IRS अफसर समीर वानखेड़े ने रेड चिलीज़ और नेटफ्लिक्स पर ठोका केस, मांगा 2,000 करोड़ रुपये का हर्जाना

समीर वानखेड़े का कहना है कि यह वेब सीरीज उनकी इमेज को खराब करने और जनता के सामने उन्हें गलत दिखाने की एक सोची-समझी साज़िश है. इसके साथ ही उन्होंने दावा किया कि इस शो में ड्रग्स विरोधी एजेंसियों को भी निगेटिव और ग़लत रूप में दिखाया गया है.;

( Image Source:  Instagram : swankhede.irs, iamsrk )
Edited By :  रूपाली राय
Updated On : 25 Sept 2025 4:41 PM IST

आईआरएस अफसर समीर वानखेड़े ने एक बड़ा कदम उठाते हुए शाहरुख खान और गौरी खान की कंपनी रेड चिलीज़ एंटरटेनमेंट, नेटफ्लिक्स और कई अन्य लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है. उन्होंने यह मामला दिल्ली हाईकोर्ट में दाखिल किया है. समीर वानखेड़े का कहना है कि नेटफ्लिक्स पर रिलीज हुई वेब सीरीज 'बैड्स ऑफ बॉलीवुड', जिसे रेड चिलीज़ एंटरटेनमेंट ने बनाया है, में उनकी इमेज को गलत तरीके से दिखाया गया है. उनका आरोप है कि सीरीज में उन्हें लेकर झूठे, दुर्भावनापूर्ण और मानहानिकारक क्लिप्स दिखाए गए हैं, जिनसे उनकी इमेज को नुकसान पहुंचा है.

इसके साथ ही उन्होंने दावा किया कि इस शो में ड्रग्स विरोधी एजेंसियों को भी निगेटिव और ग़लत रूप में दिखाया गया है, जिसकी वजह से आम जनता का भरोसा लॉ एनफोर्समेंट एजेंसीज से उठ सकता है. वानखेड़े ने कोर्ट में यह भी कहा कि इस सीरीज को जानबूझकर उनकी बदनामी के लिए बनाया गया है. उनका और शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान का केस पहले से ही बॉम्बे हाईकोर्ट और मुंबई की एनडीपीएस स्पेशल कोर्ट में चल रहा है.

अश्लील इशारों आरोप 

ऐसे में इस सीरीज को लेकर उन्हें और ज्यादा मानसिक तनाव झेलना पड़ रहा है. उनका आरोप है कि सीरीज में एक किरदार को 'सत्यमेव जयते' बोलने के तुरंत बाद अश्लील इशारा करते हुए दिखाया गया है, जिसमें वह मिडिल फिंगर दिखाता है. वानखेड़े का कहना है कि यह हरकत राष्ट्रीय सम्मान अपमान निवारण अधिनियम, 1971 का गंभीर उल्लंघन है और कानून के हिसाब से दंडनीय अपराध है. 

भारी हर्जाने की मांग

समीर वानखेड़े ने यह भी कहा कि इस सीरीज का कंटेंट आईटी एक्ट और भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) के कई प्रावधानों का उल्लंघन करता है. उनका आरोप है कि शो में अश्लील और आपत्तिजनक सामग्री का इस्तेमाल कर राष्ट्रीय भावनाओं को ठेस पहुंचाने की कोशिश की गई है. उन्होंने कोर्ट से 2,000 करोड़ रुपए के हर्जाने की मांग की है. खास बात यह है कि वानखेड़े ने साफ किया है कि अगर उन्हें यह मुआवज़ा मिलता है तो वह पूरी रकम टाटा मेमोरियल कैंसर अस्पताल को दान कर देंगे, ताकि इसका इस्तेमाल कैंसर पीड़ित मरीजों के इलाज में हो सके. 

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