महिलाओं के बिना कुछ भी नहीं...Kriti Senon बनी विश्व स्वास्थ्य शिखर सम्मेलन में बोलने वाली पहली भारतीय एक्ट्रेस

कृति सैनन न केवल फिल्मों में बल्कि सामाजिक और वैश्विक मंचों पर भी भारत की नई पहचान बन रही हैं. वह बर्लिन में आयोजित विश्व स्वास्थ्य शिखर सम्मेलन 2025 में स्पीच देने वाली पहली भारतीय एक्ट्रेस बन गई है.;

( Image Source:  X : @UrbanAsian )
Edited By :  रूपाली राय
Updated On : 16 Oct 2025 6:00 AM IST

बॉलीवुड की टैलेंटेड एक्ट्रेस, प्रोड्यूसर और एंटरप्रेन्योर कृति सेनन ने एक बार फिर भारत का नाम इंटरनेशनल लेवल पर ऊंचा कर दिया है. उन्होंने बर्लिन में ऑर्गनाइज विश्व स्वास्थ्य शिखर सम्मेलन 2025 (World Health Summit 2025) में बतौर स्पीकर हिस्सा लेकर इतिहास रच दिया. वह इस प्रतिष्ठित मंच पर बोलने वाली पहली भारतीय एक्ट्रेस बन गईं. हर साल आयोजित होने वाला यह सम्मेलन दुनियाभर के हेल्थ एक्सपर्ट्स, पॉलिसी मेकर्स, साइंटिस्ट और सोशल एक्टिविस्ट को एक साथ लाता है, ताकि ग्लोबल हेल्थ से जुड़े अहम मुद्दों पर चर्चा की जा सके. 

इस मंच पर कृति ने अपनी सशक्त उपस्थिति से सभी का ध्यान खींच लिया. उन्होंने न सिर्फ भारत का रिप्रेजेंट किया, बल्कि महिलाओं के स्वास्थ्य (Women’s Health) और जेंडर इक्वालिटी (Gender Equality) जैसे गंभीर मुद्दों पर भी मजबूती से अपनी बात रखी. कृति इस इवेंट में यूएनएफपीए (UNFPA) की भारत में लैंगिक समानता के लिए मानद एंबेसडर (Honorary Ambassador) के रूप में शामिल हुईं.

महिलाओं का स्वास्थ्य भविष्य है 

उन्होंने 'Women’s Health – A Global Asset: Advancing Returns on Bold Investments' नामक हाई-लेवल सेशन में हिस्सा लिया. अपनी गहरी और प्रभावशाली स्पीच में उन्होंने कहा, 'महिलाओं का स्वास्थ्य कोई सेकंडरी विषय नहीं है, बल्कि यह पूरी मानवता की प्रगति, समृद्धि और हमारे साझा भविष्य की नींव है.' कृति ने बताया कि महिलाएं दुनिया की आबादी का लगभग आधा हिस्सा हैं, फिर भी उनके स्वास्थ्य पर किया जाने वाला निवेश बेहद सीमित है. उन्होंने आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि, 'अगर महिलाओं के स्वास्थ्य में 300 मिलियन अमेरिकी डॉलर निवेश किए जाएं, तो उसका इकनोमिक रिटर्न करीब 13 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंच सकता है यानी नौ गुना से ज़्यादा फायदा.' 

बैकबोन होती हैं महिलाएं 

कृति ने अपनी स्पीच में 'Nothing about her, without her' यानी 'उसके बारे में कुछ भी, उसके बिना नहीं' के सिद्धांत का समर्थन किया. उन्होंने कहा, 'महिलाओं के स्वास्थ्य में निवेश सिर्फ एक नैतिक कर्तव्य नहीं है, बल्कि यह हमारे समाज की स्थिरता और भविष्य के विकास के लिए एक स्ट्रैटेजिक इन्वेस्टमेंट है.'  उन्होंने यह भी कहा कि अगर महिलाओं को उनके स्वास्थ्य और कल्याण से जुड़ी नीतियों में शामिल किया जाए, तो इसका असर गहराई से समाज में महसूस किया जाएगा. स्वस्थ महिलाएं परिवारों, समाज और अर्थव्यवस्था तीनों की रीढ़ होती हैं.'

बदलाव की ज़रूरत पर दिया ज़ोर

कृति ने भारत में अपने सोशल कैंपिंग और अनुभवों का जिक्र करते हुए कहा कि अब भी लाखों महिलाएं चाइल्ड मैरिज, कमजोर मातृ देखभाल और स्वास्थ्य सेवाओं तक सीमित पहुंच जैसी समस्याओं से जूझ रही हैं. उन्होंने सरकारों और वैश्विक संस्थानों से समय पर हस्तक्षेप (Timely Intervention) की अपील की, ताकि इन महिलाओं के जीवन की गुणवत्ता में बड़ा सुधार लाया जा सके. 

कृति की जर्नी 

कृति जो एक्ट्रेस से पहले जेपी इंस्टीट्यूट ऑफ इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी से इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की. इसके बाद उन्होंने मॉडलिंग शुरू की और फिर 2014 में फिल्मों की दुनिया में कदम रखा. उनकी पहली फिल्में थी तेलुगु की “1: नेनोक्कादीन” और हिंदी की 'हीरोपंती', जिसके लिए उन्हें फिल्मफेयर बेस्ट डेब्यू एक्ट्रेस अवॉर्ड मिला. उन्हें ‘दिलवाले’, 'बरेली की बर्फी', 'लुका छुपी', 'हाउसफुल 4', 'मिमी' और 'भेड़िया' जैसी फिल्मों में दमदार एक्टिंग की. उन्हें मिमी के लिए नेशनल अवार्ड भी मिला.

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