10 मिनट के MMS के बाद काजल कुमारी का खेसारी लाल यादव के साथ एक और वीडियो वायरल, भोजपुरी इंडस्ट्री में मचा तहलका

भोजपुरी एक्ट्रेस काजल कुमारी और सुपरस्टार खेसारी लाल यादव का एक कथित AI जनरेटेड डीपफेक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसमें दोनों को लिपलॉक करते दिखाया गया है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह वीडियो सिंगर संदेश प्रेमी के इंस्टाग्राम से पोस्ट किया गया था और कुछ ही घंटों में वायरल हो गया. साइबर एक्सपर्ट्स ने इसे डीपफेक बताया है और कहा है कि ऐसा कंटेंट आईटी एक्ट के तहत अपराध है. वहीं, काजल और खेसारी की टीम अब कानूनी कार्रवाई की तैयारी कर रही है.;

( Image Source:  instagram.com/sandesh_premi_/ )

Kajal Kumari Khesari Lal Yadav AI video: भोजपुरी सिनेमा एक बार फिर विवादों के घेरे में आ गया है. हाल ही में अभिनेत्री काजल कुमारी का  AI जनरेटेड वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था, जिसमें उन्हें सुपरस्टार खेसारी लाल यादव के साथ लिपलॉक करते दिखाया गया है. अब एक और वीडियो सामने आया है, जिसमें वे काजल के कमर पर हाथ रखकर डांस करते हुए दिखाई दे रहे हैं.

हालांकि, साइबर एक्सपर्ट्स ने इसे डीपफेक वीडियो बताया है, जिसे AI तकनीक से मॉर्फ किया गया है. इस घटना ने न सिर्फ काजल कुमारी के फैंस को चौंका दिया है बल्कि यह मुद्दा अब AI के गलत इस्तेमाल और सेलेब्रिटी की प्राइवेसी को लेकर गहरी चिंता भी पैदा कर रहा है.



कैसे वायरल हुआ यह वीडियो?

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, यह विवादास्पद वीडियो सिंगर संदेश प्रेमी के इंस्टाग्राम अकाउंट से शेयर किया गया था. वीडियो में खेसारी लाल यादव, काजल कुमारी के कमर में हाथ डालकर डांस कर रहे हैं. वीडियो के साथ संदेश प्रेमी ने एक कैप्शन लिखा- काजल कुमारी को खेसारी जी ने पहले ही समझाया था.”



कुछ ही घंटों में यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया. इंस्टाग्राम पर इसे अब तक 28 हजार से ज्यादा बार देखा जा चुका है. वहीं, करीब 400 लोगों ने इसे लाइक किया है.

Deepfake तकनीक का दुरुपयोग- बढ़ता साइबर खतरा

साइबर एक्सपर्ट्स के अनुसार, यह वीडियो एक AI Deepfake Technology का उदाहरण है. इस तकनीक में किसी व्यक्ति का असली चेहरा या आवाज लेकर उसे किसी दूसरे वीडियो पर डिजिटली फिट कर दिया जाता है, जिससे वह वीडियो वास्तविक प्रतीत होता है. विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि ऐसे फेक वीडियो बनाना और प्रसारित करना न केवल नैतिक रूप से गलत है, बल्कि आईटी एक्ट 2000 की धारा 66E, 67 और IPC की धारा 509 के तहत दंडनीय अपराध भी है.


काजल कुमारी और खेसारी लाल यादव की चुप्पी

अब तक इस पूरे विवाद पर काजल कुमारी और खेसारी लाल यादव की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है. हालांकि, सूत्रों का कहना है कि दोनों सितारों की लीगल टीम सक्रिय हो गई है और जल्द ही इस वीडियो के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू की जा सकती है. बताया जा रहा है कि काजल कुमारी इस वायरल वीडियो से काफी तनाव में हैं और अपने वकील के साथ साइबर सेल में शिकायत दर्ज कराने की तैयारी कर रही हैं.


AI युग में मनोरंजन जगत के लिए नई चुनौती

यह घटना दिखाती है कि AI की शक्ति जितनी उपयोगी है, उतनी ही खतरनाक भी बन सकती है. अगर उसका दुरुपयोग किया जाए. फिल्म और मनोरंजन उद्योग में जहां कलाकारों की लोकप्रियता बढ़ रही है, वहीं Deepfake और फेक कंटेंट उनकी प्रतिष्ठा और निजी जीवन के लिए गंभीर खतरा बनते जा रहे हैं.


भोजपुरी इंडस्ट्री में यह घटना अब AI एथिक्स और डिजिटल सुरक्षा पर एक नई बहस को जन्म दे रही है. अब सबकी नजर इस बात पर है कि क्या काजल और खेसारी की टीम इस विवाद को कानूनी मोर्चे पर सुलझा पाएगी या फिर यह मामला और बढ़ेगा.

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