Begin typing your search...

जिस ग्लोरिया फनीकुलर ट्रेन हादसे में गई 17 की जान, वो लिस्बन की क्यों है लाइफ लाइन, क्या है इतिहास?

लिस्बन का ग्लोरिया फनीकुलर ट्रेन सेवा पुर्तगाल की राजधानी का ऐतिहासिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम है. इसकी शुरुआत 19वीं सदी के अंत में हुई थी. इस सेवा का मकसद शहर की खड़ी और तंग गलियों में लोगों की आवाजाही आसान बनाना है. फनीकुलर ट्रेन से एक हादसे में कई लोगों की मौत की वजह से चर्चा में है. इस बात को लेकर बहस चरम पर है कि क्या इसे अब भी जारी रखना उचित है?

जिस ग्लोरिया फनीकुलर ट्रेन हादसे में गई 17 की जान, वो लिस्बन की क्यों है लाइफ लाइन, क्या है इतिहास?
X
( Image Source:  Twitter )

पुर्तगाल की राजधानी लिस्बन की पहचान मानी जाने वाली ग्लोरिया फनीकुलर ट्रेन (Gloria Funicular Train) बुधवार (3 सितंबर) को दर्दनाक हादसे का शिकार हो गई. इस हादसे में 17 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई. स्थानीय लोगों के लिए फनीकुलर ट्रेन लिस्बन की खड़ी चढ़ाई और ढलानों पर चढ़ने-उतरने का सबसे पुराना और अहम साधन रही है. 19वीं सदी में शुरू हुई यह प्रणाली आज भी शहर के परिवहन और पर्यटन के आकर्षण का केंद्र है. आइए, जानते हैं कि ग्लोरिया फनीकुलर ट्रेन कैसे काम करती है और इसका इतिहास क्या है?

लिस्बन के सबसे प्रतिष्ठित पर्यटक आकर्षणों में से एक, ग्लोरिया फनीकुलर रेल का एक डिब्बा बुधवार को पटरी से उतरकर दुर्घटनाग्रस्त हो गया. ट्राम जैसा यह लोकप्रिय परिवहन का साधन खड़ी ढलानों पर चढ़ने-उतरने के लिए डिज़ाइन किया गया है.

बीबीसी ने पुर्तगाली अधिकारियों के हवाले से बताया है कि इस हादसे में 16 लोगों के मारे जाने की शुरुआती जांच के दौरान पुष्टि की थी. जबकि संशोधित आंकड़ों में मृतकों की संख्या बढ़कर 17 हो गई है. इस हादसे में कई लोगों के घायल होने की भी सूचना है. अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि डिब्बे के पटरी से उतरने का कारण क्या था. स्थानीय मीडिया रिपोर्टों के अनुसार केबल में खराबी की वजह से यह दर्दनाक हादसा हुआ. दुर्घटना के कारणों की जांच जारी है.

ट्रेन हादसे में मरने वालों में पांच पुर्तगाली, दो दक्षिण कोरियाई, दो कनाडाई, एक अमेरिकी, एक जर्मन, एक यूक्रेनी और एक स्विस शामिल हैं. तीन पीड़ितों की पहचान अभी भी अज्ञात है. पुर्तगाल की स्वास्थ्य सेवा के प्रमुख अल्वारो सैंटोस अल्मेडा के अनुसार उस समय फनीकुलर में कौन सवार था और कौन सड़क पर घायल हुआ, इसकी सटीक जानकारी अभी स्पष्ट नहीं है, लेकिन 23 अन्य घायल हुए हैं.घायलों में तीन पुर्तगाली, एक जर्मन, एक दक्षिण कोरियाई, एक स्विस, एक केप वर्डे और एक मोरक्को का नागरिक है. पुर्तगाली मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार तीन साल के एक जर्मन बच्चे को मलबे से बचा लिया गया है, जबकि बच्चे के पिता की मौत हो गई और माँ घायल हो गई।

शहर के सार्वजनिक परिवहन संचालक, कैरिस के एक कर्मचारी, आंद्रे जॉर्ज गोंजाल्विस मार्क्स भी मृतकों में शामिल हैं. ट्रेन सेवा का संचालन करने वाली कंपनी ने ने कहा, "कैरिस में अपने 15 वर्षों के कार्यकाल में, उन्होंने अपने कर्तव्यों का उत्कृष्ट ढंग से पालन किया."

