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अमेरिका में यूं ही नहीं निकाले गए 100 खुफिया अफसर, सरकारी सिस्टम से करते थे 'गंदी बात'

US 100 Officers Layoff: यूएस की नेशनल इंटेलिजेंस चीफ तुलसी गबार्ड 100 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है. इन सब पर आधिकारिय प्लेटफॉर्म का इ्स्तेमाल सेक्शुअल चैट्स के लिए था. जांच करके और भी लोगों के खिलाफ एक्शन लिया जाएगा. तुलसी गबार्ड ने कहा कि इन लोगों ने भरोसा तोड़ा है. इन सभी से सुरक्षा के साथ खिलवाड़ किया है.

अमेरिका में यूं ही नहीं निकाले गए 100 खुफिया अफसर, सरकारी सिस्टम से करते थे गंदी बात
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( Image Source:  ani )
निशा श्रीवास्तव
Edited By: निशा श्रीवास्तव

Updated on: 28 Feb 2025 11:02 AM IST

US 100 Officers Layoff: अमेरिकी सरकार ने खुफिया एजेंसियों के 100 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है. यूएस की नेशनल इंटेलिजेंस चीफ तुलसी गबार्ड इसके लिए आदेश दिए थे. उन्होंने बताया कि ऑफियल प्लेटफॉर्म का इ्स्तेमाल आपत्तिजनक चैट के लिए किया जा रहा था. निकाले गए कर्मचारी आधिकारिक प्लेटफॉर्म से सेक्शुअल चैट्स कर रहे थे.

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक. अमेरिकी सरकार ने इंटेलिंक नाम से प्लेटफॉर्म का यूज राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी बातचीत के लिए किया जाता है और इसे सीक्रेट रखा जाता है. लेकिन इस प्लेटफॉर्म सेक्शुअल चैट्स का मामला सामने आया. इसके बाद जांच शुरू की गई और कार्रवाई करते हुए कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया गया. ये सभी आपस में सेक्स से जुड़ी बातें करते थे.

मामले पर क्या बोलीं तुलसी गबार्ड?

तुलसी गबार्ड ने 25 फरवरी को फॉक्स न्यूज को इंटरव्यू दिया, जिसमें उन्होंने इस मामले को लेकर कई बड़े खुलासे किए. गबार्ड ने कहा कि कर्मचारियों की हरकतें नियमों का उल्लंघन हैं. उन्होंने आगे कहा, मैंने एक निर्देश जारी किया है कि उन सभी को नौकरी से निकाल दिया जाएगा और उन्हें सिक्योरिटी क्लियरेंस भी नहीं दिया जाएगा. क्योंकि उन्होंने भरोसा तोड़ा है. इन सभी से सुरक्षा के साथ खिलवाड़ किया है.

वहीं विभाग के प्रवक्ता एलेक्सा हेनिंग ने एक्स में लिखा, सभी खुफिया एजेंसियों को निर्देश दिया गया है कि वे शुक्रवार तक इसमें शामिल अधिकारियों की पहचान कर उन्हें बर्खास्त कर दें, और उनकी सिक्योरिटी क्लियरेंस और अधिकार छीन लें.

चैट का पता कैसे चला?

रिपोर्ट में बताया कि सेक्शुअल चैट्स के बारे में सबसे कंजरवेटिक एक्टिविस्ट क्रिस्टोफर रूफो ने जानकारी दी थी. हाल में सिटी जर्नल में एक आर्टिकल पब्लिश हुआ था, जिसमें इन चैट्स के बार में बताया गया था. चैट में जेंडर चेंज और इसके बाद के सेक्शुल एक्सपीरियंस के बारे में चर्ची की गई थी. पूरी चैट्स में इसी तरह की आपत्तिजक बातें लिखी हुई थीं. इस मामले में एक वर्तमान और पूर्व अधिकारी का नाम शामिल था.

क्रिस्टोफर रूफो ने सिटी जर्नल को दिए इंटरव्यू में कहा था कि एनएसए में ट्रांसजेंडर लोग अपनी सोच को ऊपर रखने की कोशिश कर रहे हैं. इसके लिए राष्ट्रीय सुरक्षा तक के खिलवाड़ किया जा रहा है. आपको बता दें कि अमेरिकी सरकारी की नई पॉलिसी के तहत कई कर्मचारियों की छंटनी की गई थी.

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