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एक ही दिन में भूकंप के 6 झटकों से थर्राया म्‍यांमार, बैंकॉक में भी तबाही; अब तक 20 से ज्‍यादा की मौत - Updates

शुक्रवार को म्यांमार में एक ही दिन में छह भूकंप आए, राष्ट्रीय भूकंपीय केंद्र (NCS) ने अपनी रिपोर्ट में यह जानकारी दी. जुंटा शासन वाले म्यांमार में गृहयुद्ध चल रहा है और उसके कई इलाकों में पहुंचना आसान नहीं है. इसलिए वहां हुए नुकसान पर कुछ भी स्‍पष्‍ट रूप से पता चलना फिलहाल मुश्किल है.

एक ही दिन में भूकंप के 6 झटकों से थर्राया म्‍यांमार, बैंकॉक में भी तबाही; अब तक 20 से ज्‍यादा की मौत - Updates
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प्रवीण सिंह
Edited By: प्रवीण सिंह

Published on: 28 March 2025 6:30 PM

म्यांमार में शुक्रवार को 7.7 तीव्रता का शक्तिशाली भूकंप आया, जिसका केंद्र मंडाले शहर के पास 10 किलोमीटर की गहराई में था. इस भूकंप के झटके थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक तक महसूस किए गए, जहां एक निर्माणाधीन 30 मंजिला इमारत ढह गई, जिससे कम से कम तीन लोगों की मौत हो गई और 90 से अधिक लोग लापता हैं. म्यांमार की सेना ने छह क्षेत्रों में आपातकाल घोषित किया है और अंतरराष्ट्रीय सहायता की अपील की है. बैंकॉक में भी आपातकाल घोषित किया गया है, और अधिकारियों ने लोगों को ऊंची इमारतों से दूर रहने की सलाह दी है. इस भूकंप के झटके भारत, बांग्लादेश और चीन के कुछ हिस्सों में भी महसूस किए गए.

एक दिन में छह भूकंपों से कांपा म्यांमार

शुक्रवार को म्यांमार में एक ही दिन में छह भूकंप आए, राष्ट्रीय भूकंपीय केंद्र (NCS) ने अपनी रिपोर्ट में यह जानकारी दी. NCS के अनुसार, सबसे हालिया भूकंप 10 किमी की गहराई पर आया, जिससे इसके बाद भी झटकों (आफ्टरशॉक्स) की संभावना बढ़ गई. रिक्टर स्केल पर 4.4 तीव्रता का एक और भूकंप 10 किमी की गहराई पर आया, जबकि 4.9 तीव्रता का भूकंप 30 किमी की गहराई पर दर्ज किया गया.

1000 बिस्‍तरों वाला अस्‍पताल हुआ तबाह

मांडले शहर में एक मस्जिद में भी कई मौतें होने की खबर है, जहां लोग प्रार्थना कर रहे थे और तभी भूकंप की वजह से वो ढह गई. वहीं म्यांमार की राजधानी नेपीडॉ में 1,000 बिस्तरों वाले एक अस्पताल का बड़ा हिस्‍सा गिर गया जहां सबसे ज्‍यादा मौतें होने का डर है. म्यांमार की सेना ने 'आपातकाल' घोषित कर दिया है और अंतरराष्ट्रीय सहायता की अपील की है. म्यांमार की राजधानी नेपीता में भी भूकंप से काफी नुकसान की खबर है जहां धार्मिक स्थलों को भी नुकसान पहुंचा है.

बैंकॉक में ढह गई निर्माणाधीन इमारत

बैंकाक की बात करें तो वहां दोपहर करीब 1:30 बजे भूकंप आने पर इमारतों में चेतावनी अलार्म बजने लगे. सोशल मीडिया पर शेयर किए गए वीडियो में देखा जा सकता है कि बैंकॉक की एक हाईराइज बिल्डिंग की ऊपरी मंजिल पर बने इंफिनिटी पूल का पानी भूकंप की वजह से कैसे बाहर गिरने लगा. वहीं एक निर्माणाधीन बहुमंजिला इमारत के पूरी तरह जमींदोज हो जाने से कई लोगों की मौत हो गई. थाईलैंड के आपदा विभाग के अनुसार भूकंप देश के लगभग सभी क्षेत्रों में महसूस किया गया. प्रधानमंत्री पैटोंगटार्न शिनवात्रा ने भूकंप के प्रभाव का आकलन करने के लिए एक आपातकालीन बैठक बुलाई. बैंकॉक में तो झटके इतने तेज थे कि मेट्रो सेवा तक रोकनी पड़ गई.

म्‍यांमार में नुकसान का अंदाजा लगाना मुश्किल

जुंटा शासन वाले म्यांमार में गृहयुद्ध चल रहा है और उसके कई इलाकों में पहुंचना आसान नहीं है. इसलिए वहां हुए नुकसान पर कुछ भी स्‍पष्‍ट रूप से पता चलना फिलहाल मुश्किल है. भूकंप की वजह ये म्यांमार का एतिहासिक एवा ब्रिज भी गिर गया. इस ब्रिज का निर्माण साल 1934 में अंग्रेजों ने बनवाया था.

म्‍यांमार में आए इस भूकंप के झटके, बैंकॉक के अलावा चीन के युन्नान प्रांत में महसूस किए गए. वहीं भारत में बंगाल और मणिपुर के कुछ हिस्सों से भी हल्के भूकंप की सूचना मिली, साथ ही बांग्लादेश के ढाका और चटगांव में भी भूकंप के हल्के झटके दर्ज किए गए.

पीएम मोदी ने दिया मदद का भरोसा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मयांमार और थाईलैंड को हर तरह की मदद का आश्‍वासन दिया है. उन्होंने एक्स पर पोस्ट किया, "सभी की सुरक्षा और भलाई के लिए प्रार्थना कर रहा हूं. हमने अपने अधिकारियों को तैयार रहने को कहा है."

म्‍यांमार में अक्‍सर आते हैं भूकंप

म्यांमार एक ऐसा देश है जहां भूकंप अक्सर आते हैं, लेकिन अभी तक वहां आधिकारिक रूप से कोई भूकंप खतरा मानचित्र (Seismic Hazard Map) नहीं बनाया गया है. यह देश यूरेशियन और इंडो-ऑस्ट्रेलियन टेक्टोनिक प्लेटों के टकराव की वजह से भूकंप के उच्च जोखिम में है. इंटरनेशनल सिस्मोलॉजिकल सेंटर (ISC) के मुताबिक, 1990 से 2019 के बीच हर साल म्यांमार और उसके आसपास 3.0 या उससे अधिक तीव्रता के करीब 140 भूकंप आए हैं. इससे साफ है कि म्यांमार को मध्यम और बड़े भूकंपों का गंभीर खतरा है. साथ ही, इसकी लंबी समुद्री सीमा की वजह से सुनामी का भी खतरा बना रहता है.

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