छिपा था हॉस्पिटल के नीचे, मगर मौत ने ढूंढ लिया! मोहम्मद सिनवार की मौत पर नेतन्याहू की मोहर; पढ़ें पूरी कुंडली
हमास के गाजा चीफ मोहम्मद सिनवार की मौत की पुष्टि खुद इज़राइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कर दी है. मोहम्मद, याह्या सिनवार का छोटा भाई था और अक्टूबर 2024 में याह्या की मौत के बाद दक्षिण गाजा में हमास की कमान संभाल रहा था. रिपोर्ट्स के मुताबिक, मोहम्मद सिनवार एक अंडरग्राउंड कमांड सेंटर में छिपा था जो यूरोपियन हॉस्पिटल के नीचे मौजूद था, वहीं पर इज़राइल ने उसे निशाना बनाकर मार गिराया.

गाजा की सुरंगों में छिपकर दहशत फैलाने वाला और याह्या सिनवार का छोटा भाई मोहम्मद सिनवार, आखिरकार इस्राइली सेना के निशाने पर आ ही गया. प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने बुधवार को खुद इस बात की पुष्टि की कि इस्राइली स्ट्राइक में मोहम्मद सिनवार ढेर कर दिया गया है- वो भी वहीं छिपा बैठा था जहां मौत पहले से घात लगाए थी.
इस्राइल की खुफिया एजेंसियों को सूचना मिली थी कि मोहम्मद सिनवार ग़ज़ा के साउथ में यूरोपियन हॉस्पिटल के नीचे बनी एक अंडरग्राउंड कमांड पोस्ट में छिपा हुआ है. फिर क्या था- एक जबर्दस्त एयरस्ट्राइक के साथ पूरा ठिकाना ध्वस्त कर दिया गया. इस हमले में हमास की रफ़ा ब्रिगेड का कमांडर मोहम्मद शबाना भी मारा गया.
याह्या की मौत के बाद बना था नया मास्टरमाइंड
जब अक्टूबर 2024 में याह्या सिनवार मारा गया- वही याह्या जिसने 7 अक्टूबर 2023 के इस्राइल हमले की प्लानिंग की थी. तब से मोहम्मद सिनवार हमास के साउथ ग़ज़ा ऑपरेशंस का अगुवा बन गया था. वो अब हमास की नई शातिर चालों का 'आतंकी ब्रेन' बन चुका था, और सीज़फायर और बंधकों की रिहाई की हर कोशिश में सबसे बड़ा रोड़ा था.
हमास के टॉप स्केल पर क्लीनअप जारी
इस्राइल एक-एक कर हमास की पूरी टॉप ब्रास को नेस्तनाबूद कर रहा है. पहले याह्या सिनवार गया, फिर मोहम्मद दीफ (हमास का मिलिट्री चीफ), और अब मोहम्मद सिनवार की बारी आई. इसी क्रम में हमास का पॉलिटिकल चेहरा इस्माइल हनिया भी इस्राइली मिसाइल का शिकार बन चुका है.
एक बार जब मुहम्मद सिनवार एक कब्रिस्तान का दौरा कर रहे थे, तो उनके साथियों ने वहां एक ईंट जैसी दिखने वाली रिमोट कंट्रोल बम खोजी. यह एक जानलेवा जाल था, जिसे उनके रास्ते में बिछाया गया था. हमास सूत्रों के अनुसार, यह उनके खिलाफ की गई सुनियोजित हत्या की साजिश थी.
2003 में दीवार में छिपा बम - मौत आई थी घर तक
2003 में, हमास के ऑपरेटिव्स ने मुहम्मद सिनवार के घर की दीवार में लगाया गया बम खोज निकाला। हमास ने इस साजिश के पीछे सीधे-सीधे इज़रायली खुफिया एजेंसियों को जिम्मेदार ठहराया. यह दूसरा बड़ा प्रयास था, जिससे वह बाल-बाल बच निकले.
‘ऑपरेशन 7 अक्टूबर’ का मास्टरमाइंड कौन?
हमास सूत्र बताते हैं कि 7 अक्टूबर 2023 के हमले की पूरी योजना और क्रियान्वयन में मुहम्मद सिनवार की केंद्रीय भूमिका थी. यह हमला इज़रायल के इतिहास की सबसे बड़ी सुरक्षा विफलता बनकर उभरा.
गिलाड शलीट की किडनैपिंग – 2006 का खौफनाक प्लान
साल 2006 में, इज़रायली सैनिक गिलाड शलीट की किडनैपिंग में भी मुहम्मद सिनवार का नाम गूंजता है। यह वही ऑपरेशन था, जिसने इज़रायल को 5 साल तक उलझाए रखा और अंत में एक सिपाही के बदले 1,000 से ज़्यादा फिलिस्तीनियों की रिहाई हुई.
याह्या सिनवार की मौत - लकड़ी और ड्रोन का आखिरी युद्ध
2024 में, याह्या सिनवार एक रूटीन इज़रायली गश्त के दौरान मारा गया. इज़रायल ने उसका एक वीडियो जारी किया जिसमें वह घायल अवस्था में एक ड्रोन पर लकड़ी फेंकते देखा गया – दुश्मन को दिया गया उसका अंतिम विरोध. इसके बाद, उसका भाई मुहम्मद सिनवार बना अगला चेहरा.
खान यूनुस से खून-खौलता सफर
1948 की नकबा के दौरान सिनवार परिवार अशकलान (अब इज़रायली शहर अश्केलोन) से भागकर खान यूनुस आया, जो आज युद्ध में खंडहर बन चुका है. UNRWA स्कूलों में पढ़े मुहम्मद ने अपने भाई याह्या से प्रेरित होकर हमास जॉइन किया.
खतरनाक ब्रिगेड – बम, रॉकेट और रियल-टाइम जासूसी
2005 तक, मुहम्मद सिनवार खान यूनुस ब्रिगेड का मुखिया बन चुका था. यह हमास की सबसे ताकतवर सैन्य यूनिट है, जो रॉकेट लॉन्चिंग, बारूदी सुरंगें और इज़रायली सैनिकों की 24x7 निगरानी करती है. सूत्र बताते हैं कि मुहम्मद सिनवार की नजदीकी महम्मद देइफ (अब मारे जा चुके) और मारवान इस्सा (डिप्टी कमांडर) से थी. यह त्रिकोण बना हमास के लिए सामरिक ब्लैक बॉक्स, जिसकी योजनाएं इज़रायल की रक्षा प्रणाली को बार-बार चकमा देती रहीं. नोट- यह जानकारी इंटरनेट पर आधारित है इसकी पुष्टि स्टेट मिरर हिंदी नहीं करता)