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Israel Iran War: कौन किस पर कितना भारी? ईरान या इजरायल, 10 प्वाइंट्स में समझें कौन किसका बाप

Israel Iran News Today: इजरायल की सेना की रीढ़ की हड्डी है उसका आयरन डोम और ऐरो सिस्टम. आयरन डोम, डेविड्स स्लिंग और एरो-3 जैसे एयर डिफेंस सिस्टम मिसाइल्स और ड्रोन को नष्ट करने में सक्षम हैं. ईरान की सबसे बड़ी ताकत उसकी बैलिस्टिक मिसाइल और ड्रोन हैं. उसके पास 2,000 किलोमीटर रेंज की फतेह हाइपरसोनिक मिसाइल हैं.

Israel Iran War: कौन किस पर कितना भारी? ईरान या इजरायल, 10 प्वाइंट्स में समझें कौन किसका बाप
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( Image Source:  Social )

Who Is More Powerful Israel or Iran? इजरायल ने ईरान के परमाणु और सैन्य ठिकानों को निशाना बनाते हुए 13 जून को उस पर हमला बोल दिया. ईरान ने भी जवाबी कार्रवाई की है. दोनों तरफ हुए शुरुआती हमले में इजरायल ने ईरान के परमाणु ठिकानों को नुकसान पहुंचाने के साथ मोहम्मद बाघेरी और आईआरजीसी के प्रमुख सलामी की हत्या कर ईरान को सैन्य रणनीति से कमजोर कर दिया. उसके बाद से दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया है. अगर दोनों देशों के बीच तनाव स्थायी जंग में बदलता पर कौन, किस पर भारी पड़ेगा? किसके पास है, ज्यादा घातक हथियार. क्या इजरायल ईरान को कुछ बिगाड़ पाएगा, जानें 10 बिंदुओं में सब कुछ.

1. इजरायल ने 13 जून 2025 को ईरान की राजधानी पर हमला किया, जिसके बाद तेहरान में धमाके हुए. इसके साथ ही मध्य पूर्व देशों में युद्ध की गूंज तेज हो गई. इजरायल ने ईरानी परमाणु और सैन्य स्थलों पर भी हमले किए. इजरायल हमले में ईरान के एक प्रमुख यूरेनियम संवर्धन स्थल पर भी विस्फोट होने की सूचना है. इजरायल बीती रात में भी ईरान पर हमले किए हैं.

2. इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि ये हमले ऑपरेशन राइजिंग लॉयन का हिस्सा थे, उन्होंने कहा कि ईरान "इजरायल के अस्तित्व के लिए खतरा है." वहीं ईरानी सरकारी मीडिया ने बताया कि रिवोल्यूशनरी गार्ड के प्रमुख हुसैन सलामी की एक हमले में मौत हो गई. रिपोर्ट में दावा किया गया कि तेहरान के रिहायशी इलाकों में हमले हुए और मरने वालों में बच्चे भी शामिल हैं.

3. ईरान पर 1980 के दशक में इराक के साथ युद्ध के बाद से यह सबसे बड़ा हमला है, जिसमें देश भर में इजरायल ने कई जगहों पर हमले किए हैं. तेहरान ने भी ड्रोन से जवाबी कार्रवाई की है, लेकिन उनमें से अधिकांश को इजरायल ने नष्ट कर दिए. हालांकि, ईरानी सेना ने कहा है कि “खून का बदला खून से लेंगे.

4. ईरान और इजरायल की सेनाओं की एक-साथ तुलना से पता चलता है कि जनशक्ति के मामले में तेहरान यहूदी राष्ट्र से बेहतर है. ईरान की आबादी इजरायल की आबादी से दस गुना ज्यादा है, जहां से वह अपनी सेनाएं चलाता है. ग्लोबल फायरपावर के 2024 इंडेक्स के अनुसार ईरान की आबादी 8,75,90,873 थी. इसकी तुलना इजरायल से करें. जिसकी आबादी 90,43,387 है. इसका मतलब है कि ईरान के पास चुनने के लिए लोगों का एक बड़ा समूह है.

