'बंधकों को छोड़ दें, नहीं करूंगा हमला', इजरायली हमले में मारे गए करीब 200 लोग; नेतन्याहू ने क्यों दिया आदेश?
इजराइल ने गाजा, सीरिया और लेबनान में हवाई हमले किए, जिसमें 40 से अधिक लोग मारे गए और कई घायल हुए. इजराइल ने हमास पर बंधकों को न छोड़ने का आरोप लगाया, जबकि हमास ने युद्ध विराम तोड़ने का दावा किया. हमलों में शरणार्थी शिविर और स्कूल भी निशाना बने, जिससे तनाव और बढ़ गया.

इजराइल और हमास के बीच तनाव एक बार फिर चरम पर पहुंच गया है. इजराइली हमलों में कम से कम 200 लोगों की मौत हो चुकी है. गाजा बचाव दल और स्थानीय अधिकारियों के बयानों के अनुसार, इजरायल ने मध्य गाजा, सीरिया और लेबनान में हमले किए, जिसमें 100 से अधिक लोग मारे गए हैं. गाजा पट्टी में हुए इन हमलों के पीछे इजराइल ने हमास द्वारा बंधकों को रिहा करने से इनकार करने को वजह बताया है. इस हमले में 70 से अधिक लोग घायल हुए हैं और हालात बेहद नाजुक बने हुए हैं. इजराइल ने इन हमलों के साथ-साथ गाजा के स्कूलों को भी बंद करने का फैसला लिया है.
इजराइली सेना ने अपने टेलीग्राम चैनल पर पोस्ट कर हमलों की पुष्टि की. उन्होंने बताया कि वे गाजा में हमास के आतंकी ठिकानों को निशाना बना रहे हैं. दूसरी तरफ, हमास ने इजराइल पर युद्ध विराम समझौते के उल्लंघन का आरोप लगाया है. हमास ने एक बयान में कहा कि प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की सरकार ने युद्ध विराम को रद्द कर गाजा के कैदियों की स्थिति को और संकट में डाल दिया है. हमास ने चेतावनी दी कि इजराइली हमले ने बंधकों के जीवन को खतरे में डाल दिया है.
बुरेज कैंप और आम नागरिकों पर हमले
इजराइली सेना ने बुरेज के शहरी शरणार्थी शिविर के पास एक स्कूल को निशाना बनाया, जहां विस्थापित फिलिस्तीनियों ने शरण ली थी. इस हमले में 52 वर्षीय व्यक्ति और उसके 16 वर्षीय भतीजे की मौत हो गई. एक अन्य हमले में तीन लोगों को मार दिया गया, जिनके बारे में इजराइल का दावा था कि वे विस्फोटक उपकरण लगाने की कोशिश कर रहे थे, जबकि हमास का कहना था कि वे सिर्फ जलाऊ लकड़ी इकट्ठा कर रहे थे.
युद्ध विराम और भूखमरी की मार
इजराइल ने पिछले दो हफ्तों से गाजा में खाद्य पदार्थ, दवा, ईंधन और अन्य जरूरी आपूर्ति रोक दी थी. इजराइली सेना ने फिलिस्तीनियों पर हमले जारी रखे, यह कहते हुए कि वे सैनिकों के प्रतिबंधित क्षेत्र में घुस रहे थे. अमेरिकी मध्यस्थता में हुए युद्ध विराम के बावजूद इजराइल और हिजबुल्लाह के बीच भी हिंसा जारी रही. इजराइल चाहता है कि हमास बंधकों को छोड़ने के बदले स्थायी युद्ध विराम पर बातचीत करे, जबकि हमास इस शर्त को मानने से इनकार कर रहा है.
सीरिया और लेबनान में भी हमला
गाजा के अलावा, इजराइल ने सीरिया और लेबनान में भी हवाई हमले किए, जिसमें कम से कम 10 लोग मारे गए. सीरिया के दारा शहर में एक आवासीय क्षेत्र पर हमला हुआ, जिसमें तीन नागरिकों की मौत हो गई और 19 लोग घायल हो गए, जिनमें महिलाएं, बच्चे और बचावकर्मी शामिल थे. इजराइल का कहना है कि वे सैन्य ठिकानों और हथियारों के डिपो को निशाना बना रहे हैं, लेकिन नागरिकों की मौत ने मानवाधिकार संगठनों को चिंतित कर दिया है.
हिजबुल्लाह पर हमले और मीडिल ईस्ट में तनाव
इजराइल ने लेबनान के योहमोर शहर में हिजबुल्लाह के दो आतंकियों को मारने का दावा किया है. लेबनान की सरकारी समाचार एजेंसी के मुताबिक, इस हमले में दो लोग मारे गए और दो अन्य घायल हुए. इजराइली सेना ने यह भी पुष्टि की कि वे लेबनान में हिजबुल्लाह के अन्य ठिकानों को भी निशाना बना रहे हैं. इन हमलों के चलते मध्य पूर्व में तनाव और अधिक गहरा गया है, जिससे एक और बड़े युद्ध का खतरा मंडरा रहा है.
नेतन्याहू ने क्यों दिया हवाई हमले का आदेश?
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय ने हमास पर 'हमारे बंधकों को रिहा करने से बार-बार इनकार करने' और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के मध्यपूर्व दूत स्टीव विटकॉफ के प्रस्तावों को अस्वीकार करने का आरोप लगाया. बयान में कहा गया, "इजरायल अब से हमास के खिलाफ सैन्य ताकत बढ़ाकर कार्रवाई करेगा." वाशिंगटन में व्हाइट हाउस के प्रवक्ता ने कहा कि इजरायल ने हमले करने से पहले अमेरिकी प्रशासन से परामर्श किया था. वहीं, सेना ने कहा कि हमले में मध्यम स्तर के हमास कमांडरों और नेतृत्व अधिकारियों के साथ-साथ आतंकवादी समूह से संबंधित बुनियादी ढांचे को निशाना बनाया गया था.