ट्रंप के टैरिफ ब्रेक से मस्क और ज़ुकरबर्ग मालामाल, एक दिन में $304 अरब बढ़ी अरबपतियों की दौलत
डोनाल्ड ट्रंप द्वारा 90 दिनों की टैरिफ राहत की घोषणा से वैश्विक शेयर बाजारों में जबरदस्त तेजी आई. इस कदम से अरबपतियों की संपत्ति में रिकॉर्ड $304 अरब की बढ़ोतरी हुई. एलन मस्क और मार्क ज़ुकरबर्ग को सबसे अधिक लाभ हुआ. यह निर्णय निवेशकों का भरोसा लौटाने और आर्थिक अस्थिरता को कम करने की रणनीति के तहत लिया गया, जिसने टेक सेक्टर को नई जान दी.

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से 90 दिनों के लिए टैरिफ राहत की घोषणा ने दुनियाभर के निवेशकों को चौंका दिया. जहां कुछ हफ्ते पहले तक ट्रेड वॉर की आशंका से बाज़ार हिचकोले खा रहे थे, वहीं अब ट्रंप की रणनीतिक नरमी ने बाज़ार को बूस्ट दे दिया है. यह राहत न सिर्फ निवेशकों के लिए सकारात्मक संकेत बनी, बल्कि वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए भी उम्मीद की किरण बनकर सामने आई.
ब्लूमबर्ग बिलियनेयर्स इंडेक्स के मुताबिक, बुधवार का दिन अमीरों के लिए इतिहास में दर्ज हो गया. महज एक दिन में कुल मिलाकर $304 अरब की संपत्ति जुड़ गई. जो अब तक की सबसे बड़ी एक-दिनी उछाल है. इस बूम का सबसे बड़ा लाभ टेक दिग्गजों को हुआ, जिन्होंने हाल ही में शेयरों में आई गिरावट के कारण भारी नुकसान झेला था.
मस्क और ज़ुकरबर्ग को सबसे ज्यादा फायदा
एलन मस्क, जो पहले से ही दुनिया के सबसे अमीर लोगों में शुमार हैं, ने इस उछाल में सबसे ज्यादा कमाई की. Tesla के शेयरों में 23% की तेजी ने उनकी संपत्ति में $36 अरब जोड़ दिए. Meta के CEO मार्क ज़ुकरबर्ग को भी $26 अरब की बढ़ोतरी मिली, जबकि Nvidia के CEO जेंसन हुआंग ने $15.5 अरब जोड़े. Carvana के अर्नेस्ट गार्सिया III ने प्रतिशत के लिहाज़ से सबसे तेज़ रफ्तार से संपत्ति बढ़ाई. उनकी संपत्ति में एक ही दिन में 25% का उछाल आया है.
शेयर बाज़ार में ऐतिहासिक उछाल
टैरिफ राहत की घोषणा का असर अमेरिकी शेयर बाजारों पर तुरंत दिखा. S&P 500 इंडेक्स 9.52% बढ़कर 5456.90 तक पहुंचा, जो 2008 के बाद की सबसे बड़ी एक-दिनी छलांग थी. Nasdaq में 12.16% और Dow Jones में 7.87% की जबरदस्त तेजी देखी गई. इतना ही नहीं, Apple और Walmart जैसी दिग्गज कंपनियों के शेयरों में भी क्रमशः 15% और 9.6% की वृद्धि दर्ज हुई.
अचानक आई राहत ने निवेशकों में भरोसा लौटाया
जब ट्रंप ने दोपहर 1:18 PM (ET) पर प्रेस कॉन्फ्रेंस में टैरिफ राहत का ऐलान किया, उस वक्त Dow Jones में हल्की बढ़त थी. लेकिन कुछ ही मिनटों में यह इंडेक्स 2000 अंक से अधिक छलांग मार गया. इस फैसले को बाज़ार में उथल-पुथल कम करने और निवेशकों का भरोसा बनाए रखने की रणनीति के तौर पर देखा जा रहा है.
ट्रंप के बयान के पीछे क्या है मंशा?
ट्रंप ने स्पष्ट किया कि उन्होंने यह निर्णय इसलिए लिया क्योंकि "लोग ज़्यादा घबरा रहे थे" और बाजार में डर का माहौल बन रहा था. विशेषज्ञों का मानना है कि यह फैसला एक राजनीतिक दांव भी हो सकता है, जिससे ट्रंप व्यापारिक अस्थिरता को स्थिर करने और 2024 के चुनावी माहौल में आर्थिक स्थायित्व का संदेश देना चाहते हैं. हालांकि, यह राहत अस्थायी है और आगे की स्थिति इसी पर निर्भर करेगी कि अमेरिका और अन्य देशों के बीच टैरिफ को लेकर क्या दिशा तय होती है.