5. ईरानी सशस्त्र बल पश्चिम एशिया क्षेत्र में सबसे बड़े पावर हैं जिसमें कम से कम 5,80,000 सक्रिय-ड्यूटी कर्मी और लगभग 2 लाख प्रशिक्षित रिजर्व कर्मी हैं। कुल मिलाकर लगभग 11,80,000 सैन्य कर्मी बनाते हैं.

6. इजरायल के पास सेना, नौसेना और अर्धसैनिक बलों में 1,69,500 सक्रिय सैन्य कर्मी हैं. इसके अलावा 4,65,000 इसके रिजर्व बल हैं, जबकि 8,000 इसके अर्धसैनिक बल का हिस्सा हैं. कुल मिलाकर उसके खाते में 6,34,500 सैन्य कर्मी हैं.

7. जब रक्षा खर्च की बात आती है तो इजरायल ईरान से आगे निकल जाता है। ग्लोबल फायरपावर इंडेक्स के मुताबिक इजराइल का रक्षा बजट 24 बिलियन डॉलर है. जबकि ईरान का $9.95 बिलियन है. इजरायल को अमेरिका से 3.8 बिलियन डॉलर की वार्षिक सैन्य सहायता प्राप्त होती है, जो इसके लिए अत्याधुनिक हथियारों और तकनीक तक पहुंच आसान कर देती है. ईरान की अर्थव्यवस्था पर अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों का दबाव है,

8. वाशिंगटन स्थित फाउंडेशन फॉर डिफेंस ऑफ डेमोक्रेसीज (FDD) के अनुसार ईरान का सैन्य प्रतिष्ठान, विशेष रूप से इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) अपने वित्तपोषण के लिए केवल राज्य के बजट पर निर्भर नहीं है. FDD ने बताया कि "सैन्य प्रतिष्ठान तेहरान स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध कंपनियों के बाजार मूल्य का (एक-पांचवां हिस्सा) नियंत्रित करता है और हजारों अन्य कंपनियों का मालिक है, जो सभी सशस्त्र बलों के लिए राजस्व उत्पन्न करते हैं. इसके अतिरिक्त IRGC ईरान की भूमिगत अर्थव्यवस्था के एक महत्वपूर्ण हिस्से को नियंत्रित करता है.

9. ईरान जनशक्ति के मामले में इजरायल से आगे है. तेल अवीव हथियारों के मामले में बढ़त रखता है. इजरायल के पास तेहरान से ज्यादा हवाई ताकत है. इजरायल के पास कुल 612 विमान हैं. ईरान के पास 551 हैं.

10. इजरायल की सेना की रीढ़ की हड्डी है उसका आयरन डोम (लोहे का गुंबद) और ऐरो सिस्टम. आयरन डोम, डेविड्स स्लिंग और एरो-3 जैसे एयर डिफेंस सिस्टम मिसाइल्स और ड्रोन को नष्ट करने में सक्षम हैं.इजरायल की साइबर युद्ध क्षमता विश्वस्तरीय है, जो सैन्य और असैन्य बुनियादी ढांचे को टारगेट करने में कैपेबल है. इसके उलट, ईरान की सबसे बड़ी ताकत उसकी बैलिस्टिक मिसाइल और ड्रोन हैं. उसके पास सेजिल (2,000 किलोमीटर रेंज) और फतेह हाइपरसोनिक मिसाइल जैसी प्रणालियां हैं, जो इजरायल सहित पूरे मध्य पूर्व में लक्ष्य भेद सकती हैं. खोरदाद 15 वायु रक्षा प्रणाली 120 किलोमीटर तक लक्ष्य भेद सकती है. ईरान के पास 1,996 टैंक और 551 विमान हैं, लेकिन ये ज्यादातर पुराने सोवियत या चीनी डिजाइन के हैं, जो इजरायल के आधुनिक हथियारों की तुलना में कम प्रभावी हैं.

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