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कतर का Al Udeid Air Base जिस पर ईरान ने दागीं मिसाइलें, जानिए अमेरिका के इस अहम सैन्य अड्डे की पूरी कहानी

ईरान ने अमेरिका के कतर स्थित रणनीतिक ‘अल-उदीद एयरबेस’ पर मिसाइल हमला किया, जो अमेरिका के मध्य-पूर्व अभियानों का प्रमुख केंद्र है. यह हमला अमेरिका द्वारा ईरान के तीन परमाणु ठिकानों पर हमले के जवाब में हुआ. हालांकि, अमेरिका ने कहा कि सभी मिसाइलें इंटरसेप्ट कर ली गईं और कोई जनहानि नहीं हुई. पेंटागन ने इसे प्रतीकात्मक हमला बताया.

कतर का Al Udeid Air Base जिस पर ईरान ने दागीं मिसाइलें, जानिए अमेरिका के इस अहम सैन्य अड्डे की पूरी कहानी
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( Image Source:  https://x.com/ZaynAlSays )
प्रवीण सिंह
Edited By: प्रवीण सिंह

Updated on: 24 Jun 2025 6:10 AM IST

ईरान और अमेरिका के बीच बढ़ते तनाव ने अब मध्य पूर्व को एक नए संकट की दहलीज पर ला खड़ा किया है. सोमवार रात ईरान ने कतर की राजधानी दोहा के पास स्थित अमेरिकी एयरबेस ‘अल-उदीद’ (Al Udeid Air Base) पर मिसाइल हमला कर दिया. यह वही एयरबेस है जहां से अमेरिका अपने अधिकांश मध्य-पूर्वीय सैन्य अभियानों को अंजाम देता है. ईरान की सरकारी टीवी ने इसे 'अमेरिका की आक्रामकता का करारा जवाब' बताया और दावा किया कि हमला सफल रहा.

दोहा के निवासियों ने रात में आसमान में मिसाइल डिफेंस सिस्टम और धमाकों की आवाज़ें सुनीं. यह हमला अमेरिकी वायुसेना द्वारा ईरान के तीन प्रमुख न्यूक्लियर ठिकानों को टारगेट करने के बाद हुआ है. माना जा रहा है कि यदि संघर्ष और गहराया तो अल-उदीद एक बार फिर सीधे निशाने पर आ सकता है.

दूसरी ओर अमेरिका ने पुष्टि की है कि हमला हुआ, लेकिन कोई जनहानि नहीं हुई. पेंटागन ने इसे “इरादतन नागरिकों और सैन्य कर्मियों को नुकसान पहुंचाने की कोशिश” बताया है. अमेरिकी अधिकारियों ने कहा कि हमला प्रतीकात्मक था और सभी मिसाइलें इंटरसेप्ट कर ली गईं. व्हाइट हाउस में सिचुएशन रूम से हालात की निगरानी की जा रही है. अमेरिका ने कतर में सुरक्षा बढ़ा दी है और नागरिकों को सतर्क रहने को कहा है. हालांकि अमेरिका ने यह भी कहा है कि ईरान की तरफ से अगर हमले यहीं रुक जाते हैं तो वह जवाबी कार्रवाई नहीं करेगा. तो आइए जान लेते हैं अल-उदीद एयरबेस के बारे में डिटेल में.

क्या है अल-उदीद एयरबेस?

स्थान

दोहा से बाहर रेगिस्तान में स्थित

देश

कतर

मुख्य उपयोगकर्ता

अमेरिका की सेंट्रल कमांड (CENTCOM)

क्षेत्रफल

लगभग 24 हेक्टेयर

तैनात सैनिक

लगभग 10,000 अमेरिकी जवान

स्थापना

1990 के दशक में

यह एयरबेस अमेरिका के लिए इतना महत्वपूर्ण है कि 2003 से अब तक कतर ने इसमें $8 बिलियन (लगभग ₹66,000 करोड़) खर्च किए हैं. यह बेस अमेरिकी सेना के CENTCOM का फॉरवर्ड हेडक्वार्टर है, जबकि इसका मुख्यालय फ्लोरिडा में है.

यहां कौन-कौन से हथियार और विमान तैनात हैं?

  • KC-135 Stratotanker: हवा में ईंधन भरने वाले विमान
  • C-17 Globemaster, C-130 Hercules: भारी मालवाहक विमान
  • Surveillance Aircraft: निगरानी के लिए
  • Patriot Missile Defence System: मिसाइल सुरक्षा
  • एडवांस्ड रडार सिस्टम: दुश्मन मिसाइलों का जल्दी पता लगाने के लिए

यह एयरबेस न सिर्फ ईरान को रोकने के लिए, बल्कि सीरिया, इराक, यमन जैसे क्षेत्रों में अमेरिका की स्ट्रैटेजिक उपस्थिति बनाए रखने में बेहद अहम है.

इस बेस से कौन-कौन से अभियान जुड़े हैं?

  • Operation Inherent Resolve: आईएसआईएस के खिलाफ
  • Afghan Evacuation: अफगान शरणार्थियों की प्रोसेसिंग (Camp As Sayliyah के पास)
  • Drone Warfare: ड्रोन हमलों के नियंत्रण केंद्र

ईरान का हमला और इसके मायने

ईरान ने सीधे उस आधार को टारगेट किया है, जहां से अमेरिका इंटेलिजेंस, हमले और सपोर्ट मिशन संचालित करता है. यह हमला ऐसे समय हुआ जब अमेरिका ने Fordow, Natanz और Esfahan स्थित परमाणु ठिकानों पर हमले किए हैं. इस हमले के बाद क्षेत्रीय सुरक्षा पर असर पड़ सकता है और कतर जैसी तटस्थ भूमिका निभा रही सरकारें दबाव में आ सकती हैं.

अल-उदीद एयरबेस पर हमला मिडिल ईस्ट में एक निर्णायक मोड़ साबित हो सकता है. यह बेस सिर्फ एक रनवे नहीं, बल्कि अमेरिका की रणनीतिक मौजूदगी का नर्व सेंटर है. अगर इस पर हमले जारी रहे, तो यह पूरे क्षेत्र को जंग की लपटों में झोंक सकता है.

ईरान इजरायल युद्ध
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