एक-एक करके हमें छोड़ रहे हैं....इंडस्ट्री में लगातार निधन से टूटे Amitabh Bachchan, कामिनी कौशल को दिया ट्रिब्यूट

बच्चन जी ने आगे याद करते हुए बताया कि उनके परिवार कई पीढ़ियों से एक-दूसरे से जुड़े हुए थे.कामिनी जी की बड़ी बहन मेरी मां की बहुत अच्छी दोस्त थी. दोनों एक ही स्कूल में पढ़ती थीं और बहुत खुशमिजाज सहेलियां थी.;

( Image Source:  X : @SrBachchan )
Edited By :  रूपाली राय
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कामिनी कौशल (Kamini Kaushal) का 98 साल की उम्र में निधन हो गया. इससे फिल्म जगत में एक गहरा सन्नाटा छा गया है. ऐसा सन्नाटा तब फैलता है जब कोई बहुत करीबी और पुराना साथी अचानक चला जाता है. कई लोगों के लिए वे पुरानी क्लासिक फिल्मों की याद थी. कुछ के लिए वे पुराने बॉलीवुड की आखिरी नरम और प्यारी कड़ी थी. लेकिन अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) के लिए वे इससे बहुत ज्यादा थी. वे उनके परिवार की बहुत पुरानी और प्यारी दोस्त थी. उनकी दोस्ती भारत-पाकिस्तान बंटवारे से भी पहले की थी.

सुपरस्टार अमिताभ बच्चन ने अपने ब्लॉग पर एक बहुत ही निजी और दिल छूने वाला मैसेज लिखा. उन्होंने कामिनी जी को सिर्फ एक अच्छी एक्ट्रेस ही नहीं, बल्कि अपने परिवार के इतिहास का हिस्सा बताया. उन्होंने लिखा, 'और एक और दुखद खबर... पुराने जमाने की प्यारी पारिवारिक दोस्त... जब बंटवारा नहीं हुआ था... कामिनी कौशल जी... महान कलाकार, एक आदर्श व्यक्ति, जिन्होंने फिल्म इंडस्ट्री को बहुत कुछ दिया और आखिरी सांस तक हमारे साथ रहीं... उनका परिवार और मेरी मां का परिवार बंटवारे से पहले पंजाब में बहुत अच्छे दोस्त थे...'

एक-एककर सब छोड़कर जा रहे है

बच्चन जी ने आगे याद करते हुए बताया कि उनके परिवार कई पीढ़ियों से एक-दूसरे से जुड़े हुए थे.कामिनी जी की बड़ी बहन मेरी मां की बहुत अच्छी दोस्त थी. दोनों एक ही स्कूल में पढ़ती थीं और बहुत खुशमिजाज सहेलियां थी. बड़ी बहन की एक दुर्घटना में दुखद मौत हो गई. उस समय की पुरानी परंपरा के अनुसार, ऐसी दुख भरी स्थिति में मरने वाली की छोटी बहन का विवाह उसके पति यानी देवर से कर दिया जाता था.' कामिनी जी की गर्मजोशी, प्यार और कला के बारे में बच्चन जी ने कहा, 'एक बहुत खुशमिजाज, प्यार करने वाली और बेहद प्रतिभाशाली कलाकार हमसे दूर चली गईं... 98 साल की उम्र में... एक पूरा युग खत्म हो गया... न सिर्फ फिल्म वालों के लिए, बल्कि दोस्तों के लिए भी... एक-एक करके पुराने लोग हमें छोड़कर जा रहे हैं... यह बहुत दुख का पल है, जो अब सिर्फ संवेदना और प्रार्थना से भरा है... उनके शुरुआती दिनों के शानदार अभिनय अब सिर्फ यादें रह गई हैं...' यहां देखें पोस्ट.

कई बड़े सितारों के साथ किया काम

कामिनी कौशल जी का फिल्मी सफर 1946 में शुरू हुआ था. उस समय चेतन आनंद ने उन्हें अपनी फिल्म 'नीचा नगर' में मौका दिया. यह फिल्म कान फिल्म फेस्टिवल में पाल्मे डी'ओर अवार्ड जीतने वाली पहली भारतीय फिल्म बनी. इसके बाद उन्होंने दिलीप कुमार, देव आनंद और राज कपूर जैसे बड़े सितारों के साथ काम किया. 1960 के दशक में उन्होंने 'दो रास्ते', 'प्रेम नगर' और 'महा चोर’ जैसी हिट फिल्मों में मां या चरित्र भूमिकाएं निभाईं. उम्र ढलने के बाद भी उन्होंने काम नहीं छोड़ा. हाल के सालों में 'चेन्नई एक्सप्रेस', ‘लाल सिंह चड्ढा’ और ‘कबीर सिंह’ जैसी बड़ी फिल्मों में भी वे नजर आईं.

परिवार और पालतू कुत्तों ने दी अंतिम विदाई 

महान एक्ट्रेस कामिनी कौशल जी का अंतिम संस्कार शनिवार को मुंबई के वरली श्मशान घाट पर किया गया. वहां माहौल बहुत उदास और गमगीन था. सिर्फ परिवार के करीबी लोग ही मौजूद थे. उनके बड़े बेटे विधुर ने हिंदू रीति-रिवाजों के साथ अंतिम संस्कार किया. इससे पहले उनका पार्थिव शरीर उनके मुंबई वाले घर से श्मशान घाट लाया गया. एक बहुत ही मार्मिक और प्यारा दृश्य भी देखने को मिला. कामिनी जी के पालतू कुत्ते भी अंतिम विदाई में शामिल हुए. परिवार वाले अपने वफादार पालतू जानवरों को भी साथ लेकर आए. सबने उन्हें आंसुओं भरी आंखों से अलविदा कहा.

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