पक्षियों में लिंग का खेल! वैज्ञानिकों को मिले 'मादा शरीर में पुरुष अंग' जानें ऑस्ट्रेलिया के जंगलों में क्या हो रहा है?
सोचिए क्या ऐसा हो सकता है कि नर के शरीर में मादा के अंग हो? ऐसा इंसानों नहीं बल्कि ऑस्ट्रेलिया के पक्षियों के साथ हो रहा है. हाल ही में एक स्टडी में पाया गया कि 5 प्रतिशत पक्षियों में रिप्रोडक्टिव ऑर्गन मैच नहीं कर रहे थे.

दक्षिण-पूर्व क्वींसलैंड में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई, जब साइंटिस्ट ने कुछ आम ऑस्ट्रेलियाई पक्षियों पर एक स्टडी की. कूकाबुरा, लॉरिकेट और क्रेस्टेड कबूतर जैसे पक्षियों में कुछ ऐसा देखा गया, जिसकी उम्मीद किसी को नहीं थे. इनके जन्म से तय लिंग (जैसे नर या मादा) और उनके शरीर में मौजूद रिप्रोडक्टिव ऑर्गन में मेल नहीं था.
यह स्टडी 480 जंगली पक्षियों पर की गई, जो कि किसी न किसी कारण से वन्यजीव अस्पताल में भर्ती हुए थे और वहां दम तोड़ चुके थे. वैज्ञानिकों ने इनका डीएनए टेस्ट किया, जिससे यह पता चला कि वे जैविक रूप से नर या मादा हैं. इसके बाद, उन्होंने इनके शरीर का टेस्ट किया और देखा कि कई पक्षियों के अंदर के अंग उनके जैविक लिंग से मेल नहीं खा रहे थे.
वैज्ञानिक रह गए हैरान
सनशाइन कोस्ट यूनिवर्सिटी की प्रोफेसर डॉमिनिक पोटविन ने जब यह देखा, तो वह खुद भी दंग रह गईं. उन्होंने कहा कि 'हमने दो-तीन बार फिर से जांच की और हर बार वही नतीजा मिला. उनके साथी पक्षी वैज्ञानिकों को भी इस बात पर यकीन नहीं हुआ. स्टडी में पाया गया कि लगभग 5 प्रतिशत पक्षियों में यह बेमेल देखा गया. कुछ प्रजातियों में यह संख्या कम (जैसे मैगपाई में 3%) और कुछ में ज्यादा थी (जैसे क्रेस्टेड कबूतर में 6.3%).
क्या हो सकता है कारण
वैज्ञानिकों के मुताबिक, इसका सबसे संभावित कारण पर्यावरण में मौजूद केमिकल्स हो सकते हैं. इन्हें एंडोक्राइन डिसरप्टिंग केमिकल्स (EDCs)" कहा जाता है. ये वो केमिकल होते हैं, जो जानवरों के हार्मोन सिस्टम को पर असर डालते हैं. ये केमिकल पक्षियों को सीधे नहीं, बल्कि उनके भोजन से पहुंचते हैं, जैसे कि गंदे नालों के पास पाए जाने वाले कीड़े-मकोड़े जिनमें ये केमिकल मौजूद होते हैं.
क्या तापमान भी वजह हो सकता है?
कुछ जानवरों (जैसे कुछ किस्म के सरीसृप) में तापमान के बदलाव से लिंग परिवर्तन हो सकता है. लेकिन इन पक्षियों के मामले में वैज्ञानिक मानते हैं कि केमिकल्स का असर ही सबसे बड़ा कारण लगता है.
लिंग परिवर्तन होता कैसे है?
लिंग परिवर्तन तब होता है जब किसी जानवर का डीएनए कुछ कहता है लेकिन शरीर में लक्षण कुछ और दिखते हैं. यह बदलाव जीन, हार्मोन या पर्यावरणीय कारणों से हो सकता है. उदाहरण के लिए एक स्पेशल जीन SRY अगर ठीक से काम न करे तो नर बच्चे भी मादा जैसे विकसित हो सकते हैं.
पक्षियों पर क्या होता है असर?
अगर ऐसी घटनाएं बढ़ती हैं, तो इससे कई समस्याएं हो सकती हैं. इनमें नर-मादा का अनुपात बिगड़ सकता है. प्रजनन में दिक्कत आ सकती है. आबादी घट सकती है और साथी चुनने में गड़बड़ी हो सकती है. यानी, यह सिर्फ एक जैविक घटना नहीं, बल्कि पूरी पक्षी आबादी के लिए खतरे की घंटी हो सकती है.