पर्यटकों के बीच लोकप्रिय है ट्रेन

ग्लोरिया फनिक्युलर लगभग 40 यात्रियों को ले जा सकता है और यह पर्यटकों के बीच बेहद लोकप्रिय है, लेकिन शहर के निवासियों के लिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह उन्हें लिस्बन की पहाड़ी सड़कों पर आने-जाने में मदद करता है.

लिस्बन की 'लाइफ लाइन'

दरअसल, लिस्बन को पहाड़ियों और खड़ी ढलानों वाला शहर कहा जाता है. यहां पैदल चढ़ाई करना बेहद कठिन है. ट्रेन सेवा की शुरुआत से पहले लोगों के कहीं जाने आने में कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता था. इसी चुनौती से निपटने के लिए वहां की सरकार ने फनीकुलर ट्रेन सेवा की शुरुआत की थी. फनीकुलर ट्रेन सेवा लिस्बन के लोगों के लिए लाइफ लाइन की तरह है. स्थानीय लोग इसे लिस्बन की 'धड़कन' भी कहते हैं, लेकिन हाल ही में हुए हादसे ने इस सेवा के संचालन पर सवाल खड़े कर दिए हैं. लोगों का सवाल है कि सुरक्षित मानी जाने वाली इस रेल प्रणाली में चूक कहां हुई?

क्या है लिस्बन ग्लोरिया फनीकुलर ट्रेन?

यह एक फनीकुलर रेलवे सिस्टम है, जो खड़ी ढलानों पर लोगों को ऊपर-नीचे ले जाने का काम करता है. लिस्बन में तीन फनीकुलर हैं. ग्लोरिया (Glória), लावरा (Lavra) और बिका (Bica), जिनमें से सबसे लोकप्रिय और व्यस्त रेल सेवा ग्लोरिया फनीकुलर है. यह ट्रेन डाउनटाउन लिस्बन से लेकर Bairro Alto (ऊपरी इलाका) तक जाती है. इसे पर्यटक और स्थानीय लोग बड़े पैमाने पर इस्तेमाल करते हैं.

ग्लोरिया फनीकुलर ट्रेन का इतिहास

  • 1885 में पहली बार इस लाइन को शुरू किया गया. शुरुआती दौर में इसे स्टीम इंजन से चलाया जाता था.
  • तकनीकी विकास के बाद इसे हाइड्रोलिक पावर से चलाने की कोशिश की गई, लेकिन तकनीकी समस्याओं के कारण यह ज्यादा दिन नहीं चली. उसके बाद 1915 में यह सेवा इलेक्ट्रिक पावर से संचालित हो रहा है.
  • ग्लोरिया फनीकुलर ट्रेन लिस्बन की हेरिटेज ट्रांसपोर्ट लाइन माना जाता है. यह पर्यटन के लिहाज से आकर्षण का बड़ा केंद्र है.
  • ग्लोरिया फनीकुलर ट्रेन कैसे करती है काम?
  • यह ट्रेन ढलान पर लगी दो पटरी (ट्रैक) पर चलती है. दोनों दिशाओं में चलने वाली ट्रेनों को स्टील केबल से जोड़ा जाता है.
  • जब एक ट्रेन ऊपर जाती है, तो दूसरी ट्रेन नीचे आती है. इस तरह वजन का संतुलन बनाकर ऊर्जा की बचत होती है.
  • ट्रेनों की गति और सुरक्षा इलेक्ट्रिक मोटर और ब्रेकिंग सिस्टम से नियंत्रित की जाती है.
  • ग्लोरिया फनीकुलर ट्रेन का संचालन लिस्बन की पब्लिक ट्रांसपोर्ट कंपनी Carris करती है.
वर्ल्‍ड न्‍यूज
अगला लेख