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नोबेल के लिए बेकाबू ट्रंप! मैंने भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध रोका, लेकिन कुछ नहीं मिला, US राष्ट्रपति ने फिर लिया Credit

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर दावा किया है कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच संभावित युद्ध को टालने में अहम भूमिका निभाई थी. ट्रंप ने कहा कि इस ऐतिहासिक शांति प्रयास के बावजूद उन्हें नोबेल शांति पुरस्कार नहीं मिलेगा, लेकिन "लोग सब जानते हैं, और वही मेरे लिए सबसे ज़रूरी है"

नोबेल के लिए बेकाबू ट्रंप! मैंने भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध रोका, लेकिन कुछ नहीं मिला, US राष्ट्रपति ने फिर लिया Credit
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सागर द्विवेदी
By: सागर द्विवेदी

Updated on: 21 Jun 2025 10:33 AM IST

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर दावा किया है कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच संभावित युद्ध को टालने में अहम भूमिका निभाई थी. ट्रंप ने कहा कि इस ऐतिहासिक शांति प्रयास के बावजूद उन्हें नोबेल शांति पुरस्कार नहीं मिलेगा, लेकिन "लोग सब जानते हैं, और वही मेरे लिए सबसे ज़रूरी है".

दूसरी ओर, भारत ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि अमेरिका की इस प्रक्रिया में कोई भूमिका नहीं थी और युद्धविराम की बात दोनों देशों के सैन्य अधिकारियों के बीच सीधे संवाद से हुई थी. ट्रंप के इस बयान के बाद पाकिस्तान सरकार ने उन्हें 2026 के नोबेल शांति पुरस्कार के लिए औपचारिक रूप से नामित करने का निर्णय लिया है. इस पूरे घटनाक्रम के केंद्र में ऑपरेशन सिंदूर है, जिसे भारत ने 22 अप्रैल को पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में शुरू किया था.

'नोबेल नहीं मिलेगा, लेकिन मैंने जंग रोकी'

ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'ट्रुथ सोशल' पर लिखा, मुझे भारत और पाकिस्तान के बीच जंग रोकने के लिए नोबेल नहीं मिलेगा... सर्बिया-कोसोवो, मिस्र-इथियोपिया, इज़राइल-अबराहम समझौता, इनमें से किसी पर भी नोबेल नहीं मिलेगा, लेकिन लोग सब जानते हैं, और यही मेरे लिए मायने रखता है. ट्रंप ने यह भी जोड़ा कि उन्होंने कांगो और रवांडा के बीच शांति वार्ता में भी निर्णायक भूमिका निभाई है.

अमेरिका ने नहीं निभाई कोई भूमिका

भारत सरकार और पीएम मोदी ने स्पष्ट किया है कि अमेरिका की मध्यस्थता जैसी कोई बात नहीं हुई. पीएम मोदी और ट्रंप के बीच हुई 35 मिनट की कॉल में भी इस पर चर्चा नहीं हुई थी. भारत के अनुसार, पाकिस्तानी DGMO ने 10 मई को भारतीय DGMO से संपर्क किया और दोनों पक्षों ने सैन्य कार्रवाई रोकने पर सहमति जताई. 22 अप्रैल के पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया। भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के कई ठिकानों पर हमला किया, जिनमें नूर खान एयरबेस प्रमुख था. इसके बाद पाक ने संघर्षविराम की पेशकश की.

डोनाल्ड ट्रंप
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