अगर इजरायली हमले में मारे गए खामेनेई तो कौन संभालेगा ईरान की कमान? ये हैं दावेदार
जून 2025 में ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई पर संकट गहराता जा रहा है. इजरायली प्रधानमंत्री नेतन्याहू द्वारा खामेनेई की हत्या की संभावना जताने के बाद उनके उत्तराधिकारी को लेकर चर्चा तेज हो गई है. प्रमुख दावेदारों में उनके बेटे मोजतबा खामेनेई, अलीरेज़ा अराफी और मोहसेनी एजेई शामिल हैं. यदि खामेनेई की मौत होती है या वे इस्तीफा देते हैं, तो ईरान की "एसेंबली ऑफ एक्सपर्ट्स" गुप्त तरीके से नया सर्वोच्च नेता चुनेगी. इजरायल के हमलों के बीच ईरान के नेतृत्व का भविष्य अधर में है.

ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई पर इन दिनों दोतरफा दबाव बढ़ता जा रहा है. एक तरफ युद्ध, दूसरी ओर उनके उत्तराधिकारी को लेकर चर्चाएं. इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हाल ही में एबीसी न्यूज़ से बातचीत में कहा कि अगर खामेनेई को खत्म कर दिया जाए तो ईरान-इजराइल दुश्मनी खत्म हो सकती है. इसके ठीक एक दिन बाद, इजराइली रक्षा मंत्री इसराइल काट्ज़ ने धमकी भरे लहजे में कहा कि खामेनेई का हाल भी सद्दाम हुसैन जैसा हो सकता है.
वहीं जिसके बाद अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप ने खामेनेई को खुली धमकी दी है कि मुझे मालूम है तुम्हारा ठिकाना इसलिए चुपचाप सरेंडर कर दो. अयातुल्ला खामेनेई पिछले 36 वर्षों से ईरान के सर्वोच्च नेता हैं. लेकिन मौजूदा हालात और अमेरिका-इज़रायल के हमलों ने उनके लंबे शासन को अस्थिर करने का खतरा पैदा कर दिया है. तो आइए जानते हैं कौन होगा ईरान का अगला उत्तराधिकारी?
उत्तराधिकारी की दौड़ में कौन-कौन?
1. मोजतबा खामेनेई-
खुद खामेनेई के बेटे हैं, 1969 में जन्मे. ईरान-इराक युद्ध के अंतिम चरण में सेवा दी और अब एक ताकतवर मौलवी के रूप में उभरे हैं. आईआरजीसी (IRGC) और धार्मिक प्रतिष्ठानों से करीबी रिश्ते हैं.
2. अलीरेजा आराफी-
खामेनेई के विश्वसनीय सहयोगी हैं. वे एक्सपर्ट असेंबली के उपाध्यक्ष, गार्डियन काउंसिल के सदस्य और क़ुम के इमामे-जुमा भी हैं.
3. अली असगर हे़जाज़ी-
राजनीतिक सुरक्षा मामलों के प्रमुख हैं. खुफिया तंत्र में वर्षों से भूमिका निभा रहे हैं और खामोशी से नीति निर्माण में सक्रिय हैं.
4. मोहसनी एजई-
पूर्व खुफिया मंत्री और न्यायपालिका में लंबे समय तक रहे, कानूनी व धार्मिक दोनों मोर्चों पर मजबूत पकड़ है.
5. अन्य नाम-
मो. गोलपाएगानी (खामेनेई कार्यालय प्रमुख), अली अकबर वेलायती (पूर्व विदेश मंत्री), कमाल खर्राज़ी और अली लारीजानी भी दौड़ में हैं.
उत्तराधिकारी कैसे चुना जाता है?
खामेनेई के निधन, इस्तीफे या अयोग्यता की स्थिति में "एसेंबली ऑफ एक्सपर्ट्स" अगला सर्वोच्च नेता चुनती है. इसमें 88 वरिष्ठ मौलवी होते हैं, जिन्हें जनता चुनती है लेकिन गार्डियन काउंसिल जांचती है. ये लोग गुप्त बैठक में बहुमत से अगला नेता तय करते हैं.
खामेनेई की विचारधारा और शासन
1989 से सत्ता में आए खामेनेई ने ईरान को लोहे के हाथों से चलाया है। वे सेना, न्यायपालिका, गार्डियन काउंसिल, और मीडिया तक पर नियंत्रण रखते हैं। अमेरिका और पश्चिमी देशों को कभी भरोसेमंद नहीं माना. मार्च 2025 में उन्होंने अमेरिका को लेकर कहा था, "अगर हमें यकीन है कि वो वादे नहीं निभाएंगे, तो बातचीत का क्या फायदा?"
युद्ध और उत्तराधिकार का टकराव
13 जून 2025 को जब इजराइल ने ईरान के न्यूक्लियर ठिकानों पर हमला किया, तो 15 जून को होने वाली परमाणु वार्ता पटरी से उतर गई. ऐसे में अब सवाल यह है- क्या खामेनेई जिंदा रहेंगे? और अगर नहीं, तो ईरान का अगला सुप्रीम लीडर कौन होगा?