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मस्क के ईमेल ने काश पटेल समेत अमेरिकी कर्मचारियों को क्यों किया परेशान? जानें FBI डायरेक्टर ने क्या लिया फैसला

अरबपति एलन मस्क द्वारा संघीय कर्मचारियों को भेजे गए एक ईमेल ने अमेरिका में विवाद खड़ा कर दिया है. कर्मचारियों से पूछा गया कि उन्होंने पिछले सप्ताह क्या किया, जवाब न देने पर इस्तीफे की चेतावनी दी गई. इस कदम से सरकारी संस्थानों में असमंजस और अस्थिरता का माहौल बन गया है. संघीय कर्मचारी संघ ने इसे अनुचित और अपमानजनक बताया.

मस्क के ईमेल ने काश पटेल समेत अमेरिकी कर्मचारियों को क्यों किया परेशान? जानें FBI डायरेक्टर ने क्या लिया फैसला
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नवनीत कुमार
Edited By: नवनीत कुमार

Published on: 24 Feb 2025 9:26 AM

अरबपति व्यवसायी एलन मस्क द्वारा एक्स पर एक पोस्ट में घोषणा करने के बाद, कई अमेरिकी संघीय सरकारी कर्मचारियों को एक आधिकारिक ईमेल मिला, जिसका शीर्षक था "आपने पिछले सप्ताह क्या किया?" मस्क ने कहा कि जो कर्मचारी इस मेल का जवाब नहीं देंगे, उन्हें इस्तीफा देने वाला माना जाएगा.

नए ट्रंप प्रशासन के तहत बनाए गए सरकारी दक्षता विभाग (DOGE) के प्रमुख के रूप में मस्क को सरकार में हो रहे खर्चे को कम करने और दक्षता सुधारने का काम सौंपा गया है. इस मेल में कर्मचारियों से अपेक्षा की गई थी कि वे पांच बुलेट पॉइंट में अपने पिछले सप्ताह की उपलब्धियों का विवरण दें और अपने प्रबंधक को इसकी कॉपी भेजें. साथ ही, उन्हें किसी भी संवेदनशील जानकारी, लिंक या अटैचमेंट को शेयर करने से मना किया गया था.

कम काम कर रहे कर्मचारी

पूरे वीकेंड में मस्क ने इस कदम का समर्थन करते हुए कई पोस्ट शेयर किए. उन्होंने कहा कि बड़ी संख्या में सरकारी कर्मचारी इतना कम काम कर रहे हैं कि वे अपने ईमेल तक नहीं देख रहे हैं. उन्होंने यह भी दावा किया कि कुछ मामलों में मृत लोगों या गैर-मौजूद कर्मचारियों की पहचान का उपयोग वेतन प्राप्त करने के लिए किया जा रहा है, जिसे उन्होंने पूरी तरह से धोखाधड़ी बताया. हालांकि, मस्क ने इन दावों के समर्थन में कोई डेटा या सबूत पेश नहीं किया.

इस फैसले का क्यों हो रहा है विरोध?

इस कदम के खिलाफ दो मुख्य आपत्तियां हैं. पहला, इस तरह के ईमेल की कोई पूर्व स्थापित प्रक्रिया नहीं है, जिससे कर्मचारियों में भ्रम की स्थिति उत्पन्न हो गई है. फेडरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (FBI) और स्टेट डिपार्टमेंट जैसे संगठनों में भी इस पर असमंजस की स्थिति बनी हुई है. दूसरी आपत्ति यह है कि यह अधिसूचना मस्क और DOGE द्वारा हाल के दिनों में घोषित अन्य विवादास्पद नीतियों के बीच आई है. यह कदम सरकारी कर्मचारियों के बीच अस्थिरता और भय का माहौल बना रहा है.

काश पटेल ने रिप्लाई पर लगाई रोक

रिपोर्ट के अनुसार, एक वरिष्ठ अधिकारी ने अपने कर्मचारियों को इस ईमेल का जवाब देने से रोक दिया. एफबीआई निदेशक काश पटेल, जिन्हें ट्रंप ने नियुक्त किया था ने अपने कर्मचारियों को एक आंतरिक ईमेल में कहा कि एफबीआई अपने नियमों के अनुसार इस तरह की समीक्षा करेगा और अभी के लिए किसी भी प्रतिक्रिया को रोक दिया जाए.

कर्मचारी संघ ने किया सवाल

अमेरिका के सबसे बड़े संघीय कर्मचारी संघ अमेरिकन फेडरेशन ऑफ गवर्नमेंट एम्प्लॉइज (AFGE) ने इस मेल का कड़ा विरोध किया है. संघ के अध्यक्ष एवरेट केली ने मस्क और ट्रंप प्रशासन पर सरकारी कर्मचारियों के प्रति 'घोर तिरस्कार' दिखाने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि यह कदम उन लाखों पूर्व सैन्यकर्मियों के लिए अपमानजनक है, जो सिविल सेवा में अपनी दूसरी पारी खेल रहे हैं. उन्होंने मस्क को एक विशेषाधिकार प्राप्त, अनिर्वाचित अरबपति करार देते हुए कहा कि जिसने कभी सार्वजनिक सेवा में ईमानदारी से एक घंटे भी काम नहीं किया, वह अब लाखों कर्मचारियों की जिम्मेदारी पर सवाल उठा रहा है.

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