पिंच कर रहा इजरायल, ईरान ने नासमझी में की गलती; अब लेबनान के साथ सजा भुगतने को रहें तैयार

ईरान ने सुप्रीम लीडर अयातुल्लाह खमनेई ने काफी समय के बाद धार्मिक भाषण दिया। उन्होंने कहा कि जो हमने इजरायल पर हमला किया था वो पूरी तरह से वाजिब था। 1 अक्टूबर की रात को हुए मिसाइल हमले के बाद इजरायल ने कहा था कि कब, कहां और कैसे हमला करेंगे इसका अंदाजा लगाना मुश्किल हो जायेगा।
अब रिपोर्ट बताते हैं कि इजरायल ईरान को भयंकर नुकसान पहुंचाने के मूड में है। वह ईरान के स्ट्रैटजिक ठिकानों को निशाना बना सकता है। इनमें तेल और गैस के खदान, न्यूक्लियर साइट्स, एयरबेस, एयर डिफेंस सिस्टम भी शामिल है। इजरायल के पास ईरान के किसी बड़े अधिकारी की हत्या का विकल्प भी है। जानकार बताते हैं कि इजरायल और ईरान के बीच ग्राउंड अटैक संभव नहीं है, लेकिन हवाई हमले और मिसाइल अटैक का विकल्प दोनों के पास है।
ईरान ने की गलती
1 अगस्त को इजरायल पर लगातार 181 मिसाइलों से हमला कर ईरान ने बड़ी गलती कर दी है। इस हमले को लेकर जी-7 देश ने भी कड़ी आलोचना की है। ईरान का कहना है कि ये हमला हमने लेबनान की राजधानी बेरुत में हुए मिसाइल हमले में मारे गए हिजबुल्लाह प्रमुख हसन नसरल्लाह और अन्य नेताओं की हत्या का बदला लेने के लिए किया है। यहीं पर ईरान ने बड़ी गलती कर दी और उसने इजरायल को निशाना बनाया। ईरान ने जरा सा भी सोचा नहीं कि इसका अंजाम क्या होगा?
उकसा रहा इजरायल
जब हमास ने इजरायल पर हमला शुरू किया था तब इजरायल ने सीधे फिलिस्तीन पर हमला शुरू नहीं किया था। उसने सिर्फ हमास के लड़ाकों को ख़त्म करने के लिए मिसाइलों से हमला शुरू किया था। लेबनान के साथ भी यही बात हुई। इजरायल ने कभी लेबनान को नुकसान पहुंचाने के इरादे से मिसाइल हमला नहीं किया। उसने सिर्फ हिजबुल्लाह के लड़ाकों को मारने के लिए बेरुत में हमला किया।
इस हमले में हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह और उसका उत्तराधिकारी हाशिम सैफीद्दीन मारा गया। यही चीज ईरान के साथ भी होने वाली है। हमास और हिजबुल्लाह के नेता भागकर ईरान की शरण में जा चुके हैं और इजरायल की खुफिया एजेंसी मोसाद उन्हें ढूंढ कर IDF को सूचना देता रहता है। इसी आधार पर इजरायल टार्गेटेड मिसाइल बरसाकर अपने दुश्मनों कपो ख़त्म करने की कोशिश में लगा है।