यूरेनस के चंद्रमाओं पर जीवन संभव! नई स्टडी में हुआ खुलासा, जानिए क्या कहती है रिपोर्ट
वैज्ञानिकों ने खुलासा किया कि यूरेनस के चंद्रमाओं पर जीवन की संभावना पाई गई है. वॉयजर 2 की यात्रा तीव्र सौर गतिविधि के साथ हुई थी. वैज्ञानिकों मानते थे कि यूरेनस ग्रह और उसके पांच सबसे बड़े चंद्रमा शायद ठंडे और बेजान ग्रह न हो. उनमें महासागर हो सकते हैं और यहां पर जीवन जीना संभव को सकता है.

NASA: दुनिया भर के वैज्ञानिक पृथ्वी के अलावा और किस ग्रह पर जीवन है, इसकी खोज कर रहे हैं. इस संबंध में पिछले कई सालों ने मिशन लॉन्च किए जा रहे हैं. इस बीच यूरेनस के चंद्रमाओं पर जीवन की संभावना पाई गई है.
BBC की एक रिपोर्ट के मुताबिक हाल की एक स्टडी में पता चला कि वॉयेजर की मुलाकात एक तीव्र सौर तूफान से हुई थी. जिससे यूरेनियन प्रणाली के बारे में हमारी धारण को दिखाता है.
यहां पर है जीवन की संभावना
वैज्ञानिकों ने खुलासा किया कि यूरेनस के चंद्रमाओं पर जीवन की संभावना पाई गई है. वॉयजर 2 की यात्रा तीव्र सौर गतिविधि के साथ हुई थी. वैज्ञानिकों मानते थे कि यूरेनस ग्रह और उसके पांच सबसे बड़े चंद्रमा शायद ठंडे और बेजान ग्रह न हो. उनमें महासागर हो सकते हैं और यहां पर जीवन जीना संभव को सकता है.
क्या है यूरेनस ग्रह?
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक नासा के वॉयजर 2 मिशन से यूरेनस के बारे में जानकारी मिलती है. इस मिशन को नासा ने करीब 40 साल पहले लॉन्च किया था. हाल के विश्लेषण से पता चला कि वॉयजर की मुलाक़ात एक तीव्र सौर तूफ़ान के दौरान हुई थी, जो यूरेनस ग्रह पर जीवन की संभावना को दर्शाते हैं. बता दें कि यूरेनस ग्रह सौरमंडल के किनारे पर स्थित बर्फीला क्षेत्र है. यह अपने अत्यधिक झुकाव के कारण सबसे ठंडे और असामान्य ग्रहों में से एक है. जिसके कारण ऐसा प्रतीत होता है कि जैसे इसे झुका दिया गया हो.
क्या बोले वैज्ञानिक?
इस संबंध में यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन के डॉ. विलियम डन अहम जानकारी दी है. डन ने बताया कि नई खोज में पता चला कि वॉयजर 2 की यात्रा गंभीर सौर गतिविधि के साथ हुई थी, जिसने ग्रह के चुंबकीय क्षेत्र को अस्थायी रूप से बाधित किया और वायुमंडलीय सामग्री को बहा दिया. इतने सालों से वैज्ञानिक को यूरेनस और उसके चंद्रमाओं के बारे में गलत अनुमान लगा रहे थे. इससे नतीजों से पता चलता है कि यूरेनियन सिस्टम जितना हमने सोचा था, उससे कहीं ज़्यादा दिलचस्प हो सकता है. उन्होंने कहा कि "वहां ऐसे चंद्रमा हो सकते हैं, जिनकी परिस्थितियां जीवन को बढ़ावा दे सकती हैं. हो सकता है कि उनकी सतह के नीचे महासागर छिपे हों."
क्या है नासा का प्लान?
नासा पहले से ही यूरेनस के लिए वापसी मिशन, यूरेनस ऑर्बिटर और प्रोब की योजना बना रहा है. इस मिशन को अगले कुछ सालों में लॉन्च किया जा सकता है. ऐसी उम्मीद की जा रही है कि नासा का यान 2045 तक यूरेनस तक पहुंचने सकता है. वैज्ञानिक यह पता लगाने की कोशिश करेंगे कि क्या इन सुदूर बर्फीले चंद्रमाओं पर वास्तव में जीवन हो सकता है.