टैरिफ ने अमेरिका को फिर से 'महान' और 'अमीर' बना दिया... ट्रंप ने कहा- दशकों से हम पर टैक्स थोपे जा रहे थे
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत से आने वाले सामान पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगाने का ऐलान किया है, जो 1 अगस्त से लागू होगा. इसके साथ ही उन्होंने रूस से खरीदारी पर भी प्रतिबंधों की घोषणा की. ट्रंप ने भारत पर 'दुनिया के सबसे ऊंचे टैरिफ' और 'अत्यधिक गैर-आर्थिक व्यापार बाधाएं' लगाने का आरोप लगाया. ट्रंप का दावा है कि उनकी टैरिफ नीति से अमेरिका एक बार फिर 'महान और समृद्ध' बन रहा है.

Donald Trump India Tariffs : भारत पर 25% टैरिफ लगाने के एक दिन बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि ये टैरिफ अमेरिका को 'फिर से महान और अमीर' बना रहे हैं. ट्रंप ने Truth Social पर पोस्ट करते हुए दावा किया कि दशकों से अमेरिका पर टैक्स थोपे जा रहे थे और देश के 'मूर्ख, कमजोर और भ्रष्ट नेताओं' ने हालात को और खराब किया.
ट्रंप ने लिखा, “अब पूरा परिदृश्य बदल गया है. हमने उन देशों के टैरिफ हमलों का मुंहतोड़ जवाब दिया है जो सालों से हमें निशाना बना रहे थे.” उन्होंने आगे लिखा, “एक साल पहले अमेरिका मृत देश जैसा था, अब यह दुनिया का सबसे ‘हॉट’ देश है. सभी को बधाई!”
भारत पर ट्रंप की कार्रवाई
1 अगस्त से प्रभावी होने वाले फैसले के तहत ट्रंप ने भारतीय उत्पादों पर 25 प्रतिशत प्रतिशोधात्मक शुल्क लगाने की घोषणा की है. साथ ही, भारत के रूस से किए जाने वाले व्यापार पर भी कुछ अविभाजित प्रतिबंधों की घोषणा की गई है.
ट्रंप ने भारत की व्यापार नीति की आलोचना करते हुए कहा, “भारत दुनिया में सबसे ज्यादा टैरिफ लगाने वाले देशों में से एक है. इसके साथ ही इसके गैर-आर्थिक व्यापार प्रतिबंध भी बेहद कठोर और असहनीय हैं.” उन्होंने कहा कि भारत के इन टैरिफों के चलते अमेरिका ने पिछले वर्षों में वहां ज्यादा व्यापार नहीं किया.
भारत सरकार की प्रतिक्रिया
ट्रंप की टैरिफ नीति पर भारत सरकार ने संज्ञान लेते हुए कहा कि इस फैसले के प्रभावों का गंभीरता से अध्ययन किया जा रहा है. वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय ने एक बयान जारी कर कहा कि भारत और अमेरिका के बीच न्यायपूर्ण, संतुलित और पारस्परिक रूप से लाभदायक द्विपक्षीय व्यापार समझौते को लेकर बातचीत चल रही है और भारत इस पर प्रतिबद्ध है. मंत्रालय ने आगे कहा कि सरकार देश के किसानों, उद्यमियों और MSMEs के हितों की रक्षा और प्रोत्साहन के लिए प्रतिबद्ध है. भारत के राष्ट्रीय हितों की सुरक्षा के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जाएंगे.