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आतंक की कोख से निकला पाकिस्तान का DG ISPR! ओसामा बिन लादेन से क्या है जनरल अहमद शरीफ चौधरी का कनेक्शन?

अहमद शरीफ चौधरी, जो खुद को मीडिया के सामने पाकिस्तान की 'अंतर्राष्ट्रीय छवि' का रक्षक कहते हैं, उन्हीं की जड़ें वैश्विक आतंकवाद में पनपी हैं. एक ऐसे व्यक्ति का बेटा, जिसने आतंकियों को विनाशकारी तकनीकों की जानकारी दी.

आतंक की कोख से निकला पाकिस्तान का DG ISPR! ओसामा बिन लादेन से क्या है जनरल अहमद शरीफ चौधरी का कनेक्शन?
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रूपाली राय
Edited By: रूपाली राय

Published on: 10 May 2025 11:42 AM

पाकिस्तान खुद को विश्व मंच पर शांति का समर्थक बताता है, लेकिन उसकी सेना का चेहरा, यानी Public Relations Branch (DG ISPR) अहमद शरीफ चौधरी, उसका असली चेहरा सामने आ गया है. जिसे जानकार हर कोई हैरान है. दरअसल अहमद शरीफ के बारे में एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। पाकिस्तानी सेना की information branch, इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (ISPR) के वर्तमान डायरेक्टर जनरल अहमद शरीफ चौधरी को लेकर यह सनसनीखेज जानकारी सामने आई है कि वह वह एक कुख्यात आंतकवादी के बेटे हैं.

चौधरी कोई आम सैन्य अधिकारी नहीं हैं, वह उस व्यक्ति के बेटे हैं जिसे संयुक्त राष्ट्र और अमेरिका ने 'वैश्विक आतंकवादी' घोषित किया था. जी हां, DG ISPR अहमद शरीफ चौधरी, कुख्यात आतंकी सुल्तान बशीरुद्दीन महमूद के बेटे हैं. वही महमूद जिसने दुनिया के सबसे खतरनाक आतंकी ओसामा बिन लादेन को रासायनिक, जैविक और परमाणु हथियारों के बारे में जानकारी दी थी.

कौन था सुल्तान बशीरुद्दीन महमूद?

सुल्तान महमूद एक परमाणु वैज्ञानिक था, जिसने पाकिस्तान के परमाणु ऊर्जा आयोग (PAEC) में लंबे समय तक काम किया. लेकिन साइंस के रास्ते से भटककर उसने 1999 में 'उम्माह तामीर-ए-नौ' (UTN) नाम का एक कट्टरपंथी संगठन खड़ा किया. जिसे 2001 में अमेरिका ने बैन कर दिया. उसी साल, महमूद को अल-कायदा से कथित संबंधों के कारण गिरफ्तार किया गया. संयुक्त राष्ट्र की अल-कायदा बैन समिति ने उसका नाम आतंकियों की लिस्ट में डाला और अमेरिका ने उसे खासतौर से नामित वैश्विक आतंकवादी घोषित किया.

वैश्विक आतंकवाद की जड़ें

अहमद शरीफ चौधरी, जो खुद को मीडिया के सामने पाकिस्तान की 'अंतर्राष्ट्रीय छवि' का रक्षक कहते हैं, उन्हीं की जड़ें वैश्विक आतंकवाद में पनपी हैं. एक ऐसे व्यक्ति का बेटा, जिसने आतंकियों को विनाशकारी तकनीकों की जानकारी दी, क्या वह विश्वसनीयता और पारदर्शिता का प्रतिनिधित्व कर सकता है?. उनका जन्म पंजाब के थल रेगिस्तान में हुआ था और वह इलेक्ट्रिकल एंड मैकेनिकल इंजीनियरिंग (EME) कोर से हैं. ISPR के DG बनने वाले वह पहले EME अधिकारी हैं. इससे पहले उन्होंने DESTO (Defence Science and Technology Organisation) के प्रमुख के रूप में भी कार्य किया.

भारत-पाक तनाव के बीच यह खुलासा क्यों अहम है?

जब भारत ने 22 अप्रैल को पहलगाम आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर ‘ऑपरेशन सिंदूर’ जैसे सटीक और रणनीतिक हमले किए हैं, तो पाकिस्तान बौखलाहट में प्रचार युद्ध का सहारा ले रहा है और इस प्रचार की कमान संभाल रहा है एक ऐसा अधिकारी, जिसकी पारिवारिक पृष्ठभूमि आतंकवाद से रंगी हुई है.

ऑपरेशन सिंदूरवर्ल्‍ड न्‍यूज
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