दिवाली के बाद कम होंगे गोल्ड रेट! रिकॉर्ड भाव से ₹2,400 सस्ता, जानें कब खरीदना होगा फायदेमंद
धनतेरस के मौके पर सोने की कीमतों में गिरावट देखने को मिली, दिल्ली में सोना ₹1,32,400 प्रति 10 ग्राम पर पहुंचा. विशेषज्ञों का कहना है कि त्योहारों के बाद भौतिक मांग में कमी और वैश्विक संकेतकों के प्रभाव से अगले सप्ताह सोने की कीमतों में सीमित गिरावट और स्थिरता बनी रह सकती है. निवेशक अमेरिकी फेडरल रिजर्व की टिप्पणियां, चीन और यूरोप के आंकड़ों पर नजर रखेंगे. त्योहारी मांग और ईटीएफ निवेश के चलते तेजी पूरी तरह रुकने की संभावना कम है.;
आज दिवाली है और अभी सोने के दाम आसमान छू रहे हैं अगले सप्ताह सोने की बाजार कीमतों में थोड़ी गिरावट देखने को मिल सकती है. विश्लेषकों का मानना है कि हाल की रिकॉर्ड तेजी के बाद अब निवेशक सतर्क हो गए हैं और त्योहारों के बाद भौतिक मांग कम होने की संभावना है. वैश्विक और घरेलू बाजारों में सोने का कारोबार सीमित रेंज में होने की उम्मीद जताई जा रही है, क्योंकि निवेशकों की निगाह अमेरिकी फाइनेंस बिल, फेडरल रिजर्व की टिप्पणियों और प्रमुख आर्थिक आंकड़ों पर है.
जेएम फाइनेंशियल के उपाध्यक्ष प्रणव मेर ने बताया कि मौजूदा बुनियादी स्थितियों का प्रभाव पहले ही कीमतों में समा गया है, इसलिए कुछ स्वस्थ गिरावट संभव है. उन्होंने कहा कि सप्ताह के मध्य के बाद फिजिकल डिमांड कम होने से सोने की कीमतों में स्थिरता आएगी. कारोबारी इस दौरान चीन और ब्रिटेन के आंकड़ों, अमेरिका के उपभोक्ता विश्वास और पीएमआई डेटा सहित वैश्विक संकेतकों पर नजर बनाए रखेंगे.
तेजी का रुख अभी भी बरकरार
विश्लेषकों का मानना है कि भारत में त्योहारी मांग और ईटीएफ निवेश की मजबूती के कारण पिछले सप्ताह सोना सकारात्मक रुख के साथ बंद हुआ. मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) पर सोने का वायदा भाव 5,644 रुपये यानी 4.65 प्रतिशत बढ़कर बंद हुआ. एंजल वन के प्रथमेश माल्या ने कहा कि अमेरिकी नीतिगत अनिश्चितता और अर्थव्यवस्था में सुस्ती के बावजूद सोने में 2025 तक तेजी बनी रहने की संभावना है.
धनतेरस पर मिली राहत
धनतेरस के दिन सोने की कीमतों में गिरावट देखने को मिली. दिल्ली में सोने का भाव रिकॉर्ड स्तर से 2,400 रुपये सस्ता होकर ₹1,32,400 प्रति 10 ग्राम पर आ गया. हालांकि यह गिरावट त्योहार की खरीदारी को प्रभावित नहीं कर सकी और लोग बड़े पैमाने पर गहनों की खरीदारी करते दिखे.
वैश्विक संकेतक और निवेशकों की नजर
विशेषज्ञों के अनुसार सोने के भाव पर अमेरिका और यूरोप के आर्थिक आंकड़ों का असर रहेगा. फेडरल रिजर्व के अधिकारियों की टिप्पणियां, अमेरिकी उपभोक्ता विश्वास और अंतरराष्ट्रीय कच्चे तेल की कीमतें सोने की कीमतों को दिशा देंगी. निवेशक अभी भी सुरक्षित निवेश के तौर पर सोने की ओर आकर्षित हैं.
भविष्य की संभावना
विशेषज्ञों का कहना है कि मौजूदा तेजी थोड़ी सीमित हो सकती है, लेकिन पूरी तरह से रुख बदलने की संभावना कम है. त्योहारी मांग और निवेशकों की रुचि के कारण आने वाले हफ्तों में सोना अपनी स्थिरता बनाए रख सकता है. हालांकि फिजिकल मांग और वैश्विक संकेतकों की निगरानी जरूरी रहेगी.