अजब पाकिस्तान के गजब मंत्री! ख्वाजा आसिफ बोले, “अमेरिकी नेता खुलकर लेते हैं रिश्वत, मैं पीछे नहीं छुपूंगा”
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा कि अमेरिका के नेता खुलेआम इज़रायल से रिश्वत लेते हैं, जबकि पाकिस्तान को भ्रष्टाचार के लिए बदनाम किया जाता है. उन्होंने कहा, “अगर मुझे रिश्वत लेनी होगी तो मैं पीछे छुपकर नहीं लूंगा, खुले तौर पर लूंगा.” उनका यह बयान सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. भ्रष्टाचार को लेकर पाकिस्तान पहले से ही आरोपों में है.

आतंकवाद को पनाह देने के लिए दुनिया भर में बदनाम पाकिस्तान के नेता अक्सर खुद अपने देश की फजीहत कराते रहते हैं. चाहे वो विदेश मंत्री इशाक डार हों या फिर रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ. भारत द्वारा चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर के दौरान ख्वाजा आसिफ के कई अजीब बयान सामने आए थे, मसलन उन्होंने कहा था कि पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ जवाबी कार्रवाई इसलिए नहीं की कि दुश्मन को उसके ठिकाने का पता चल जाएगा.
अब एक बार फिर जनाब आसिफ चर्चा में हैं. इस बार उन्होंने कुछ ऐसा कहा है जिसे लोग अजीब और विवादित मान रहे हैं. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को भ्रष्टाचार के लिए बदनाम किया जा रहा है, जबकि अमेरिका में नेता खुलेआम इज़रायल से रिश्वत स्वीकार करते हैं. यह टिप्पणी उन्होंने Geo TV पर बातचीत के दौरान की.
आसिफ ने कहा, “हम पर रिश्वत लेने का आरोप लगाकर हमारी छवि खराब की जा रही है, जबकि अमेरिकी नेता इज़रायल से खुलेआम रिश्वत लेते हैं. अगर मुझे रिश्वत लेनी होगी तो मैं कहीं पीछे कमरे में जाकर नहीं छुपूंगा, खुले तौर पर लूंगा.” उनका यह बयान सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया और राजनीतिक हलकों में चर्चा का विषय बन गया.
उन्होंने आगे कहा कि अमेरिका की सैन्य व्यवस्था, वहां की प्रतिनिधि सभा और सत्ता में बैठे लोगों ने स्वीकार किया है कि वे इज़रायल और उसके लॉबी समूहों को वित्तीय मदद देते हैं. “हमें बदनाम किया जा रहा है, लेकिन वे खुले तौर पर ऐसा करते हैं,” उन्होंने आरोप लगाया.
पाकिस्तान में भ्रष्टाचार की समस्या
रक्षा मंत्री का यह बयान ऐसे समय में आया है जब पाकिस्तान में भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लग रहे हैं. अगस्त महीने में ही ख्वाजा आसिफ ने कहा था कि पाकिस्तान के आधे से अधिक शीर्ष राजनयिक काले धन का इस्तेमाल कर यूरोपीय देश पुर्तगाल भाग रहे हैं. उन्होंने अपने एक्स (पूर्व ट्विटर) पोस्ट में लिखा कि देश के बड़े अधिकारी काला धन लेकर विदेश जा रहे हैं. उन्होंने पूर्व पंजाब मुख्यमंत्री उस्मान बाज़दार के करीबी नौकरशाह की भी आलोचना की थी.
आसिफ ने लिखा कि भ्रष्टाचार के कारण नेता केवल बचा-खुचा लाभ लेने को मजबूर हैं, जबकि उनके पास न तो विदेश में संपत्ति है और न ही नागरिकता. चुनाव लड़ने की मजबूरी में उन्हें ऐसे समझौते करने पड़ते हैं.
इज़रायल और अमेरिका की भूमिका
इस विवादित बयान के साथ-साथ ख्वाजा आसिफ ने अंतरराष्ट्रीय राजनीति पर भी टिप्पणी की. उन्होंने कहा कि इस्लामी देशों को अमेरिका और उसके सहयोगियों के खिलाफ एक 'रक्षा गठबंधन' बनाना चाहिए, जैसा NATO है. उनका मानना है कि इससे इस्लामी राष्ट्रों की सुरक्षा मजबूत होगी.
इस बीच इज़रायल ने गाज़ा पर सैन्य कार्रवाई तेज कर दी है. अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने इज़रायल का समर्थन करते हुए हमास को “जंगली आतंकवादी” कहा. इसी वर्ष जून में इज़रायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू पर भ्रष्टाचार का मुकदमा चल रहा था. ट्रंप ने नेतन्याहू का समर्थन करते हुए इसे “witch hunt” यानी राजनीतिक साजिश बताया. उन पर 2019 में रिश्वत, धोखाधड़ी और भरोसे का उल्लंघन जैसे आरोप लगाए गए थे.
इंटरनेशनल बेइज्जती होना तय
ख्वाजा आसिफ का बयान पाकिस्तान में बढ़ती भ्रष्टाचार की समस्या की ओर इशारा करता है, लेकिन इसे लेकर उनकी भाषा और तुलना विवाद का कारण बन गई है. उन्होंने पाकिस्तान की छवि खराब करने के आरोप के साथ अमेरिका और इज़रायल पर गंभीर आरोप लगाए. साथ ही, उन्होंने इस्लामी देशों के लिए सामूहिक सुरक्षा का प्रस्ताव दिया. यह बयान न केवल पाकिस्तान की राजनीति में हलचल पैदा कर रहा है, बल्कि अंतरराष्ट्रीय मंच पर भी चर्चा का विषय बन गया है.