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इस देश की जेल में खुला पहला ‘Sex Room’, कैदियों को मिलेगा पार्टनर संग प्राइवेट टाइम!

यूरोप के इस देश ने अपनी जेल प्रणाली में एक ऐतिहासिक और बहुचर्चित बदलाव करते हुए 'सेक्स रूम' की शुरुआत कर दी है. शुक्रवार को इस नई व्यवस्था के तहत एक कैदी को पहली बार अपनी महिला पार्टनर के साथ जेल परिसर में बने एक विशेष प्राइवेट कमरे में मिलने का अवसर मिला. यह कमरा एक तरह से ‘सेक्स रूम’ है, जहां कैदियों को अपने जीवनसाथी या प्रेमी/प्रेमिका के साथ बिना किसी गार्ड की निगरानी के समय बिताने का अधिकार मिलेगा.

इस देश की जेल में खुला पहला ‘Sex Room’, कैदियों को मिलेगा पार्टनर संग प्राइवेट टाइम!
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हेमा पंत
Edited By: हेमा पंत

Published on: 19 April 2025 11:47 AM

इटली ने इतिहास रचते हुए अपनी जेल में पहली बार कैदियों के लिए 'सेक्स रूम' की शुरुआत की है. उम्ब्रिया क्षेत्र की एक जेल में शुक्रवार को एक कैदी को अपनी पार्टनर के साथ प्राइवेट टाइम बिताने की अनुमति मिली. यह कदम इटली की संवैधानिक अदालत के उस फैसले के बाद आया जिसमें कैदियों को 'इंटिमेट मीटिंग्स' का अधिकार दिया गया. अब चुने गए कैदियों को दो घंटे के लिए बेड और टॉयलेट से लैस एक कमरा मिलेगा—जहां गार्ड की निगरानी नहीं होगी. फ्रांस, जर्मनी, स्पेन जैसे देशों में पहले से ऐसे अधिकार मिलते रहे हैं. इटली में जेलों की भीड़ और आत्महत्या की बढ़ती घटनाओं के बीच यह एक बड़ा सामाजिक बदलाव माना जा रहा है.

क्‍या था कानूनी आदेश

जनवरी 2024 में इटली की संवैधानिक अदालत (Constitutional Court) ने एक ऐतिहासिक फैसला सुनाया था. अदालत ने माना कि कैदियों को भी अपने जीवनसाथी या स्थायी पार्टनर के साथ 'इंटिमेट मीटिंग्स' का अधिकार है. यह अधिकार यूरोप के कई देशों जैसे फ्रांस, जर्मनी, स्पेन, नीदरलैंड्स और स्वीडन में पहले से ही दिया जा रहा है.

इस फैसले के बाद, इटली के न्याय मंत्रालय ने गाइडलाइंस जारी कीं, जिसमें कहा गया कि इन मुलाकातों के लिए कैदियों को एक ऐसा कमरा मुहैया कराया जाएगा जिसमें एक बिस्तर और टॉयलेट हो. इन कमरों में दरवाजा बंद तो होगा, लेकिन लॉक नहीं किया जाएगा, ताकि ज़रूरत पड़ने पर जेल स्टाफ हस्तक्षेप कर सके.

कैसी रही शुरुआत?

उम्ब्रिया के जेलों के लिए जिम्मेदार लोकपाल (Ombudsman), गिउसेप्पे कैफोरियो (Giuseppe Caforio) ने मीडिया से कहा, “सब कुछ बेहद सम्मानजनक और शांतिपूर्वक हुआ. हमारी प्राथमिकता यह है कि इस पूरी प्रक्रिया में शामिल लोगों की निजता का पूरा सम्मान किया जाए.” उन्होंने यह भी जोड़ा, “यह व्यवस्था फिलहाल एक प्रयोग के तौर पर शुरू हुई है, लेकिन अब आने वाले दिनों में और भी कैदियों को यह सुविधा दी जाएगी.”

जेलों की हालत और यह बदलाव क्यों जरूरी था?

इटली की जेलों की स्थिति लंबे समय से चिंताजनक रही है. देश में फिलहाल लगभग 62,000 कैदी हैं, जबकि जेलों की अधिकतम क्षमता सिर्फ 51,000 है, यानी 21% अधिक भीड़. इतनी अधिक भीड़ और मानसिक तनाव के कारण पिछले कुछ वर्षों में कैदियों की आत्महत्या के मामलों में भारी बढ़ोतरी हुई है.

विशेषज्ञों का मानना है कि निजी मुलाकात की यह सुविधा न केवल कैदियों की मानसिक स्थिति को बेहतर बनाएगी, बल्कि जेलों में हिंसा और तनाव को भी कम कर सकती है.

यूरोप में कहां-कहां मिलती है ये सुविधा?

  • फ्रांस: लंबे समय से 'फैमिली यूनिट' की सुविधा दी जाती है
  • जर्मनी: कुछ जेलों में कैदियों को सप्ताहांत में जीवनसाथी के साथ रहने की इजाजत
  • नीदरलैंड्स और स्वीडन: प्राइवेट रूम की सुविधा आम
  • स्पेन: इंटिमेसी को मानवीय अधिकार माना जाता है

अब इटली ने भी इसी दिशा में कदम बढ़ाकर जेल प्रणाली को थोड़ा मानवीय और आधुनिक बनाने की पहल की है.

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