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Next-Gen High-Speed Train: दुनिया की सबसे तेज़ ट्रेन जो रेल तकनीक की परिभाषा बदल देगी, चीन में जल्‍द ही शुरू होगी सर्विस

चीन ने अपनी नई हाई-स्पीड ट्रेन CR450 के सफल परीक्षण से दुनिया को चौंका दिया है. यह ट्रेन 450 किमी/घंटा की रफ्तार तक पहुंच चुकी है और 2026 से संचालन में आएगी. CR450 को चीन रेलवे रोलिंग स्टॉक कॉरपोरेशन (CRRC) ने पांच साल में विकसित किया है. यह ट्रेन मौजूदा CR400 से हल्की, तेज़ और अधिक एनर्जी एफिशिएंट है.

Next-Gen High-Speed Train: दुनिया की सबसे तेज़ ट्रेन जो रेल तकनीक की परिभाषा बदल देगी, चीन में जल्‍द ही शुरू होगी सर्विस
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( Image Source:  Sora AI )
प्रवीण सिंह
Edited By: प्रवीण सिंह

Published on: 27 Oct 2025 2:39 PM

चीन ने एक बार फिर दुनिया को चौंका दिया है. उसके इंजीनियरों ने “CR450” नाम की नई हाई-स्पीड ट्रेन तैयार की है, जिसने टेस्टिंग के दौरान 450 किमी प्रति घंटे की रफ्तार छूकर नया वैश्विक रिकॉर्ड बना दिया है. यह ट्रेन न सिर्फ चीन बल्कि पूरी दुनिया की रेलवे टेक्नोलॉजी के लिए एक नया बेंचमार्क बनने जा रही है.

21 अक्टूबर 2025 को शंघाई–चोंगकिंग–चेंगदू हाई-स्पीड रेलवे लाइन पर इस ट्रेन की ट्रायल रनिंग हुई, जिसमें CR450 ने 450 किमी/घंटा की अधिकतम गति हासिल की. इस ट्रेन की ऑपरेशनल स्पीड 400 किमी/घंटा तय की गई है. चीन रेलवे के मुताबिक, 2026 से यह ट्रेन नियमित सेवा में उतर जाएगी. इस ट्रेन के चलने से 1,000 किलोमीटर से अधिक लंबी यात्राओं का समय लगभग आधे से भी कम हो जाएगा.

5 साल की मेहनत का नतीजा

NDTV की रिपोर्ट के अनुसार, CR450 ट्रेन अब तक 6 लाख किलोमीटर से अधिक टेस्टिंग रन पूरे कर चुकी है. इसे चीन रेलवे रोलिंग स्टॉक कॉरपोरेशन (CRRC) की कई सहायक कंपनियों ने मिलकर 5 साल में विकसित किया है. इस प्रोजेक्ट पर सैकड़ों इंजीनियरों और वैज्ञानिकों ने काम किया, जिन्होंने हर बार प्रदर्शन में 0.1 प्रतिशत तक की सूक्ष्म सुधार दर्ज किए.

ट्रेन का सबसे खास फीचर इसकी तेज़ एक्सीलरेशन क्षमता है. यह 0 से 350 किमी/घंटा की रफ्तार सिर्फ 4 मिनट 40 सेकंड में पकड़ लेती है, यानी मौजूदा CR400 फुक्सिंग ट्रेन से 100 सेकंड तेज़.

इंजीनियरिंग का कमाल: क्यों है CR450 खास

CR450 में कई तकनीकी नवाचार शामिल हैं, जो इसे आधुनिक रेल इंजीनियरिंग का प्रतीक बनाते हैं -

  • 55 टन हल्की और 20 सेंटीमीटर छोटी होने के कारण इसकी गति में वृद्धि होती है और ऊर्जा की बचत होती है.
  • ट्रेन के नीचे लगाए गए फुली एन्क्लोज्ड बोगी और लोअर स्कर्ट पैनल्स हवा के घर्षण (air drag) को कम करते हैं.
  • इसका नोज़ कोन (सामने का सिरा) पिछले मॉडल की तुलना में 2.5 मीटर लंबा है, जिससे एयरोडायनैमिक्स में जबरदस्त सुधार हुआ है.
  • एडवांस ब्रेकिंग सिस्टम और एनर्जी-इफिशिएंट मोटर्स यात्रियों को अधिक सुरक्षा और आराम प्रदान करते हैं.
  • ट्रेन के डिज़ाइन में ऐसे मटीरियल का इस्तेमाल हुआ है जो हल्के, मजबूत और ऊर्जा-कुशल हैं.

'Made in China' से 'Created in China' तक का सफर

CR450 केवल एक ट्रेन नहीं बल्कि चीन की तकनीकी आत्मनिर्भरता का प्रतीक बन गई है. जहां पहले चीन जापान या यूरोप की हाई-स्पीड टेक्नोलॉजी पर निर्भर था, वहीं अब वह खुद ग्लोबल रेल इनोवेशन लीडर बन चुका है. चीन के स्‍टेट मीडिया CCTV के मुताबिक, CR450 उस परिवर्तन का संकेत है, जब “Made in China” से चीन ने “Created in China” की दिशा में छलांग लगाई. यह सिर्फ स्पीड का नहीं बल्कि राष्ट्रीय गौरव और इंजीनियरिंग उत्कृष्टता का उदाहरण है.

भविष्य की यात्रा: तेज़, सुरक्षित और टिकाऊ

विशेषज्ञों का मानना है कि CR450 के आने से चीन का रेलवे नेटवर्क दुनिया में सबसे तेज़ और तकनीकी रूप से उन्नत हो जाएगा. 400 किमी/घंटा की संचालन गति न केवल यात्रा समय घटाएगी बल्कि ग्रीन एनर्जी ट्रांज़िशन में भी योगदान देगी. CR450 प्रोजेक्ट को चीन के “ब्लू स्काई रेल मिशन” से भी जोड़ा गया है, जिसका लक्ष्य है कम ऊर्जा में ज़्यादा दूरी तय करना और कार्बन फुटप्रिंट घटाना.

CR450 हाई-स्पीड ट्रेन चीन की एक ऐसी उपलब्धि है जो आने वाले दशक में वैश्विक रेलवे टेक्नोलॉजी का भविष्य तय करेगी. 2026 में इसके संचालन के बाद चीन सिर्फ रेल स्पीड में ही नहीं, बल्कि इनोवेशन, इंजीनियरिंग और सस्टेनेबिलिटी में भी नई ऊंचाइयों पर पहुंच जाएगा.

यह ट्रेन अब केवल पटरियों पर नहीं दौड़ेगी, यह चीन की वैज्ञानिक महत्वाकांक्षा और विश्व-स्तरीय नेतृत्व का प्रतीक बनकर पूरी दुनिया को प्रेरित करेगी.

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