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आखिर क्या है बगराम एयरबेस में ऐसा खजाना जिसके लिए ट्रंप हैं बेकरार? अफगान ने US की ठुकराई मांग और दे दी ये वार्निंग

अफगानिस्तान के बगराम एयरबेस को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप खासा उत्साहित हैं. बताया जा रहा है कि इस एयरबेस में एक अद्भुत खजाना छुपा है, जिसकी जानकारी और नियंत्रण को लेकर अफगान अधिकारियों ने अमेरिका की मांग ठुकरा दी और चेतावनी जारी कर दी.

आखिर क्या है बगराम एयरबेस में ऐसा खजाना जिसके लिए ट्रंप हैं बेकरार? अफगान ने US की ठुकराई मांग और दे दी ये वार्निंग
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( Image Source:  ANI )
सागर द्विवेदी
By: सागर द्विवेदी

Published on: 21 Sept 2025 9:29 PM

काबुल से उठी खबर ने एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय राजनीति में हलचल मचा दी है. अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अफगानिस्तान से बगराम एयरबेस लौटाने की सार्वजनिक मांग की और चेतावनी दी कि अगर ऐसा नहीं हुआ तो 'बुरे नतीजे” भुगतने होंगे. ट्रंप ने इस बयान को अपने Truth Social प्लेटफॉर्म पर साझा करते हुए कहा कि अमेरिका जल्द से जल्द इस एयरबेस को वापस चाहता है.

हालांकि, अफगानिस्तान ने ट्रंप की मांग को सिरे से खारिज कर दिया. अफगान रक्षा मंत्रालय के चीफ ऑफ स्टाफ फसीहुद्दीन फितरत ने साफ कहा कि 'अफगानिस्तान की एक इंच जमीन पर भी सौदेबाज़ी संभव नहीं है.' इसके साथ ही सरकार ने अपने आधिकारिक बयान में चेतावनी दी कि देश की स्वतंत्रता और भौगोलिक अखंडता सर्वोच्च है.

अफगानिस्तान का दो टूक जवाब

फसीहुद्दीन फिटरत ने स्थानीय मीडिया को दिए बयान में कहा कि 'हाल ही में कुछ लोग दावा कर रहे हैं कि वे बगराम एयरबेस को वापस लेने के लिए अफगानिस्तान से बातचीत कर रहे हैं. लेकिन ऐसा कोई समझौता संभव नहीं. हमें इसकी ज़रूरत नहीं है. अफगान सरकार ने आगे कहा कि किसी भी तरह का सौदा राष्ट्रीय संप्रभुता के खिलाफ है और अफगानिस्तान अपनी जमीन पर किसी अन्य देश को अधिकार नहीं देगा.

ट्रंप की सख्त चेतावनी

79 वर्षीय डोनाल्ड ट्रंप ने लिखा कि अगर अफगानिस्तान बगराम एयरबेस हमें नहीं देता, जिसे अमेरिका ने बनाया था, तो BAD THINGS ARE GOING TO HAPPEN!!!” हाल ही में ब्रिटेन की राज्य यात्रा के दौरान ट्रंप ने पहली बार सार्वजनिक रूप से इस मुद्दे पर अमेरिका की “दोबारा कब्ज़े” की मंशा जाहिर की थी.

बगराम एयरबेस का इतिहास

बगराम एयरबेस काबुल के उत्तर में स्थित अफगानिस्तान का सबसे बड़ा सैन्य अड्डा है. यह अमेरिका और नाटो सेनाओं का 20 साल लंबे युद्ध के दौरान सबसे अहम ठिकाना रहा. 2021 में जो बाइडेन के कार्यकाल के दौरान अमेरिकी और नाटो सैनिकों ने यहां से अचानक वापसी की. उसी के बाद अफगान सेना तेजी से बिखर गई और तालिबान ने पूरे देश पर कब्ज़ा जमा लिया. 2010 के दशक में यह एयरबेस एक छोटे शहर की तरह विकसित हो गया था, जिसमें Burger King और Dairy Queen जैसे रेस्टोरेंट तक खुल चुके थे.

बगराम एयरबेस में क्या है?

बगराम एयरबेस अफगानिस्तान का सबसे बड़ा और महत्वपूर्ण सैन्य एयरबेस है. यहां पर अमेरिकी और अफगानी सेना के पुराने उपकरण, आधुनिक हथियार, सैन्य गोला-बारूद और रणनीतिक सामग्री रखी गई थी. अफगान अधिकारियों के अनुसार एयरबेस में सैंकड़ों टन हथियार, सैन्य वाहनों और तकनीकी उपकरणों का खजाना है, जो किसी भी राष्ट्र के लिए उच्च रणनीतिक महत्व रखता है. इसके अलावा, खजाने में अफगानिस्तान की आर्थिक संपत्ति और कुछ संवेदनशील सैन्य दस्तावेज भी शामिल बताए जा रहे हैं.

चीन के नज़दीक होने के कारण अहम

ट्रंप बार-बार बगराम एयरबेस की रणनीतिक स्थिति को रेखांकित करते रहे हैं. उनका कहना है कि यह ठिकाना चीन के बेहद नज़दीक है और इसे खोना अमेरिका के लिए बड़ी रणनीतिक भूल साबित हुआ. बगराम एयरबेस केवल सैन्य शक्ति का केंद्र ही नहीं रहा, बल्कि यह विवादों में भी घिरा रहा. Amnesty International और Human Rights Watch जैसी संस्थाओं ने यहां अमेरिकी सेना द्वारा बंदियों के साथ कथित अत्याचार और मानवाधिकार उल्लंघन के मामलों को उजागर किया था.

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