लगाने में जुटी है कांग्रेस'
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कांग्रेस ने पहले कहा कि ईवीएम मशीन के साथ हेराफेरी होती है, ईवीएम बैन करो, बैलेट पेपर लाओ. फिर कहा ईवीएम को रिमोटली हैक किया जा सकता है. फिर कहा वीवीपैट 100 प्रतिशत चेक सुनिश्चित करो. कांग्रेस ने आत्मचिंतन नहीं किया, लेकिन ईवीएम से लेकर संवैधानिक संस्थाओं तक पर आरोप लगाते रही. अब बिहार चुनाव हारता हुआ देख पहले ही विपक्षी दलों के साथ मिलकर झूठे आरोप लगाने में जुटी है.
कांग्रेस ने रखी चुनावी भ्रष्टाचार की नींव
अनुराग ठाकुर ने कहा कि 1952 से अगर हम शुरुआत करें तो, कांग्रेस और सीपीआई ने मिलकर संविधान निर्माता, एक संत जैसे नेता डॉ. भीमराव आंबेडकर जी को चुनाव हरवाया. चुनावी भ्रष्टाचार की नींव कांग्रेस ने पहले चुनाव 1952 में ही रख दी थी. उन्होंने कहा कि आप रिकॉर्ड चेक कीजिए, 74,333 वोट खारिज किए गए जबकि अंबेडकर जी मात्र 14,561 वोट से हारे थे. कांग्रेस ने तो संविधान निर्माता, एक दलित नेता को पहले चुनाव में ही निपटाने का काम किया. आप कल्पना कीजिए, जिन्होंने संविधान बनाया था, उसी को कांग्रेस परिवार ने चुनाव में धांधली कर हरा दिया.
इंदिरा गांधी ने कहा था- मतदाता मूर्खों का टोला है
अनुराग ठाकुर ने कहा कि इस परिवार और पार्टी का शुरू से चलन रहा है कि चुनाव हारते हो तो चुनाव आयोग पर, मतदाताओं पर या चुनाव आयोग की कार्य प्रणाली पर प्रश्न चिन्ह खड़ा कर दो. इंदिरा गांधी ने तो कहा था, मतदाता मूर्खों का टोला है. राजीव गांधी जब चुनाव हारे तो उन्होंने बैलेट पेपर पर ठीकरा फोड़ दिया. बीजेपी सांसद ने कहा कि राहुल गांधी के पिता जी कहते थे कि वोटिंग मशीन से चुनाव करवाओ और राहुल गांधी कहते हैं कि बैलेट पेपर से चुनाव करवाओ.
'राहुल गांधी के आंकड़े भी झूठे हैं और वो भी झूठे हैं'
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि राहुल गांधी ने आरोप लगाया था कि 5 बजे के बाद बहुत वोट बढ़ गए थे. 5 बजे से पहले 58 लाख वोट प्रतिघंटा पड़े थे, और 5 बजे के बाद 32.5 लाख वोट प्रतिघंटा पड़े थे... तो ये स्पष्ट है कि राहुल गांधी के आंकड़े भी झूठे हैं और वो भी झूठे हैं. उन्होंने कहा कि जब कांग्रेस ऐसे वोट चोरी का आरोप लगाती है, तो उसका एक ही एजेंडा साफ नजर आता है- घुसपैठियां वोट बैंक को बचाना कैसे है, एक वर्ग के वोट बैंक के लिए कैसे लड़ाई लड़नी है, राष्ट्र की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ कैसे करना है और सच्चे-पक्के देशवासियों के वोट को नीचा कैसे दिखाना है.