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मोसाद पर हमला, एरो इंटरसेप्टर की कमी और 24 लोगों की मौत... ईरान ने इजराइल के घमंड को कैसे किया चकनाचूर?

ईरान और इजराइल के बीच बढ़ते संघर्ष में ईरान ने इजराइली खुफिया एजेंसी मोसाद के हेडक्वार्टर समेत कई अहम ठिकानों पर मिसाइल हमले किए, जिससे इजराइल की सुरक्षा व्यवस्था की पोल खुल गई. यह जवाबी कार्रवाई तेहरान पर हुए इजराइली हमलों के बाद हुई. हमलों में इजराइल के कई सैन्य और रणनीतिक ठिकानों को नुकसान पहुंचा. आइए, जानते हैं कि ईरान ने इजराइल के घमंड को कैसे चकनाचूर किया...

मोसाद पर हमला, एरो इंटरसेप्टर की कमी और 24 लोगों की मौत...  ईरान ने इजराइल के घमंड को कैसे किया चकनाचूर?
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Iran Israel Conflict: ईरान और इजराइल के बीच तनाव जारी है. ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खामेनेई ने 17 जून को इजराइल के खिलाफ जंग का एलान कर दिया है. उन्होंने कहा कि हम इजराइल पर दया नहीं दिखाएंगे, उसे कड़ा जवाब देंगे. इस एलान के बाद ईरान ने इजराइल पर कई बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं. इससे पहले, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान से सरेंडर करने को कहा था.

खामेनेई ने बुधवार को टीवी पर देशवासियों को संबोधित करते हुए कहा कि ईरान सरेंडर नहीं करेगा. हम जबरदस्ती थोपे गए युद्ध के खिलाफ मजबूती से खड़े रहेंगे. उन्होंने कहा कि इजराइल को उसकी गलती की सजा मिलेगी. जायोनी शासन को पता होना चाहिए कि हिट एंड रन का युग समाप्त हो गया है. ईरान के सुप्रीम लीडर ने अमेरिका को भी चेतावनी दी.

ईरान के हमले से इजराइल को कितना नुकसान हुआ?

  • ईरान ने 400 से ज्यादा मिसाइलें और ड्रोन से इजराइल पर हमला किया है, जिसमें 24 लोग मारे गए हैं. वहीं, 800 से ज्यादा घायल हो गए हैं. इन हमलों में कई इमारतों और नागरिक क्षेत्रों को भारी नुकसान पहुंचा है.
  • ईरान ने 13 जून को इजराइली हमले के बाद 14 जून को इजराइल के रक्षा मंत्रालय को निशाना बनाया और तीन इजराइली F-35 फाइटर जेट को मार गिराने का दावा किया. इसके साथ ही, उसने अमेरिका के साथ होने वाली न्यूक्लियर वार्ता रद्द कर दी.
  • ईरान ने 15 जून को इजराइल पर हमला कर हाइफा के रिफाइनरी सेंटर को नुकसान पहुंचाया.
  • 16 जून को ईरानी हमले में इजराइल के 8 लोगों की मौत हो गई, जबकि 200 से ज्यादा लोग घायल हो गए. ईरान ने इजराइल के एक एफ-35 को मार गिराने का भी दावा किया.
  • 17 जून को इजराइल ने मोसाद के हेडक्वार्टर पर हमला किया.
  • 18 जून को ईरान ने पश्चिमी प्रांत लोरेस्तान से मोसाद के 5 संदिग्ध एजेंटों को गिरफ्तार किया, जिन पर ईरान की छवि को खराब करने का आरोप लगाया गया है.

ईरान ने फतह-1 बैलिस्टिक मिसाइल से इजराइल पर किया हमला

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ईरान ने बुधवार की सुबह इजराइल पर फतह-1 हाइपरसोनिक मिसाइल से हमला किया है. यह मिसाइल आवाज की गति से पांच गुना तेज चलती है. इस मिसाइल को इजराइली एयर डिफेंस सिस्टम रोक नहीं रोक पाया. इससे पहले, ईरान ने मंगलवार को इज़राइल की खुफिया एजेंसियों मोसाद और AMAN (इस्राइली मिलिट्री इंटेलिजेंस) के मुख्यालयों पर सटीक मिसाइल और ड्रोन हमले किए. इतिहास में पहली बार किसी ने मोसाद के प्रतिष्ठित खिलाफत केंद्रों को सीधे निशाना बनाया. हालांकि, इज़राइल ने इसे बस डिपो पर मामूली क्षति के रूप में खारिज किया. मोसाद का मुख्यालय तेल अवीव के हर्जीलिया टाउन में स्थित है.

इजराइल के पास एरो इंटरसेप्टर की कमी

वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट के मुताबिक, एक अनाम अमेरिकी अधिकारी ने दावा किया है कि इज़राइल के पास लंबी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइलों को मार गिराने वाले ‘एरो’ इंटरसेप्टर अब कम पड़ने लगे हैं. इससे ईरान की ओर से दागी जाने वाली मिसाइलों से बचाव की उसकी क्षमता पर सवाल उठ रहे हैं. हालांकि ‘एरो’ इज़राइल की सुरक्षा परतों में से सिर्फ़ एक है. क्षेत्र में अमेरिकी पैट्रियट और THAAD प्रणालियां भी तैनात हैं. हाल की झड़पों के दौरान अमेरिकी नौसैनिक विध्वंसकों ने कई मिसाइलों को सफलतापूर्वक मार गिराया है.

दक्षिणी इजराइल में स्थित परमाणु ठिकानों पर हमला कर सकता है ईरान

माना जाता है कि दक्षिणी इजराइल में स्थित परमाणु ठिकानों पर ईरान हमला कर सकता है, जिसे देखते हुए शहर में हवाई हमले के सायरन बज रहे हैं. ईरान ने इजराइल पर 17 जून को ड्रोन और मिसाइलों से हमला किया. उसने तेल अवीव और यरुशलम को निशाना बनाया.

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