ईंट का जवाब पत्थर से देंगे... अमेरिका के हमले के बाद हूती विद्रोहियों ने पीछे हटने से किया इनकार
US Airstrikes On Yemen: अमेरिकी सेना ने रविवार को यमन की राजधानी सना हूती विद्रोहियों पर एयर स्ट्राइक की. हूती विद्रोही के एक समूह ने लाल सागर के शिपिंग के खिलाफ हमला किया था. अमेरिका की चेतावनी के बाद भी वह नहीं रुके इसलिए यह कार्रवाई की गई. अमेरिका ने हूतियों के समर्थक ईरान को भी चेतावनी दी और कहा कि हूतियों को समर्थन करना बंद कर दे.

America News: राष्ट्रपति डोनाल्ड्र ट्रम्प सत्ता में वापस आने के बाद लगातार बड़े फैसले ले रहे हैं. ट्रम्प अलग-अलग देशों में हो रहे युद्ध को समाप्त करने के लिए भी प्रयास कर रहे हैं. इसी दिशा में अमेरिका ने रविवार को यमन के हूती विद्रोहियों पर एयर स्ट्राइक की. इस हमले में यमन के 53 लोग मारे गए इनमें पांच महिलाएं और दो बच्चे भी शामिल थे. वहीं 100 से ज्यादा लोग घायल हो गए. हमले के बाद भी दोनों देशों ने पीछे हटने से इनकार कर दिया है.
मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया कि अमेरिकी सेना ने यमन की राजधानी सना के साथ-साथ सऊदी अरब की सीमा के पास विद्रोहियों के गढ़ सादा और अन्य प्रांतों को निशाना बनाया गया. इस हमले के बाद चारों ओर डर का माहौल है. इस संबंध में हूतियों के राजनीतिक ब्यूरो ने अमेरिका से बदला लेने की कसम खाई है.
हम पीछे नहीं हटेंगे- हूती विद्रोही
हाल ही में हूती विद्रोही के एक समूह ने लाल सागर में एक सामान से भरे जहाज पर हमला किया था और उसे लूट लिया था. इसके बाद अमेरिकी सरकार ने कहा, अगर हूतियों ने अपना अभियान बंद नहीं किया तो इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा. अमेरिका ने हूतियों के समर्थक ईरान को भी चेतावनी दी और कहा कि हूतियों को समर्थन करना बंद कर दे. वहीं हूतियों ने भी कहा कि अमेरिका से लड़ने को तैयार है और पीछे हटने से मना कर दिया है.
हमले पर यमन का बयान
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, यमन के सना पर अमेरिकी हमले में 24 नागरिक मारे गए और भारी संख्या में लोग घायल हुए हैं. विद्रोहियों ने दावा किया कि अमेरिकी सेना ने मिसाइलों और ड्रोन से यूएसएस हैरी एस ट्रूमैन वाहक समूह को निशाना बनाया. हालांकि, अमेरिकी अधिकारियों ने समाचार एजेंसी एसोसिएटेड प्रेस को बताया कि वे कुछ भी ट्रैक नहीं कर रहे हैं.
बता दें कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने हौथी के खिलाफ निर्णायक और शक्तिशाली सैन्य कार्रवाई की घोषणा का एलान किया था. इसके बाद ही यह एयर स्ट्राइक की गई. ट्रम्प ने आरोप लगाते कहा था कि ये लोग अमेरिकियों को निशाना बनाकर समुद्री डकैती, हिंसा और आतंकवाद फैलाते हैं. ट्रम्प ने साफ कहा है कि अमेरिकी जहाजों पर हूतियों के हमले को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. हम इसके जवाब देते रहेंगे और सख्त कार्रवाई करेंगे. हूथी 2023 से ही लगातार लाल सागर, अदन की खाड़ी और अन्य प्रमुख समुद्री मार्गों पर वाणिज्यिक और सैन्य जहाजों को निशाना बना रहे हैं.