'ऐसी घटना बर्दाश्त नहीं की जाएगी' अमेरिका के स्वामीनारायण मंदिर में तोड़फोड़ पर भारतीय वाणिज्य दूतावास का फूटा गुस्सा
न्यूयॉर्क शहर में स्थित स्वामीनारायण मंदिर में हाल ही में तोड़फोड़ की गई. ब इस घटना की भारतीय वाणिज्य दूतावास ने कड़ी निंदा की है. दूतावास ने दोषियों पर कड़ी कार्रवाई और ऐसी हरकतों को अस्वीकार्य बताया है.

न्यूयॉर्क शहर में स्थित स्वामीनारायण मंदिर में हाल ही में तोड़फोड़ की गई.America News: अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर में स्थित स्वामीनारायण मंदिर में हाल ही में तोड़फोड़ की गई. इस दौरान भारत विरोधी नारे भी लगाए जाने का मामला सामने आया है. अब इस घटना की भारतीय वाणिज्य दूतावास ने कड़ी निंदा की है. दूतावास ने दोषियों पर कड़ी कार्रवाई और ऐसी हरकतों को अस्वीकार्य बताया है.
भारतीय वाणिज्य दूतावास ने अपने बयान में कहा कि, वह स्थानीय समुदाय के संपर्क में है और इस "घृणित कृत्य" के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ तुरंत कार्रवाई सुनिश्चित करने के लिए अमेरिकी अधिकारियों के सामने इस मुद्दे को उठाया है. यह घटना तब की गई जब मंदिर के बाहर सड़क और साइनेज पर अपशब्दों का छिड़काव किया गया.
घटना को किया गया विरोध
भारतीय मिशन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पोस्ट में कहा कि, न्यूयॉर्क के मेलविले में बीएपीएस स्वामीनारायण मंदिर में तोड़फोड़ अस्वीकार्य है. वहीं बीएपीएस ने कहा, हमें दुख है कि एक बार फिर नफरत और असहिष्णुता के सामने शांति की अपील करनी पड़ रही है.
पीएम मोदी के दौरे से पहले हमला
जानकारी के अनुसार मेलवेल, लॉन्ग आइलैंड पर सुफोक काउंटी का एक शहर है. जो कि नासो वेटरन मेमोरियल कोलिजियम से करीब 28 किलोमीटर दूर स्थित है. इसी जगह पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यात्रा पर जाने वाले हैं. पीएम मोदी 22 सितंबर को एक बड़े कम्युनिटी इवेंट को संबोधित करेंगे. वह 21, 22 और 23 सितंबर तक अपनी अमेरिकी यात्रा पर रहेंगे. उनकी यात्रा से पहले ऐसी घटना से सभी हैरान है. आपको बता दें कि कई हिन्दु संगठन ने स्वामीनारायण मंदिर पर तोड़फोड़ की घटना का विरोध किया है.
पहले भी हुए मंदिर पर हमले
मंदिर पर हमला करने की ये पहली घटना नहीं है. इससे पहले उत्तरी अमेरिका के अलग-अलग हिन्दू मंदिरों में इसी तरह की घटना देखने को मिली थी. बीएपीएस ने कहा, हम इन कृत्यों की कड़ी निंदा करते हैं और सभी से शांति बनाए रखने को बोलते हैं. आगे कहा गया कि, जो लोग इसमें शामिल हैं, हम उन्हें कहते हैं कि अपनी नफरत तो छोड़ो और मानवता को देखो.