पाकिस्तान की यह विधानसभा बनी अखाड़ा, भ्रष्टाचार के आरोपों पर विधायकों और समर्थकों के बीच जमकर चले लात-घूंसे
पाकिस्तान की विधानसभा में विधायकों के बीच जमकर लड़ाई हुई. दोनों पक्षों के बीच तनाव पिछले दो दिनों से बना हुआ था, जिसमें साउथ वजीरिस्तान से पीटीआई विधायक इकबाल वजीर और केपी सीएम के राहत मामलों के विशेष सहायक नेक मुहम्मद दावर एक-दूसरे पर भ्रष्टाचार के आरोप लगा रहे थे.

पाकिस्तान की एक विधानसभा का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. वीडियो में देखा जा सकता है कि कैसे विधायकों के बीच जमकर लड़ाई हो रही हैं, जिसमें लात-घूसें चल रहे हैं . यह घटना खैबर पख्तूनख्वा विधानसभा की बताई जा रही है. एक रिपोर्ट के अनुसार यह लड़ाई दो विधायकों और उनके समर्थकों के बीच में हुई है. पीटीआई के एक विधायक ने एक कैबिनट मंत्री के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं, जो की मंत्री के समर्थकों को बर्दाश्त नहीं हुआ.
दोनों पक्षों के बीच तनाव पिछले दो दिनों से बना हुआ था, जिसमें साउथ वजीरिस्तान से पीटीआई विधायक इकबाल वजीर और केपी सीएम के राहत मामलों के विशेष सहायक नेक मुहम्मद दावर एक-दूसरे पर भ्रष्टाचार के आरोप लगा रहे थे. मंगलवार को जब विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया गया, तब नेक मुहम्मद के समर्थकों ने गैलरी से वजीर के खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया और उन्हें धमकियां दीं.
विधानसभा में हाथापाई
नेक मुहम्मद के समर्थकों की इस कार्रवाई पर वजीर के समर्थक भड़क गए, जिससे दोनों गुटों में मारपीट शुरू हो गई. विधानसभा के सुरक्षा अधिकारी और सार्जेंट स्थिति को काबू में लाने की कोशिश करते रहे, लेकिन हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही थी. एएनपी विधायक निसार बाज ने जब शिकायत की कि उन्हें बोलने का मौका नहीं मिल रहा, तो सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच भी तीखी बहस छिड़ गई.
बात यह है कि वजीर पहले पीटीआई का हिस्सा और उनके पास पहले जो विभाग था वो अब नेक मुहम्मद के पास है. बाज ने कहा,'हमें बोलने का समय क्यों नहीं दिया जा रहा है'. सभी सासंद उन्हें शांत करवाने की कोशिश कर रहे थे और उन्हें कह रहे थे कि उन्हें बोलने का मौका दिया जाएगा. इस बात पर केपी विधानसभा अध्यक्ष बाबर सलीम स्वाति ने सत्र को 10 मिनट के लिए स्थगित कर दिया
स्पीकर का हस्तक्षेप
खुद को स्थिति से अलग करने के लिए, स्पीकर बाबर सलीम स्वाति ने सत्र को कुछ देर के लिए स्थगित कर दिया। लेकिन उनके बाहर निकलते ही विधानसभा हॉल के अंदर और बाहर समर्थकों के बीच हाथापाई जारी रही. सुरक्षा अधिकारियों ने विधानसभा गैलरी को खाली करा दिया और सभी आगंतुकों को हॉल से बाहर कर दिया. रिपोर्ट्स में कहा गया कि इस घटना के बाद स्पीकर ने दोनों विधायकों को तलब किया, ताकि इस विवाद का समाधान निकाला जा सके.