जब सलाखों में ही ब्रांडेड सामान, कैश सबकुछ मुहैया है तो फिर पूर्व BSP सांसद जेल की सलाखों से बाहर जाना क्यों चाहेंगे?
ललितपुर जेल में बंद पूर्व बसपा सांसद रिजवान जहीर के बैरक पर छापे में चौंकाने वाली चीज़ें मिलीं - ब्रांडेड सामान, देसी घी, नकदी और ऐशो-आराम का पूरा इंतज़ाम. हत्या के आरोप में विचाराधीन कैदी जहीर ने जेल को 'जन्नत' बना रखा था. जेल की दीवारें गुटखे से सनी थीं. मामले में दोषी अफसरों पर कार्रवाई तय मानी जा रही है. ज़हीर पर गैंगस्टर एक्ट लग चुका है, संपत्ति जब्त है.;
जेल सिर्फ गरीब, गली-कूंचे के छोटे-मोटे अपराधियों के लिए ‘जहन्नुम’ होती होगी. धन्नासेठों, दिमाग वालों, तिकड़मी, ऊंची पहुंच वालों, मास्टमाइंड सफेदपोश यानी व्हाइट-कॉलर-क्राइम वालों के लिए, देश की अधिकांश जेल ‘जन्नत’ से कम नहीं हैं. यह हम नहीं कह रहे हैं. बहुजन समाज पार्टी यानी बसपा (BSF EX MP Rizwan Zaheer) के पूर्व सांसद रिजवान जहीर साबित कर रहे हैं. जोकि बलरामपुर से सांसद रह चुके हैं और इन दिनों कत्ल के एक मामले में उत्तर प्रदेश की ललितपुर जिला जेल में कैद हैं. जेल में बंद पूर्व सांसद की कोठरी पर छापे के दौरान उनके शाही ठाठ और जेल के भीतर भी, उनकी एशो-आराम की जिंदगी की ‘महकती’ हुई कहानी बाहर आई है.
इन तमाम तथ्यों की पुष्टि स्टेट मिरर हिंदी से बातचीत में राज्य पुलिस महानिदेशालय के अपर-महानिरीक्षक (कारागार) धर्मेंद्र सिंह ने की है. उन्होंने कहा कि जेल बैरक पर छापा जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की टीम द्वारा मारा गया था. तब जेल की कोठरी के भीतर भी ‘जन्नत’ की जिंदगी बिता रहे विचाराधीन कैदी और, पूर्व बसपा सांसद रिजवान जहीर के तिकड़मी दिमाग की कारस्तानी सामने निकल कर आई.
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की टीम का नेतृत्व सचिव मयंक जायसवाल कर रहे थे. हत्या के मामले में जेल में बंद विचाराधीन कैदी पूर्व सांसद रिजवान जहीर की जेल-कोठरी में शैंपू, ब्रांडेड साबुन-कपड़े, 30 हजार रुपए नकदी, खाने-पीने का उच्च क्वालिटी का सामान पकड़े जाने के बारे में जब, जिला जेल के अधिकारियों से पूछा तो, वह खुद ही “हमाम में सब नंगे” वाली हालत में खड़े दिखाई पड़े.
जेल में मिले घर जैसे ठाठ-बाट के सामान
राज्य कारागार महानिदेशालय से मिली खबर के मुताबिक, “छापे के दौरान जेल की बैरक संख्या 5A से डनलप ब्रांड का कीमती गद्दा, तकिया, बैटरी वाला पंखा, देसी घी के डिब्बे, टिफिन, आचार, सिर और बदन पर लगाने वाला ब्रांडेड कीमती तेल, साबुन-शैंपू, क्रीम तक मौजूद मिला है. इस बारे में जब संबंधित और हत्या की साजिश रचने के आरोपी विचाराधीन कैदी बसपा के पूर्व सांसद रिजवान जहीर से पूछा गया तो वह बगलें झांकने लगा. मौके पर ही जेल के अधिकारियों को तलब किया गया, तो रंगे हाथ भांडाफोड़ होने के चलते उनके पास भी बचाव का कोई जवाब नहीं था. लिहाजा ऐसे में कोई बड़ी बात नहीं है कि इस सबकी गाज संबंधित कैदी के साथ साथ जेल के वार्डन से लेकर डिप्टी जेलर, और जेलर तक भी जा गिरे.”
दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई होना तय
इस बारे में बात करते हुए अपर महानिरीक्षक जेल (महानिदेशालय) धर्मेंद्र सिंह ने कहा, “प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए उप-महानिरीक्षक कारागार, कानपुर रेंज से जांच रिपोर्ट आ चुकी है. जिसे आगे की कार्यवाही के लिए उप-महानिरीक्षक कारागार मुख्यालय को भेजा जा चुका है. जांच में जो भी अधिकारी व कर्मचारी दोषी पाए जाएंगे उनके विरुद्ध कठोरत विभागीय कार्रवाई किया जाना तय है.”
पूरी जेल को बना रखा था पीकदान
उल्लेखनीय है कि छापे के दौरान जेल-बैरक की दीवारों से असहनीय बदबू आ रही थी. क्योंकि जेल-बैरक के अंदर की दीवारों के ऊपर चारों ओर गुटखा थूकने के बड़े-बड़े निशान मौजूद थे. पूरी बैरक (कोठरी) के भीतर गुटखा-पान-मसाला के भरे हुए और खाली पाउच इधर-उधर फैले पड़े थे. पूर्व बसपा सांसद रिजवान जहीर बलरामपुर की तुसलीपुर नगर-पंचायत के पूर्व अध्यक्ष फिरोज अहमद पप्पू के हत्या की साजिश में बंद है. स्थानीय जिला प्रशासन उसकी 10 करोड़ 80 लाख कीमत की संपत्ति को भी जब्त कर चुका है. उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स यानी एसटीएफ यूपी पुलिस रिजवान जहीर के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट की कार्रवाही पहले ही करे बैठी है. इसका नाम ब्लैक-लिस्टेड माफियाओं में भी दर्ज है.