'युद्ध हुआ तो भारतीय हीरोइनों को...', सामने आया पाकिस्तानी मुबाशिर लुकमान का वहशीपन; VIDEO
यह सिर्फ एक विवादित बयान नहीं, बल्कि एक बड़ी समस्या की ओर इशारा करता है महिलाओं के प्रति उग्रवादी सोच और जिम्मेदार संवाद की कमी ऐसे वक्त में जब दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ रहा है.;
हाल ही में एक पाकिस्तानी पत्रकार मबाशिर लुकमान द्वारा भारतीय एक्ट्रेस को लेकर की गई आपत्तिजनक और शर्मनाक टिप्पणी ने सोशल मीडिया पर भारी बवाल खड़ा कर दिया है. एक वायरल वीडियो में लुकमान अपने साथी पत्रकार नईम हनीफ के साथ बातचीत में कहते है कि अगर भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध होता है, तो वह चाहता है कि भारतीय एक्ट्रेस को 'सेक्स स्लेव' (लौंडिया) की तरह रखा जाए. इस बयान को लेकर भारतीय सोशल मीडिया यूज़र्स में गहरा आक्रोश देखने को फ़ैल गया है. पत्रकार मबाशिर लुकमान के पॉडकास्ट की जमकर आलोचना हो रही है.
दरसअल बातचीत के दौरान जब हनीफ ने पूछा कि युद्ध की स्थिति में उनकी क्या ख्वाहिश होगी, तो मबाशिर लुकमान ने धार्मिक नेताओं (उलेमा) से यह सवाल पूछने की बात कही कि, 'क्या हमें भारतीय एक्ट्रेस को लौंडिया बनाने की इजाज़त है?.' यह बयान सुनने वालों को हैरान और गुस्से से भर देने वाला था. बाद में लुकमान ने अपनी बात को सही ठहराने की कोशिश की और कहा कि वह सिर्फ एक जुझारू सोच को दिखाना चाह रहे थे, लेकिन तब तक उनकी बात सोशल मीडिया पर आग की तरह फैल चुकी थी.
सोशल मीडिया पर उबाल
लोगों ने इस टिप्पणी को महिलाओं के प्रति नफरत और घटिया सोच की मिसाल बताते हुए तीखी प्रतिक्रिया दी. एक यूज़र ने लिखा, 'यह सिर्फ मज़ाक या बातचीत नहीं है, यह उस गंदी सोच का सबूत है जो पाकिस्तान के कट्टरपंथी वर्ग में पनपती है.' कई लोगों ने बॉलीवुड से इस पर प्रतिक्रिया की मांग भी की और कहा कि अगर फिल्म इंडस्ट्री चुप रहती है, तो यह मूक समर्थन के बराबर होगा. एक यूजर ने कमेंट सेक्शन में लिखा, 'मैं उनके चेहरे को देखकर भी बीमार महसूस नहीं कर सकता.वे महिलाओं से पैदा हुए हैं, फिर भी इतनी हानिकारक मानसिकता रखते हैं.' दूसरे ने कहा, 'यह कैसी विकृत मानसिकता है? घिनौनी गंदगी.' एक अन्य ने कहा, 'यह ऐसी कई पाकिस्तानी महिलाओं की स्थिति बताता है जिन्हें जबरदस्ती ऐसा बना दिया गया है.'
सरकार की कड़ी कार्रवाई
इस घटना के साथ ही पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान पर कड़ा रुख अपनाया है. पाकिस्तानी नेताओं, पत्रकारों और कई मीडिया संस्थानों के सोशल मीडिया अकाउंट भारत में ब्लॉक कर दिए गए हैं. सरकार का कहना है कि यह फैसला नफरत और भड़काऊ बयानों को रोकने के लिए लिया गया है. यह सिर्फ एक विवादित बयान नहीं, बल्कि एक बड़ी समस्या की ओर इशारा करता है महिलाओं के प्रति उग्रवादी सोच और जिम्मेदार संवाद की कमी ऐसे वक्त में जब दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ रहा है, इस तरह की बातों से माहौल और भी टॉक्सिक हो सकता है.