व्हाट्सएप ग्रुप से हटाया, गुस्से में पाकिस्तानी शख्स ने एडमिन को मिलने बुलाया और मार दी गोली
पाकिस्तान में एक व्यक्ति पर व्हाट्सएप ग्रुप के एडमिन को चैट से हटाए जाने के बाद गोली मारने का आरोप लगाया गया है. यह घटना पेशावर में हुई है, जिसके बाद से लोगों में डर का माहौल है. हालांकि, पुलिस ने आरोपी की पहचान कर ली है.

किसी सोशल मीडिया ग्रुप से हटाए जाने पर आप क्या करेंगे? शायद आपको गुस्सा आए, लेकिन क्या आप इसके लिए किसी व्यक्ति की जान ले सकते हैं? ऐसी ही एक खबर पाकिस्तान से सामने आई है, जहां एक व्यक्ति को कम्यूनिटी ग्रुप चैट से हटा दिया गया. इसके बदले शख्स ने कथित तौर पर गोली मारकर हत्या कर दी.
यह मामला खैबर पख्तूनख्वा प्रांत की राजधानी पेशावर के बाहरी इलाके रेगी का है, जहां गुरुवार शाम गोलीबारी हुई. यह इलाका अफगानिस्तान की सीमा से सटा हुआ है और जिसका सांप्रदायिक हिंसा का इतिहास रहा है.
कैसे हुआ विवाद शुरू?
विवाद तब शुरू हुआ जब मुश्ताक ने बहस के बाद अशफाक को व्हाट्सएप ग्रुप से हटा दिया. सुलह की उम्मीद में दोनों लोग मिलने के लिए सहमत हुए, लेकिन अशफाक कथित तौर पर बंदूक लेकर आया और गोली चला दी, जिससे मुश्ताक की मौके पर ही मौत हो गई.
पीड़ित के भाई ने की शिकायत
स्थानीय पुलिस अधिकारी आबिद खान ने बताया कि पीड़ित के भाई हुमायूं ने अशफ़ाक के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी, जो हमले के बाद घटनास्थल से भाग गया था. जहां अब आरोपी अशफाक को पकड़ने के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है.
हुमायूं का बयान
इस मामले में पीड़ित के भाई हुमायूं खान ने बताया कि 'मेरे मारे गए भाई मुश्ताक और अशफ़ाक के बीच एक व्हाट्सएप ग्रुप में कुछ मतभेद हो गए थे, जिसके कारण मेरे भाई ने बाद वाले को हटाने पर मजबूर कर दिया. इस बात को लेकर अशफ़ाक गुस्सा हो गया और उसने मेरे भाई को गोली मार दी. यह कोई मुद्दा नहीं था या बहुत मामूली बात थी. हमारे परिवार में किसी को भी विवाद के बारे में पता नहीं था.