कनाडा के हिंदू सांसद चंद्र आर्य का अपनी ही पार्टी ने काटा टिकट, क्या खालिस्तानियों के खिलाफ बोलने की मिली सजा?
चंद्र आर्य अक्सर खालिस्तानियों के खिलाफ अपनी आवाज उठाते रहे हैं. यह बात हम सभी जानते हैं कि कनाडा खालिस्तानियों का गढ़ है. ऐसे में उनके विरुद्ध बोलने के चलते वह लोगों के निशाने पर आ गए थे. इतना ही नहीं, उनके खिलाफ प्रदर्शन भी हो चुके हैं. वहीं, गुरपतवंत पन्नू ने भी प्रधानमंत्री से उन्हें अगल निशान बनाने की अपील की थी.

कनाडा के भारतीय मूल के हिंदू सांसद चंद्र आर्य का जस्टिन ट्रूडो की पार्टी ने टिकट काट दिया है. दरअसल इसका कारण उनका खालिस्थानी चरमपंथियों के खिलाफ बोलना है. चंद्र आर्य ने इस बात की खबर एक्स पर पोस्ट कर दी. जहां उन्होंने लिबरल पार्टी का लेटर भी अटैच किया है. इस पत्र में लिखा गया कि ' नेपियन के लिए लिबरल पार्टी ऑफ़ कनाडा के कैंडिडेट के तौर पर आपकी सर्विस के लिए आपकी एलिजिबिलिटी पर रिव्यू किया.
ग्रीन लाइट कमेटी के अध्यक्ष से मिली नई जानकारी के रिव्यू के आधार पर सोचने के बाद नेशनल कैंपेन को-चेयर कैंडिडेट के तौर पर आपकी नॉमिनेशन कैंसिल करने की सिफारिश कर रहा है. उस सिफारिश के आधार पर लिबरल पार्टी ऑफ कनाडा के उम्मीदवार के रूप में आपका नॉमिनेशन कैंसिल किया जाता है.
चंद्र आर्य ने कही ये बात
चंद्र आर्य ने एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा कि कहां उनका नॉमिनेशन कैंसिल कर दिया गया है. यह बेहद निराशाजनक है, लेकिन इससे नेपियन सभी कनाडा के लोगों की 2015 से संसद सदस्य के रूप में सेवा करने का गौरव और विशेषाधिकार कम नहीं होता है, मुझे एक सांसद के रूप में किए गए अपने काम पर बहुत गर्व है, नेपियन के निवासियों को मैंने जो अटूट सेवा प्रदान की है, अपने समुदाय और देश की सेवा करना मेरे जीवन की सबसे बड़ी जिम्मेदारी रही है, और मैं इसके हर पल के लिए आभारी हूं.
खालिस्तानी समूह कर चुका है प्रदर्शन
चंद्र आर्य अक्सर खालिस्तानियों के खिलाफ अपनी आवाज उठाते रहे हैं. यह बात हम सभी जानते हैं कि कनाडा खालिस्तानियों का गढ़ है. ऐसे में उनके विरुद्ध बोलने के चलते वह लोगों के निशाने पर आ गए थे. इतना ही नहीं, उनके खिलाफ प्रदर्शन भी हो चुके हैं. वहीं, गुरपतवंत पन्नू ने भी प्रधानमंत्री से उन्हें अगल निशान बनाने की अपील की थी.