16 साल के छोटे प्रेमी के चक्कर में पाकिस्तान पहुंची US महिला, जूलेखा ने कबूल लिया इस्लाम
अमेरिका की 47 वर्षीय महिला मिंडी रासमुसेन को पाकिस्तान के युवक साजिद ज़ेब खान से फेसबुक पर प्यार हुआ। एक साल की ऑनलाइन बातचीत के बाद मिंडी ने शादी का प्रस्ताव रखा. दोनों परिवारों की रज़ामंदी के बाद मिंडी पाकिस्तान आईं, इस्लाम धर्म कबूल किया और अपना नाम ‘जुलेखा’ रख लिया.

अमेरिका के इलिनॉइस की रहने वाली 47 वर्षीय महिला मिंडी रासमुसेन का प्यार पाकिस्तान के एक युवक साजिद ज़ेब खान से सोशल मीडिया पर परवान चढ़ा. करीब एक साल पहले फेसबुक पर हुई दोस्ती धीरे-धीरे रिश्ते में बदली और मिंडी ने खुद शादी का प्रस्ताव रखा. दोनों परिवारों की रजामंदी के बाद, मिंडी पाकिस्तान पहुंचीं और इस्लाम अपनाकर पारंपरिक तरीके से निकाह कर लिया.
मिंडी रासमुसेन 90 दिन के वीज़ा पर पाकिस्तान आई हैं. इस दौरान उन्होंने इस्लाम धर्म कबूल किया और नया नाम 'जुलेखा' रखा. निकाह के बाद वो अब अपने पति साजिद के साथ खैबर पख्तूनख्वा के अपर दिर जिले में रह रही हैं, जहां स्थानीय लोगों ने उनका जोरदार स्वागत किया.
फेसबुक से शुरू हुई लव स्टोरी
स्थानीय अख़बार 'डॉन' की रिपोर्ट के अनुसार, मिंडी और साजिद की मुलाकात फेसबुक के माध्यम से हुई थी. शुरुआत में दोनों में ऑनलाइन बातचीत हुई और फिर वीडियो कॉल्स पर लंबी बातचीत के बाद मिंडी ने साजिद को शादी के लिए प्रपोज़ किया. दोनों परिवारों की सहमति मिलते ही मिंडी पाकिस्तान रवाना हो गईं.
एयरपोर्ट पर मिला फूलों से स्वागत
मिंडी पाकिस्तान के इस्लामाबाद इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर पहुंचीं तो साजिद ज़ेब खान ने उन्हें फूलों से स्वागत किया. वहां से वे दोनों साजिद के गांव अपर दिर पहुंचे, जहां स्थानीय निवासियों ने उन्हें तोहफे दिए और जश्न का माहौल बनाया.
इस्लाम अपनाकर बनी 'जुलेखा'
पाकिस्तान आने के कुछ ही समय बाद मिंडी ने इस्लाम कबूल कर लिया और अपना नया नाम 'जुलेखा' रखा. इसके बाद दोनों का पारंपरिक निकाह हुआ, जिसे स्थानीय पुलिस और परिवारों की मौजूदगी में आपसी सहमति से संपन्न कराया गया.
'पाकिस्तान बहुत खूबसूरत और शांतिपूर्ण देश है' - जुलेखा
शादी के बाद जुलेखा (पूर्व में मिंडी) ने पाकिस्तान के अनुभव को लेकर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि पाकिस्तान बहुत खूबसूरत और शांतिपूर्ण है. यहां के लोगों ने जो अपनापन और मेहमाननवाज़ी दिखाई है, वो मेरी उम्मीदों से कहीं ज्यादा है. उन्होंने बताया कि अमेरिका में उनके पिता, बड़ी बहन और छोटे भाई को उनके इस फैसले की जानकारी है और उन्होंने उन्हें पूरा समर्थन दिया है.
साजिद ज़ेब खान ने कहा, 'मेरी पत्नी ने खुद इस्लाम अपनाने और मुझसे शादी करने का फैसला लिया है. वह एक स्वतंत्र सोच रखने वाली महिला हैं और अपने फैसले खुद ले सकती हैं। हम दोनों अपनी मर्जी से शादी कर रहे हैं. जुलेखा ने अन्य विदेशी नागरिकों से भी पाकिस्तान आने और यहां की संस्कृति व सौहार्द का अनुभव करने की अपील की. उन्होंने कहा कि मैं सभी से कहूंगी कि पाकिस्तान ज़रूर आएं और यहां की समृद्ध संस्कृति, मेहमाननवाज़ी और प्राकृतिक सुंदरता को महसूस करें.